आने वाली गर्मियों में कर रहे हनीमून की प्लानिंग, घूम आए उत्तराखंड और इसके आसपास ये 8 हिल स्टेशन

शादियों का सीजन जारी हैं जिसमें शादी के बंधन में जुड़ने के बाद जोड़े सबसे पहले अपने हनीमून ट्रिप पर निकल पड़ते हैं। आने वाले दिनों में गर्मियां शुरू हो जाएगी। ऐसे में हिल स्टेशन जैसी जगहों पर घूमने जाना बेहतरीन साबित होगा। जब बात हिल स्टेशन की आई हैं तो उत्तराखंड का नाम तो आता ही हैं। उत्तराखंड में ओसे इसके आसपास कई ऐसे हिल स्टेशन हैं जो किसी जन्नत से कम नहीं हैं। प्राकृतिक सुंदरता से लबरेज ये हिल स्टेशन आपके हनीमून ट्रिप को यादगार बनाने का काम करेंगे। खूबसूरत होने के साथ ही ये हिल स्टेशन काफी बजट फ्रेंडली भी है। तो आइये जानते हैं उत्तराखंड और इसके आसपास के इन हिल स्टेशन के बारे में...

चितकुल

भारत और चीन सीमा पास मौजूद, चितकुल हिमाचल प्रदेश का एक विचित्र गाँव है, जहां लोगों को बेहद शांति मिलती है। चितकुल की सबसे अच्छी बात यह है कि इस गांव में रहने स्थानीय लोग काफी समय से यहां रह रहे हैं। यहां के लोग हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म दोनों में काफी विश्वास रखते हैं, जिसकी वजह से उनका व्यवाहर काफी विनम्र और शांत रहता है। चितकुल शानदार और खूबसूरत नजारों से घिरा हुआ है। झीलें, जंगल से ढकी पहाड़ियाँ, संकरी सड़कें, छोटे-छोटे घर और धुंध का मौसम मिलकर चितकुल को धरती पर स्वर्ग बनाते हैं। मठी मंदिर, चरण चितकुल दर्रा, बसपा नदी, चितकुल किला यहां की देखने लायक जगहों में आते हैं।

सांगला

हिमाचल प्रदेश का सांगला हिल स्टेशन अपनी खूबसूरत घाटियों के लिए जाना जाता है। अगर शहर की भीड़ भाड़ से दूर किसी शांत जगह पर जाना चाहते हैं, तो यहां की ढलानें, और बर्फ की चोटियां इस हिल स्टेशन को वाकई में अभूत जगह बनाती हैं। बसपा नदी के लिए प्रसिद्ध, सांगला यात्रियों को ट्राउट मछली पकड़ने सहित रोमांचकारी अनुभवों का हिस्सा बनने का अवसर भी देती है। सांगला घास का मैदान, बेरिंग नाग मंदिर, कामरू किला, बटसेरी गांव यहां की देखने लायक जगहों में आते हैं।

दयारा बुग्याल

उत्तरकाशी में समुद्री तल 3048 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। उत्तरकाशी-गंगोत्री मार्ग पर स्थित भट्वारी नामक स्थान से इस खूबसूरत घास के मैदान के लिए रास्ता कटता है। दयारा बुग्याल पहुचने के लिए यात्रियों को बरसू गांवसे ट्रैकिंग द्वारा लगभग 8 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। सर्दियों के दौरान पर्यटक लगभग 28 वर्ग किमी में फैले इस क्षेत्र में ढलानों पर स्कीइंग का आनंद ले सकते हैं। यह जगह भी हिमालय का शानदार दृश्य प्रस्तुत करती है।

कल्पा

कैलाश पर्वत से घिरा कल्पा भी खूबसूरत हिल स्टेशन है। ये पहाड़ी जगह, हरी भरी हरियाली से घिरी हुई है, आसमान को छूते यहां के पहाड़ बेहद ही अच्छे लगते हैं। शहर का कई हिस्सा सेब के बागों और हरे भरे जंगलों से ढका हुआ है, जो इस डेस्टिनेशन को किसी जादुई किताब में दिखने वाली खूबसूरत दुनिया की तरह दिखाता है। किन्नौर कैलाश, बसपा घाटी, कामरू किला, जोरकंदन यहां की देखने लायक जगहों में आते हैं।

मशोबरा

समुद्र तल से 7700 फीट की ऊंचाई पर स्थित, मशोबरा को अक्सर शिमला की कॉपी बोला जाता है। हरे-भरे और घने जंगलों के विशाल क्षेत्रों का घर, मशोबरा उन आकर्षक हिल स्टेशनों में से एक है, जो प्रदूषण से दूर कुछ वक्त शांति वाली जगह पर समय गुजारना चाहते हैं। इस शांतिपूर्ण डेस्टिनेशन में जब भी आएं तो कम से कम 3 से 4 दिन का वक्त जरूर निकालकर आएं। प्रकृति प्रेमियों के लिए ये जगह एकदम बेस्ट है। रिजर्व फॉरेस्ट सैंक्चुअरी, क्रेग्नानो, वाइल्डफ्लावर हॉल होटल, रिट्रीट बिल्डिंग यहां की देखने लायक जगहों में आते हैं।

मदमहेश्वर

यहां जाने के लिए रुद्रप्रयाग जिले में ऊखीमठ तक जाना होता है। रुद्रप्रयाग से बसे और जीप मिलती हैं। ऊखीमठ में मुख्य बाजार से सीधा रास्ता उनियाना जाता है जो आजकल मदमहेश्वर यात्रा का आधार स्थल है। उनियाना से मदमहेश्वर की दूरी 23 किलोमीटर है जो पैदल नापी जाती है। कुछ साल पहले तक यह यात्रा मनसूना से शुरू होती थी। मनसूना ऊखीमठ और उनियाना के बीच में है। गौण्डार से करीब डेढ किलोमीटर आगे खटरा चट्टी आती है। चट्टी यात्रियों के रुकने के स्थान को कहते हैं। यहां से मदमहेश्वर की दूरी सात किलोमीटर है।

कौसानी

कौसानी भारत के उत्तराखंड राज्य में बागेश्वर जिले में स्थित एक हिल स्टेशन है। 1890 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, कौसानी निश्चित रूप से उत्तराखंड में घूमने के लिए बेस्ट हिल स्टेशनों की लिस्ट में शामिल होना चाहिए। अगर आप एक वीकेंड ट्रिप के लिए कुछ एकांत की तलाश कर रहे हैं तो यह हिल स्टेशन आपके लिए आइडियल है।

कुल्लू

कुल्लू भी एक शानदार हिल स्टेशन है, जो ब्यास नदी और खूबसूरत हिमालय के बीच में स्थित है। ये जगह ज्यादातर देवदार के पेड़ों और देवदार के जंगलों से ढके होने की वजह से इसे 'देवताओं की घाटी' कहा जाता था। जो यात्री प्रकृति प्रेमी हैं या पहाड़ी गांव के इस क्षेत्र के सभी पारंपरिक रीति-रिवाजों के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए कुल्लू सबसे अच्छी जगह मानी जाती है। यहां रोमांच प्रेमियों के लिए भी कई जगहें मौजूद हैं, जैसे राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, पर्वतारोहण और ट्रेकिंग। यहां आइए और इस मजेदार जगह का पूरा लुत्फ उठाइए।