कोरोना के इस समय में सबसे बुरा प्रभाव बच्चों के मानसिक विकास पर पड़ा हैं क्योंकि लंबे समय से छोटे बच्चों की स्कूल बंद पड़े हैं जो कि उनके मानसिक विकास को गति देने के लिए बहुत जरूरी हैं। कम उम्र में ही बच्चों का दिमाक विकसित होने लगता हैं। ऐसे में स्कूल नहीं खुल रहे हो तो घर पर ही कुछ ऐसी एक्टिविटी करें जिससे बच्चों का दिमाग शार्प हो। ऐसे में आप मेमोरी गेम्स तराई कर सकते हैं जो बच्चों के माइंड को एक्टिव रखते हुए मानसिक विकास को गति प्रदान करते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ जरूरी मेमोरी गेम्स और इन्हें होने वाले फायदों की जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...
बच्चों के साथ खेले ये गेम्स
मेमोरी मैच गेमइस गेम में कार्ड्स पर कई तरह के जानवर बने होते हैं और बच्चों को एक तरह के जानवरों के कार्ड्स को एक जगह पर रखना होता है। जब आप कार्ड खेलने के लिए तैयार हो, तो बच्चों को बुलाकर उन्हें जल्दी से एक तरह के जानवरों के कार्ड्स को एक जगह पर रखने के लिए कह सकते हैं। इससे उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना का भी विकास होता है।
पार्टनर मैच गेमएक अन्य गेम पार्टनर गमैच गेम है, जिसमें आप ढेर सारे बच्चों के बीच खेल सकते हैं। इसमें आप बच्चों को अपनी आंखे बंद करने को कहें और पार्टनर कार्ड को योग मैट या किसी जगह छिपा दें। फिर बच्चों को समान कार्ड का मिलान दूसरे बच्चे के कार्ड से करने को कहें मतलब बच्चे को आप ऐसे समझा सकते हैं कि उनके जैसा कार्ड और जिस बच्चे के पास वह उनका पार्टनर है। इससे उनमें एकाग्रता और टीम वर्क का भी विकास होता है।
हाईडिंग बॉक्स गेमइसे शिक्षक स्कूल में बच्चों को खेलने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। इसमें छोटे-छोटे बॉक्स को एक नियत स्थान पर रखें और उनके नीचे जानवरों के खिलौने छुपा दें। फिर बच्चों से कहें कि वह याद रखें कि कौन-से बॉक्स के नीचे कौन-सा जानवर याद रखें। फिर उन्हें थोड़ी देर बाद बताने को कहें कि कौन-सा जानवर किस बॉक्स के नीचे है। फिर सही जवाब देने पर आप उन्हें गिफ्ट भी दें और बॉक्स को एक नियत स्थान पर रखें।
बच्चों के लिए मेमोरी गेम्स के फायदे
सोचने की क्षमता का विकास
मेमोरी गेम्स की मदद से बच्चे के सोचने की कला का विकास होता है। मतलब उनमें सूचनाओं को इकट्ठा करने, निर्णय लेने, नए विचार, प्रश्न पूछने, चीजों को समझने और व्यवस्थित करने की क्षमता का विकास होता है। इससे बच्चे की याद रखने की क्षमता और जानने की जिज्ञासा पैदा होती है। मेमोरी गेम्स की सहायता से बच्चे का गणितीय कौशल और पढ़ने-लिखने की समझ का भी विकास होता है।
बेस्ट ब्रेन एक्सरसाइजशारीरिक गतिविधियों के साथ मस्तिष्क की कसरत भी जरूरी होती है। मेमोरी गेम्स की मदद से बच्चे में ध्यान केंद्रित करने, आत्मविश्वास और विज़ुअलाइज़ेशन पावर बढ़ सकता है। इससे बच्चे के संचार कौशल का भी विकास होता है। वह अपनी बात कहना और समझाना भी सीखते है। साथ ही अलग तरीके से सोचने की कला का भी विकास होता है।
समस्या सुलझाने की शक्ति का विकासमेमोरी मैचिंग गेम की मदद से बच्चे में समस्या सुलझाने, सामाजिक कौशल, धैर्य और टीम वर्क जैसी स्किल्स का भी विकास होता है। जैसे अगर आप बच्चे को रूबिक क्यूब खेलने देते है, तो बच्चे का दिमाग बिल्कुल एकाग्रता और कौशल के साथ उस क्यूब को सुलझाने में लग जाता है। इससे उनकी देखने और उसे तुरंत समझने की शक्ति भी विकसित होती है। ये चीजें उनकी पढ़ाई में भी मदद करती है, जिससे वह किसी भी विषय के सवालों को हल करने से घबराएंगे नहीं।
देखने की क्षमता का विकास मेमोरी गेम्स की मदद से बच्चों में प्रतीकों, अक्षरों, रंगों, आकृतियों, पैटर्न और आकार को समझने पाते हैं। इस गेम में वह विभिन्न वस्तुओं को सेट करने, समझने, मूल्यांकन करने और समझाने की क्षमता का भी विकास होता है। याद रखने वाले खेलों से देखने की शक्ति अधिक विकसित होती है। इससे बच्चे की भाषा और शब्दावली भी बेहतर होती है क्योंकि अक्सर बच्चों को किताबें पढ़ना पसंद नहीं होता है। ऐसे में इन खेलों की मदद से बच्चे कुछ नया और मजेदार भी सीख लेते हैं।