क्या बना हुआ है किसानों की तरक्की में रुकावट

सोने की चिड़िया कहा जाने वाला भारत देश में आज में आज किसानों की बहुत सी समस्याओ को सरकार द्वारा नज़र अंदाज़ कर दिया जाता है। दिन रात महेनत कर के अनाज उगाने वाले किसान पूरी दुनिया का पेट भरते है। खुद भूखे रहे कर पहले आम जनता की जरूरतों को पूरा करते है। लेकिन आज के समय में किसानों को कई समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते कई किसान अपने घर परिवार को ठीक तरीके से नही चला पाने के कारण आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते है। आज हम किसानों की समस्याओ के बारे में जानेगे जिसके आज किसानों की संख्या धीरे धीरे कम होती जा रही है।

1. संसाधनों की कमी - किसानों को आज भी तकनीकी समस्याओ का समन करना पड़ता है। कई किसान बैलगाडी द्वारा खेतो को जोतते है। उन्हें सरकार की तरफ से तकनीकी संसाधन उपलब्ध नही कराए गए है।

2. आमदनी कम होना - किसान दिन रात महेनत करता है और उस अनाज की कीमत सरकार द्वारा लोगो को दुगनी मात्रा में पहुचाई जाती है। लेकिन किसानों को अपने महेनत का आधा हिस्सा ही मिलता है। जिससे उनके घर की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा जाती है।

3. लोन समस्या - कई ग्रामीण इलाको में आज भी बैंक लोन की समस्या देखने को मिल ही जाती है। दूर दूर से लोन लेने के लिए किसानों को आज भी बैंको के चक्कर लगाने पड़ते है।

4. पेयजल की समस्या - जिस तरह से शहरी लोगो द्वारा पानी का दुरूपयोग हो रहा है। वो दिन दूर नही जब इस दुनिया में पानी ही खत्म हो जाए गया। लेकिन आज भी पानी के लिए किसानों को दूर दूर तक जाना पड़ता है।

5. अशिक्षित - अधिकतर किसान अशिक्षित ही रहे जाते है। उन्हें शिक्षा के लिए उचित विकल्प नही मिल पाते है। जिससे वह हर मोल भाव जैसी लिखा पड़ी में अनपढ़ रहे जाते है। यह किसानों की सबसे बड़ी समस्या आज भी बनी हुई है।