जयपुर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पहल और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के मार्गदर्शन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदों पर भर्तियों का कार्य मिशन मोड में चल रहा है। इस प्रयास के तहत रिकॉर्ड समय में 7 कैडर के कुल 17 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी की गई है। चिकित्सा विभाग ने गुरुवार को नवनियुक्त 7,674 नर्सिंग ऑफिसर के पदस्थापन आदेश पारदर्शी तरीके से राज हेल्थ पोर्टल के माध्यम से जारी कर दिए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने दी जानकारीचिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने बताया कि विभाग में विभिन्न पदों पर भर्ती प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जा रहा है। इस कड़ी में गुरुवार को 7,674 नर्सिंग ऑफिसर के पदस्थापन आदेश जारी किए गए। इन आदेशों से नर्सिंग ऑफिसर के पद पर नियुक्त होने वाले अभ्यर्थियों को अब अपने कार्य क्षेत्र में सेवा देने का अवसर मिलेगा।
निदेशक श्री राकेश कुमार शर्मा ने किया खुलासाराज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के निदेशक (अराजपत्रित) श्री राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि विभाग के माध्यम से 8 कैडर के करीब 20,546 पदों पर नियमित भर्ती की प्रक्रिया जारी है। मिशन मोड में कार्य करते हुए, बहुत कम समय में सात कैडरों - दंत टेक्नीशियन, ईसीजी टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन, नेत्र सहायक, सहायक रेडियोग्राफर, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और नर्सिंग ऑफिसर के करीब 17 हजार पदों पर भर्ती पूरी कर ली गई है।
फार्मासिस्ट कैडर की भर्ती प्रक्रिया शेषउन्होंने कहा कि अब 20,546 पदों में से केवल फार्मासिस्ट कैडर की भर्ती प्रक्रिया शेष है, जिसे जल्द ही पूरा करने की योजना बनाई जा रही है। विभाग के इस तेजी से जारी कार्य को लेकर स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों के लिए एक मजबूत और सशक्त टीम तैयार की जा रही है, जो राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने में मददगार साबित होगी।
भर्ती प्रक्रिया से संबंधित कार्यवाही को पारदर्शी बनाए रखा गयाचिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इन नियुक्तियों की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए रखते हुए सभी पदस्थापन आदेश राज हेल्थ पोर्टल पर जारी किए हैं, जिससे सभी को भर्ती प्रक्रिया से संबंधित अपडेट समय-समय पर मिल सके। इस कदम से विभाग ने अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है कि भर्ती कार्य में कोई भी गड़बड़ी या पारदर्शिता का अभाव नहीं रहेगा।
राज्य में चिकित्सा विभाग द्वारा किए जा रहे इस भर्ती कार्य से न केवल विभागीय संरचना मजबूत होगी, बल्कि राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार होगा।