शादी-समारोह के दौरान दिखाएं अपनी स्मार्टनेस, इन 4 खर्चों में समझदारी से सिमित करें बजट

हर कोई अपनी शादी को यादगार बनाना चाहता हैं और इसके लिए हर संभव प्रयास करता हैं। शादी से जुड़ी सभी की कुछ ख्वाहिशें होती हैं जिन्हें वे पूरी करना चाहते हैं। लेकिन कई बार लोग दिखावे के चक्कर में भी रह जाते हैं जिसके चलते लोग अपनी शादी का बजट इतना बढ़ा लेते हैं कि बाद में परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में इस समय आपको जरूरत होती हैं स्मार्टनेस दिखाते हुए ऐसी चीजों में कटौती करने की जो किसी को अखरे ना। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे ही स्मार्ट तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने शादी के बजट को सिमित कर पाएंगे।

वेन्यू चुनने में होती है गलती

अगर आप वाकई में अपनी शादी जैसे बड़े फंक्शन को बजट में करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको एक सही वेन्यू प्लेस चुनना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ लोग मेहमानों की संख्या को ध्यान में न रखते हुए बड़े से बड़े गार्डन में शादी करने का फैसला करते हैं, जिसका आधा हिस्सा फेरों तक भी काम नहीं आता। वह अक्सर यह भूल जाते हैं कि उनकी शादी में इतने लोग शामिल ही नहीं होने वाले जिसके लिए उन्होंने इस बड़ी सी जगह की बुकिंग की है, जिसका खामियाजा उन्हें उस दोगुने वेन्यू प्लेस की कीमत का भुगतान करना पड़ता है, जिसकी जरूरत ही नहीं थी। यही नहीं, शहर के भीतर एक क्लासी होटल को चुनने के बजाए बाहरी इलाके के एक ऐसे स्थान को चुनें जहां बेसिक सुख-सुविधाएं मौजूद हों, जो सुंदर होने के साथ-साथ बजट में हो।

शादी का कार्ड फैशनेबल क्यों

शादी को यादगार बनाने के लिए अब फैशनेबल कार्ड्स चलन में है, जिस पर न जाने लोग कितने रुपए तक खर्च कर देते हैं। हालांकि, ऐसे लोग अक्सर इस बात को भूल जाते हैं कि शादी को सुपर स्पेशल बनाने के लिए वेडिंग कार्ड का मतलब बस लोगों को जागरूक करने से है जबकि आपकी जिंदगी के सबसे खास दिन को एक्स्ट्रा स्पेशल बनाने में कागज के दो पन्नों का कोई रोल नहीं है। हालांकि, हम इस बात को मानते हैं कि लड़का और लड़की के घर में भिजवाए जाने वाला सबसे पहला कार्ड काफी स्पेशल होना चाहिए। लेकिन रिश्तेदारी में अगर आप सिंपल दिखने वाले कार्ड से भी काम चलाएंगे तो आपका कोई घाटा नहीं होगा।

जूलरी न बने बोझ

शादी के लिए जूलरी किराए पर लेना एक उभरता हुआ ट्रेंड है। किराए पर ली गई जूलरी न केवल दुल्हन को डिज़ाइनर ज्वेलरी पहनने की सुविधा देता है। बल्कि वह अपने आउटफिट से पूरी तरह मेल खाती हुई चीजों को चुन सकती है। यही नहीं, ज्वेलरी को किराए पर लेने से आप आसानी से लाखों-लाख के कर्ज से भी बच सकते हैं। यही नहीं, आपको उन ऑनलाइन जूलरी पोर्टल को जानने की जरूरत है, जिनमें दुल्हन की ज्वेलरी मात्र 2,500 से शुरू होकर 15,000 रुपए तक में बहुत आराम से मिल जाएगी। ऐसे में इस बात को बिल्कुल दिल से न लगाएं कि फलां की लड़की ने अपनी शादी में ऐसा हार पहना था तो मुझे उससे भी महंगा पहनना है, बल्कि इस बात का ध्यान रखें कि आपको कम बजट में सबसे सुंदर दिखना है।

आउटफिट्स भी हैं लाइन में

शादी के सबसे बड़े खर्चे में एक ब्राइडल लहंगा भी है, जिस पर लोग 50 हजार से लेकर लाखों-लाख रुपए तक खर्च करने से नहीं कतराते। हालांकि, ऐसे लोग इस बात को भूल जाते हैं कि अब ज्यादातर लोग शादी के कपड़ों को किराए पर लेने में आगे आ रहे हैं। वह न ऐसा करके कम बजट में एक अच्छा ऑउटफिट प्राप्त करते हैं बल्कि अपने मनचाहे लुक को एक्ससेस करने में भी पीछे नहीं रहते। यही नहीं, कुछ वेडिंग-वियर स्टोर ऐसे भी है, जो पॉकेट-फ्रेंडली स्कीम में आपको न केवल अच्छा लहंगा उपलब्ध कराएंगे बल्कि आपको 60-70% तक की भी छूट भी मिल जाएगी।