सास बहु का रिश्ता हर रिश्ते से ज्यादा नाज़ुक होता है। दोनों को चाहिए की वह एक दुसरे को अच्छे से समझे वरना ग्रहस्थी का तक तरह से चलना आसन नहीं होगा। एक संयुक्त परिवार मे सास बहु का रिश्ता ही होता है जो की सबका ख्याल रखता है। पर इसके लिए जरूरी है की उन दोनों की आपसी समझ अच्छी हो तबी वह घर की बागडोर अच्छे से चला सकती है। सास को बहु को बहु न समझ कर बेटी मानना चाहिए और बहु को सास को माँ की तरह मानना चाहिए। सास और बहु कुछ बातो को समझे तो उनका रिश्ता और भी मज़बूत होगा। यहाँ हम कुछ ऐसी ही बात बताने जा रहे
है..
सास और बहु को ध्यान रखने योग्य हेतु बाते
1. सास को बहू को समझने का प्रयास करना चाहिए कि वो अभी नए घर में आई है ,उसे घर में नए माहौल को अपनाने में उसे थोड़ा समय देना चाहिए। और बहु भी चाहती है कि उसे ससुराल में भी वहीं प्यार मिलें तो उसे सास को भी मां जैसा प्यार देना पड़ेगा।
2.सास को कभी भी बहू को , उसकी लाई गई चीज़ों की गिनती नहीं करवानी चाहिए। और बहु भी सास द्वारा लायी गयी चीजों की गिनती नहीं करनी चाहिए।
3. सास को बहू से उतना ही काम करवाना चाहिए जितना वे कर सकें।ज्यादा बोझ नहीं डालना चाहिए। बहू को ससुराल में केवल अपने पति का ही नहीं ब्लकि पूरे परिवार का ध्यान रखना पड़ेगा ,तभी वह अपने ससुराल में अपनी जगह बना सकेंगी।
4. अगर सास के मन में भी कोई बात हो तो बहू से सीधे बात कर लेनी चाहिए।और बहु को भी अपने मन की बात को सास को बताना चाहिए।
5. सास को बहु से जुडी बातो की शिकायत को बेटे के आते ही उससे नहीं बताना चाहिए और बहु को भी सास से जुडी बातो का जिक्र अपने पति से नहीं करना चाहिए। इससे घर मे झगड़ा होने की सम्भावना बनी रहती है।