CA और Engineers के अलावा इन नौकरियों में भी मिल रही है सबसे ज्यादा सैलरी

दुनिया में हर व्यक्ति चाहता है कि अगर वो जॉब करें तो ऐसी हो जिसमें उसको खूब पैसा मिले। प्रत्येक व्यक्ति किसी भी कंपनी में नौकरी करने से पहले अपनी सैलरी और मिलने वाली सुविधाओं को जरूर देखता है। एक समय CA और इंजीनियर्स का बोलबाला था, लेकिन आज के समय में ऐसी कई जॉब है जो उनसे भी ऊपर आपको सल्लेरी दिला सकती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही नौकरियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनमें एक अच्छी तनख्वाह मिलती हैं। तो आइये जानते हैं।

* सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट

सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट एक कंप्यूटर प्रोग्रामर या यूं कहें कि एक कंप्यूटर मैनेजर होता है जो हाइ लेवल के डिजाइन च्वाइज, सॉफ्टवेयर कोडिंग, टूल और प्लेटफॉर्म बनाता है। भारत में स्टूडेंट्स सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट के लिए जरूरी पढ़ाई इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेस से भी कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद स्टूडेंट्स को मोटी सैलरी वाली नौकरी मिलती है। सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट को औसतन 130891 डॉलर यानी 80 लाख रुपये सलाना की सैलरी मिलती है।

* सर्जन

ऑपरेशन करना अपने आप में एक बहुत जटिल और जोखिम भरा काम है एक छोटी सी चूक से मरीज की जान तक जा सकती है। इसी कारण इस नौकरी की वार्षिक सैलरी सबसे ज्यादा है। कुछ डॉक्टर्स तो ज्यादा कमाई के लिए नौकरी के बाद खुद का क्लिनिक भी चलाते हैं।

* डाटा साइंटिस्ट

स्टाफिंग साल्युशन कंपनी टीमलीज के मुताबिक आईटी सेक्टर में डाटा साइंटिस्ट की नौकरी में सबसे ज्यादा पैसा मिलता है। 5 साल के अनुभव वाले डाटा साइंटिस्ट को करीब 75 लाख रुपए की सैलरी मिलती है। वहीं एक सीए को इतने ही अनुभव के बाद 8 से 15 लाख रुपए सालाना मिलता है। वहीं एक 5 साल के अनुभव वाले इंजीनियर को 5 से 8 लाख रुपए सालाना मिलते हैं।

* फिजिशियन

लोगों की सेहत के प्रति जागरुकता को देखते हुए फिजिशियन की मांग भी जोर पकड़ने लगी है। सर्वे के मुताबिक फिजिशियन की मांग अगले 10 सालों में 14 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। अमेरिका के ब्यूरो ऑफ लेबर स्टेटिक्स के अनुमान के मुताबिक फिजिशियन के अलावा सर्जन की मांग भी अगले कुछ सालों में तेजी से बढ़ने का अनुमान है। आजकल आरामदायक जीवनशैली होने के कारण लोगों में बिमारियां बढ़ने लगी हैं इससे भारत में फिजीशियन की मांग बढ़ने लगी है।

* रिसर्च एंड डेवलपमेंट मैनेजर

रिसर्च एंड डेवलपमेंट मैनेजर एक ऐसा प्रोफेशन है जिसकी जरूरत कई सेक्टर्स में पड़ती है। जिसमें हॉस्पिटल, इंजीनियरिंग कंपनियां, मेडिकल एजेंसियां आदि शामिल हैं। रिसर्च एंड डेवलपमेंट मैनेजर मेडिकल रिसर्च और प्रोडक्ट डेवलपमेंट से जुड़े काम देखते हैं। इस सेक्टर में नौकरियों के मौके लगातार बढ़ रहे हैं। इस सेक्टर में अब भी सप्लाई के मुकाबले मांग ज्यादा हैं। भारत में फार्मा कंपनियां तेजी से एक्सपेंशन में लगी हैं। जिससे घरेलू बाजार में भी इस तरह के मौके बढ़ रहे हैं।