किसी भी बच्चे के नेक इंसान बनने का सफर तभी से हो जाता हैं जब वह चीजों को समझने लग जाता हैं। ऐसे में सबसे बड़ा योगदान होता हैं उनके पेरेंट्स का जिनकी परवरिश का तरीका ही बच्चों को प्रभावित करता हैं और सही राह पर लेकर जाता हैं। समय के साथ जिस तरह चीजें बदली हैं उसी तरह ही परवरिश के तरीकों में भी बदलाव देखने को मिला हैं। जी हां, मॉडर्न पेरेंटिंग आज के युग की सबसे बड़ी जरूरत है जिसमें बच्चों के साथ उनकी परवरिश में भी बदलाव लाने की जरूरत हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जो मॉडर्न पेरेंटिंग से जुड़ी हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...
हर बात पर गुस्सा होने की बजाय बच्चों को समझाएं
पुराने समय में माता-पिता बच्चों की गलतियों पर उन्हें सजा देते थे और उन पर बहुत ज्यादा गुस्सा हो जाते थे। आज के समय में परवरिश के आधुनिक तौर-तरीकों के कारण इसमें बदलाव आया है। बच्चों की परवरिश के दौरान आपको बच्चों की गलतियों पर गुस्सा होने के बजाय उन्हें गाइड करना चाहिए।
बच्चों को अनुशासित करने में न करें गलतियां
बच्चों में अनुशासन जरूरी है लेकिन उन्हें अनुशासित करने के चक्कर में गलतियां करने से बचना चाहिए। बच्चों को अनुशासित रखने के लिए घर में नियम बनाएं लेकिन आप खुद भी उन नियमों का पालन जरूर करें।
बच्चों के रोल मॉडल खुद बनें
छोटे बच्चे अपने माता-पिता के आचरण और व्यवहार से ही सीखते हैं, ऐसे में बच्चों के लिए घर में पेरेंट्स को रोल मॉडल बनना चाहिए। बच्चे अपने माता-पिता के व्यवहार से ही सब कुछ सीखते हैं इसलिए हमेशा खुद का व्यवहार इसी अनुरूप रखना चाहिए।
बच्चे की तुलना दूसरे बच्चों से न करें
अक्सर यह देखा गया है कि पुराने समय से ही लोग अपने बच्चे की तुलना दूसरों के बच्चों से करते हैं। हमारे देश में तो आस पड़ोस के बच्चों की तुलना बच्चों से की जाती है। ऐसा करने से आपके बच्चे का आत्मविश्वास कम हो सकता है। चूंकि आज के समय में हर बच्चे कि काबिलियत और उसका इंटरेस्ट अलग-अलग होता है। हर बच्चे की दिलचस्पी उसके हिसाब से अलग-अलग हो सकती है। इसलिए बच्चे की बार-बार दूसरे से तुलना कर उसके आत्मविश्वास में कमी लाने की बजाय उनकी बातों को समझें और उसी के हिसाब से बच्चे को गाइड करें।
बच्चे के आत्म सम्मान को बढ़ावा दें
बच्चों के आत्म सम्मान और उनके आत्म विश्वास को बढ़ावा देने से बच्चे का मानसिक विकास तेजी से होता है और उनमें इससे गर्व की भावना विकसित होती है। बच्चे का उपलब्धियों पर उनकी प्रशंसा करना और उन्हें प्रेरित करने से वे खुद को सक्षम और अधिक मजबूत महसूस करेंगे। बच्चों की हर छोटी या बड़ी उपलब्धि पर उन्हें प्रेरित करना उनका आत्मविश्वास बढ़ाना उनके लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है।
नेगेटिव विचारों से रखें दूर
बच्चों के विकास में परिवार और आसपास के माहौल का बड़ा असर पड़ता है। इसलिए आपको अपने बच्चों को नकारात्मक माहौल से दूर रखना चाहिए। अगर आपके घर का माहौल नेगेटिव है तो इसका सीधा असर बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास पर पड़ेगा। बच्चों के अंदर ऐसे विचारों को पैदा होने से रोकना चाहिए।
बच्चों के लिए समय जरूर निकालें
आज के समय में लोगों की जिंदगी भागदौड़ भरी हो गयी है। लेकिन परवरिश के दौरान बच्चों को अच्छे से समझने के लिए और उनके बेहतर भविष्य के लिए उके साथ आपको समय जरूर बिताना चाहिए। ऐसा करने से आपके बच्चों में आपके प्रति सम्मान और प्यार बढेगा और वहीं आप अपने बच्चे को अच्छी तरह से समझ पायेंगे।
बच्चों के खानपान का ध्यान रखें
बच्चों का उचित पोषण और उनके लाइफस्टाइल का ध्यान रखना हर पैरेंट की जिम्मेदारी होती है। इसलिए आपको बच्चों की डाइट का ध्यान जरूर रखना चाहिए। उनके विकास में हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल का सबसे बड़ा योगदान होता है।
बच्चों की शिक्षा का ध्यान जरूर रखें
बच्चों की अच्छी शिक्षा का ध्यान रखना हर माता-पिता का कर्तव्य होता है। हर माता-पिता को अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा का ध्यान जरूर रखना चाहिए। चाहे लड़की हो या लड़का हर किसी को अच्छी शिक्षा जरूर मिलनी चाहिए।
लड़की और लड़के में न करें भेद
मॉडर्न माता-पिता को अपने बच्चे में भेदभाव नहीं करना चाहिए। चाहे लड़की हो या लड़का दोनों को समान नजर से देखना चाहिए। घर में भेदभाव करने से बच्चों पर नकारात्मक असर पड़ता है।