खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस के रूप में जाना जाता है वायनाड, जानें यहां की घूमने लायक 9 जगहें

भारत के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है केरल जिसे अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता हैं। यहां कई ट्रेवल डेस्टिनेशन है, जिसमें से एक हैं वायनाड। वायनाड में कई आकर्षित झरने, ऐतिहासिक गुफाएं, मंदिर और मस्जिदें मौजूद है। पश्चिमी घाट के हरे भरे पर्वतों के बीच स्थित वायनाड का प्राकृतिक सौन्दर्य आज भी अपने प्राचीन रूप में है। प्रकृति प्रेमियों के लिए भी यह किसी स्वर्ग से कम नही हैं। अगर आप दोस्तों या पार्टनर के साथ दक्षिण भारत में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो वायनाड एक बेहतरीन ऑप्शन साबित हो सकता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको वायनाड की घूमने लायक जगहों की जानकारी देने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

बाणासुर बांध

वायनाड जिले में बाणासुर पहाड़ियों की गोद में स्थित एक खूबसूरत बाणासुर सागर बांध है। बाणासुर बांध देश का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है। बांध के ऊपर से विशाल जलाशय का दृश्य बेहद शानदार लगता है। यहां आप स्पीड बोटिंग, ट्रैकिंग जैसे रोमांच का लुत्फ उठा सकते हैं। पहाड़ी की चोटी से बाणासुर झील का नजारा मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है।

एडक्कल गुफाएं

ये अपने सचित्र चित्रण के लिए पूरे भारत मे प्रसिद्ध हैं, जिनके प्रमाण 6000 ईसा पूर्व के माने जाते है। खोखले तक पहुँचने के लिए, अंबुकुट्टी माला के माध्यम से ट्रैकिंग करने की आवश्यकता होती है। पहाड़ी पर ट्रैकिंग में लगभग 45 मिनट का समय आपको लगेगा और आप इन ऐतिहासिक गुफाओं की सैर कर सकते है। गुफा के भीतर आपको दो कक्ष देखने को मिलेंगे । नीचे वाला कक्ष 18 फीट लंबा, 12 फीट चौड़ा और 10 फीट ऊंचा है और ऊपर वाला कक्ष 96 फीट लंबा, 22 फीट चौड़ा और 18 फीट ऊंचा है। आप इन गुफाओं की दीवारों पर जानवरों की आकृतियों और मनुष्यों द्वारा उपयोग होने वाली वस्तुओं को देख सकते हैं। ये नक्काशी एक बहुत ही प्रबुद्ध समाज के लिए जीता जागता प्रमाण देती है जो पूर्व-उल्लेखनीय युग में रहते थे। एडक्कल की गुफाओं ने दुनिया भर के पुरातत्वविदों और इतिहास के छात्रों का ध्यान अपनी और आकर्षित किया हुआ है।

सूचिपारा फॉल्स

वायनाड घूमने के लिए निकले हैं और आपने सूचिपारा वॉटरफॉल नहीं घूमा तो फिर क्या घूमा। वायनाड में इसे प्रहरी रॉक झरने के नाम से भी जाना जाता है। लगभग 200 मीटर ऊँची चट्टान से होते हुए नीचे गिरता है सूचिपारा वॉटरफॉल। कई सैलानी यहां तैराकी और स्नान भी करते हैं। अगर आप भी अपने ट्रेवल में कुछ ऐसी ही जगहों के तलाश में थे तो ये जगह आपके लिए बेस्ट है। इसी तरह वायनाड में पुकोट झील और कंथानपारा झरना भी है जहां आप घूमने के लिए जा सकते हैं।

वन्यजीव अभयारण्य

वायनाड वन्यजीव अभयारण्य केरल का दूसरा सबस बड़ा वन्यजीव अभयारण्य है जोकि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं। बता दें कि वायनाड वन्यजीव अभयारण्य वनस्पतियों और जीवों की कई दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए जाना जाता हैं। यह स्थान प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नही हैं। वायनाड वन्यजीव अभयारण्य को वर्ष 1973 में स्थापित किया गया था जोकि नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व के एक अभिन्न अंग के रूप में जाना जाता है।

चेम्बरा पीक

मेप्पाडी के करीब और कलपेट्टा से सिर्फ 8 किमी दक्षिण में स्थित, चेम्बरा पीक वायनाड हिल रेंज की सबसे ऊंची चोटी है, जो कि समुद्र तल से 2000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। चेम्बरा चोटी न केवल पूरे वायनाड जिले का बल्कि कोझीकोड, मलप्पुरम और नीलगिरी जिलों के एक बड़े हिस्से का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करती है। इसके आसपास की हरी-भरी हरियाली और प्रसिद्ध दिल के आकार की झील को देखने के लिए सबसे ज्यादा सैलानी यहां आते हैं।

मुथांगा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी

कहा जाता है कि इस मुथांगा वन्यजीव अभयारण्य में ऐसे कई जानवर है जो आज के समय में शायद ही आपको कहीं देखने को मिले। इस वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में घूमने के लिए आपको गाड़ी भाड़ा पर करनी होती है जो खुद मुथांगा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के अधिकारी उपलब्ध कराते हैं। दुर्लभ प्रजाति के ऐसे कई जानवर आपको यहां देखने को मिल सकते हैं। इसके अलावा आप ई-3 थीम पार्क भी घूमने जा सकते हैं।

कुरुवा द्वीप

अलग-अलग प्राकृतिक के रंगों का एक अच्छा मिश्रण कुरुवा द्वीप को वायनाड में घूमने के लिए केरल के सबसे खूबसूरत जगहों में से एक बनाता है। केरल की पूर्व दिशा की ओर बहने वाली नदी काबिनी नदी के बीचों - बीच में बहुत से द्वीपों के साथ एक सुरक्षित नदी डेल्टा है। जिसमें आपको वनस्पतियों और जीवों की कुछ दुर्लभ प्रजातियों की हनी आबादी आपको देखने को मिलेगी है। यह सदाबहार वन श्रृंखलाओं की रक्षा करता है यहाँ आपको बांस के पेड़ों और कई पौधों से बने पुल भी देखने को मिलेंगे हैं। प्रकृति प्रेमियों और ट्रेवलर्स के लिए यह सबसे खूबसूरत जगह है।

सुल्थान बाथैरी

कभी मालाबार क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थान के रूप में जाना जाने वाला सुल्तान बाथेरी अब वायनाड जिले का सबसे बड़ा शहर है जो अपने पर्यटन और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है। पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण पूर्व-ऐतिहासिक गुफाएं, जंगल की पगडंडियां, जगमगाती धाराएं नदियां और लहरदार पहाड़ियों की हरी-भरी हरियाली के साथ-साथ शहर और उसके आसपास घूमने के कई विकल्प मौजूद हैं।

ट्री हाउस

ट्री हॉउस वायनाड के सबसे आकर्षित स्थानों में आता है। आप यहां पेड़ों पर बने लकड़ी के घर में रहकर कुछ नया अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। यहां रहने के लिए आप कई तरह के पैकेज ले सकते हैं साथ ही यहां आप बॉनफायर, रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, नेचर वॉक आदि गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं।