व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र रहा है राजस्थान का पाली, जानें यहां के पर्यटन स्थलों की जानकारी

राजस्थान का हर शहर अपनी अलग सुंदरता, संस्कृति, बोलचाल के लिए जाना जाता हैं। आज इस कड़ी में हम बात कर रहे हैं पाली शहर की जो व्यापारिक गतिविधियों के लिए जाना जाता हैं। पाली राजस्थान के मध्य में स्थित एक छोटा मगर खूबसूरत नगर है जो ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक रूप से काफी ज्यादा महत्व रखने वाली जगह है। यह प्रदेश की राजधानी जयपुर से करीब 300 किलोमीटर दूर है जहां आपको अरावली पर्वत श्रेणियां देखने के लिए मिलती है। पाली नक्काशीदार, सुंदर समृद्ध जैन मंदिरों और अन्य विस्तृत स्मारकों के रूप में अपनी समृद्ध विरासत और संस्कृति के लिए आकर्षक पर्यटन स्थल के तौर पर जाना जाता है। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं पाली के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में जहां आप घूमने का भरपूर मजा ले सकते हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...

लखोटिया गार्डन

लखोटिया गार्डन पाली का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। आपको बता दें कि यह गार्डन लाखोटिया तालाब से घिरा हुआ है और इसी की वजह से इसे अपना नाम मिला है। लखोटिया गार्डन एक बहुत विशाल उद्यान है जिसमें बैठे की लिए बहुत सारी साफ और हरी भरी जगह भी है। दिन के समय काफी लोग इस खूबसूरत गार्डन को देखने के लिए आते हैं। इस गार्डन का प्रमुख आकर्षण यहां केंद्र में स्थित शिव मंदिर है जो पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है। यह सुंदर मंदिर नीलकंठ को समर्पित है और पर्यटकों को बेहद रोमांचित करता है। लखोटिया गार्डन पाली की एक ऐसी जगह है जिसे आपको अपनी लिस्ट में जरुर शामिल करना चाहिए।

रणकपुर जैन मंदिर

यह एक प्रसिद्ध जैन मंदिर है जो कि माघई नदी के तट पर स्थित है। रणकपुर जैन मंदिर उन्ही सभी कला और वास्तुकला के रूप में उत्कृष्ट बनाता है। राजस्थान राज्य का पाली जिला रणकपुर एक प्रसिद्ध शहर है। इसके अलावा, पली शहर का रणकपुर मंदिर जैनों के लिए एक पवित्र स्थान है और इसके साथ ही पूजा का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान भी है। इसके साथ ही इस मंदिर में कई सुन्दर नक्काशीदार और खूबसूरत मूर्तियां हैं जो तुलना को कम करती हैं। यह मंदिर पाली जिले के साथ साथ राजस्थान के भी पर्यटक स्थानों से एक है।

परशुराम महादेव मंदिर

पाली भ्रमण की शुरूआत आप यहां के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल परशुराम महादेव मंदिर से कर सकते हैं। अरावली पर्वत श्रृंखला में स्थित यह मंदिर भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम को समर्पित है। माना जाता है कि अपने हाथ में कुल्हाड़ी रखने वाले भगवान परशुराम इस स्थल पर ध्यान लगाया करते थे। इस मंदिर के आसपास कई जल कुंड और वनस्पतियों का भंडार है। दर्शन के लिए पहाड़ी सीढ़ियों से होते हुए ऊपर पहुचना पड़ता है। एक तरह से देखा जाए तो यह मंदिर साहसिक ए़डवेंचर का भी काम करता है।

भैरूनाथ जी मंदिर

भैरू नाथ जी मंदिर पाली का टूरिस्ट प्लेस है। यह मंदिर लखोटिया तालाब के किनारे भैरव घाट पर बना हुआ है। यह मंदिर प्राचीन है। इस मंदिर की स्थापना सैकड़ों वर्ष पहले की गई थी। तालाब से भी पहले यहां पर भैरव जी की प्रतिमा स्थापित थी। कहा जाता है, कि इस मंदिर पर आकर भैरव जी के दर्शन करने से और उनकी पूजा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती है। यहां पर बहुत सुंदर मंदिर बना हुआ है। यहां पर आप लखोटिया तालाब के सुंदर दृश्य को देख सकते हैं और मछलियों को दाना भी खिला सकते हैं। यहां पर आपको दुर्गा जी के दर्शन भी करने के लिए मिल जाते हैं। भैरव बाबा जी की यहां पर बहुत ही अद्भुत प्रतिमा देखने के लिए मिलती है।

