अगर गर्मियों की छुट्टियों में मुन्नार जाने का बन रहा है मूड तो इन 6 जगहों पर जरुर जाए

मुन्नार केरल का एक प्रमुख पर्वतीय स्थल है। यह इड्डुक्की जिला में आता है। प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक यहाँ आते हैं। जिंदगी की भागदौड़ और प्रदूषण से दूर यह जगह लोगों को अपनी ओर खींचता है। 12000 हेक्टेयर में फैले चाय के खूबसूरत बागान यहां की खासियत है। दक्षिण भारत की अधिकतर जायकेदार चाय इन्हीं बागानों से आती हैं। चाय के उत्पादन के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए चाय संग्रहालय है जहां इससे संबधित सभी तस्वीरें और सूचनाएं मिलती हैं। इसके अतिरिक्त यहाँ वन्य जीवन को करीब से देखा जा सकता है। अर्नाकुलम राष्ट्रीय उद्यान में दुर्लभ नीलगिरी बकरों को देखा जा सकता है।

1. एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान

यह उद्यान मुन्नार से 15 किलोमीटर दूर है। यह स्थान देवीकुलम तालुक में पड़ता है। उद्यान के दक्षिणी क्षेत्र में अनामुडी चोटी है। मूल रूप से इस पार्क का निर्माण नीलगिरी जंगली बकरों की रक्षा करने के लिए किया गया था। 1975 में इसे अभयारण्य घोषित किया गया था। वनस्पति और जंतु के पर्यावरण जगत में इसके महत्व को देखते हुए 1978 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया। 97 वर्ग किमी में फैला यह उद्यान प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है। यहां दुर्लभ नीलगिरी बकरों को देखा जा सकता है। साथ ही यहां ट्रैकिंग की भी सुविधा उपलब्ध है।

2. अनामुडी पहाड़ी

नेशनल पार्क के नजदीक अनामुडी पहाड़ी भी देखने लायक है। दक्षिण भारत की यह सबसे ऊंची चोटी है। इसकी ऊंचाई करीब 2700 मीटर है। हालांकि इस चोटी पर जाने के लिए आपको वाइल्ड लाइफ अर्थारिटी से परमीशन लेनी होगी। पहाड़ी के ऊपर जाकर आप हरे-भरे मुन्नानर का खूबसूरत नजारा अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं।

3. मट्टुपेट्टी :

मट्टुपेट्टी समुद्र तल से 1700 मी. ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर बनी मट्टुपेट्टी झील और बांध पर पर्यटक पिकनिक मनाने आते हैं। यहां से चाय के बागानों का मनमोहक दृश्य नजर आता हैं। यहां पर पर्यटक बोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं। मट्टुपेट्टी अपने उच्च विशिष्टीकृत डेयरी फार्म के लिए प्रसिद्ध है।

4. पाली वसल:

मुन्नार के चित्रापुरम इलाके से तीन किमी दूर है पाली वसल। यह वही जगह है जो केरल के पहले हाइड्रो इलेक्ट्रि क प्रोजेक्टल के लिए जाना जाता है। यह जगह काफी खूबसूरत है और सेलानियों का फेवरेट पिकनिक स्पॉट भी है।

5. अथुकड वाटरफॉल्स :

गहरी घाटी में स्थित यह झरना मुन्नार से 8 किलोमीटर दूर कोच्चि रोड पर स्थित है। अथुकड फॉल्य मुन्नार का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। मानसून के दिनों में (जुलाई-अगस्त) इसकी सुंदरता और भी बढ़ जाती है। इस झरने के अलावा भी इस रास्ते में दो और झरने भी हैं-चीयापरा फॉल्स और वलार फॉल्स।

6. टी संग्रहालय :

यह संग्रहालय टाटा टी द्वारा संचालित है। इस संग्रहालय में 1880 में मुन्नार में चाय उत्पादन की शुरुआत से जुड़ी निशानियां रखी गई हैं। यहाँ कई ऐतिहासिक तस्वीरें भी लगी हुई हैं। इसके पास ही स्थित टी प्रोसेसिंग ईकाई में चाय बनने की पूरी प्रक्रिया को करीब से देखा व समझा जा सकता है।