सिंघाड़े की कतली : व्रत के साथ अन्य खास मौकों पर भी बनाई जा सकती है यह लाजवाब मिठाई #Recipe

कई लोग उपवास में सिघाड़े के आटे से बनी पूरी खाते हैं, लेकिन क्या आपने सिंघाड़े के आटे से बनी मीठी कतली खाई है। इसे बनाने में बिल्कुल भी ऑइल नहीं लगता। इन्हें खाकर पेट में गैस या जलन की समस्या भी नहीं होती है। आप व्रत रहने में इन्हें बनाकर जरूर खाएं। वैसे यह इतनी शानदार मिठाई है कि इसे आप और अवसरों पर भी आजमा सकते हैं। जो भी इसे एक बार खा लेता है उसका मन करता है कि इसे जल्द ही दोबारा खाने का मौका मिले। आज हम आपको इसकी रेसिपी बताने जा रहे हैं, जिसे फॉलो करने पर बनाने में जरा भी जोर नहीं आएगा।

साम्रगी (Ingredients)

1 कटोरी सिघाड़े का आटा
1 चम्मच घी
आधा कटोरी चीनी
4 छीली हुई इलायची

विधि (Recipe)

- सबसे पहले एक कड़ाही लें, उसमें घी डालकर गरम कर लें।
- जब घी गरम हो जाए तो उसमें सिंघाड़े का आटा डालें और इसे हल्का गुलाबी होने तक भून लें।
- अब गैस की फ्लेम धीमी कर लें और भूने हुए आटे में तीन गुना पानी और चीनी डालकर मिला लें।
- अब इसे लगातार चलाते हुए उबाल आने पर करीब 4-5 मिनट तक पकाते रहें।
- जब गाढ़ा सा हलवा तैयार हो जाए तो गैस बंद कर दें।
- अब एक थाली लें और उसमें चारों ओर घी लगा दें।
- अब थाली में हलवा को डालकर फैला दें।
- थोड़ा ठंडा होने पर आप इसे चाकू की मदद से बर्फी की शेप में काट लें।
- अब सिंघाड़े की कतली को दही या दूध के साथ खाएं। चाहें तो इन्हें प्लेन भी खा सकते हैं।