ओम बन्ना मंदिर

राजस्थान के पाली जिले में स्थित, ओम बन्ना मंदिर एक छोटा सा अद्भुत और विचित्र मंदिर मंदिर है जो राजपूत ठाकुर ओम सिंह राठौर और उनकी बाइक 350 सीसी रॉयल एनफील्ड बुलेट को समर्पित है। जिसे बुलेट मंदिर भी कहा जाता है। आपको यह सुनकर अजीब लग रहा होगा लेकिन यह सत्य है। ऐसा माना जाता है कि जो भी इस मंदिर में ओम बन्ना के आशीर्वाद प्राप्त करता है, वह कभी भी अपने जीवन में घातक दुर्घटनाओं का सामना नहीं करता है। लोग रोज़ यहां आते हैं और धूप की छड़ें, मिठाई, चूड़ियों, स्कार्फ और फूल पेश करते हैं।

बांगुर संग्रहालय

पाली में एक साफ सुथरा छोटा संग्रहालय, जिसमें आप तांबे के सिक्के, पेंटिंग, आर्मरेस्ट और जनजातीय हस्तशिल्प के अदभुद संग्रह को देख सकते हैं। आपको बता दें कि इस संग्रहालय में कई उपकरण है जो पुरापाषाण काल के हैं। इसके अलावा बांगुर संग्रहालय में चित्रकला और हथियारों का सबसे शानदार संग्रह हैं, जो राजस्थान की संस्कृति का वर्णन करते हैं। तुगलक, खिलजी और शासकों से संबंधित यहां पर कई सिक्के रखे हुए हैं। यह संग्रहालय पारंपरिक कला और शिल्प को भी बर्तनों से लेकर गहनों तक प्रदर्शित करता है जो स्थानीय और क्षेत्रीय संस्कृति के बारे में बताते हैं। इस संग्रहालय की एक यात्रा आपके लिए यादगार साबित होगी और आपको राजस्थान राज्य के बारे में और अधिक जागरूक करेगी।

दरगाह पीर मस्ताना बाबा

यह मंदिर पहाड़ियों में से एक के ऊपर स्थित चामुंडा माता का बहुत पुराना एक मंदिर भी है। इसके साथ ही यह एक बहुत ही लोकप्रिय दरगाह भी है। पाली शहर केधार्मिक स्थलों में यह दरगाह एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। हर साल यहां उर्स का भी आयोजन होता है। सोजत भारतीय राज्य राजस्थान में पाली जिले में एक शहर और नगर पालिका भी है। जोधपुर के सोजत शहर, राजस्थान पाली शहर के पास सुकरी नदी के पास बाएं किनारे पर ही स्थित है। सोजत शहर में एक किला भी है। किले में सेजल माता का मंदिर और एक बड़ा जलाशय और चतुरभुज जैसे कई मंदिर भी मौजूद हैं।

जवाई डैम

पाली के प्राकृतिक स्थलों में आप यहां के जवाई बांध की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह बांध यहां की जवाई नदी पर बना है। यह 70 साल पुराना बांध है जो राज्य के बड़े बांधों में गिना जाता है। आसपास के गांवों के लिए यह डैम एक जीवन रेखा की तरह काम करता है। पहाड़ी परिदृश्य के साथ यह बांध कुदरत के अद्भुत दृश्यों को पेश करता है। इस स्थल पर आप पक्षी विहार का आनंद भी ले सकते हैं। यहां विश्व के अलग-अलग भागों से प्रवासी पक्षी सुरक्षित आश्रय की तलाश में आते हैं। क्रेन और गीत यहां के सामान्य दिखने वाले प्रवासी पक्षी हैं।