ललितपुर : अपने अंदर गहरे इतिहास को समेटे हुए है यूपी का ये जिला, आइए करते हैं इसकी यात्रा

ललितपुर उत्तर प्रदेश का काफी प्रसिद्ध जिला है। कई सालों पहले ललितपुर जिला झांसी का ही हिस्सा था, लेकिन सत्रहवीं शताब्दी में इस जिले की स्थापना बुंदेलराजपूत द्वारा की गई थी। ललितपुर में बेतवा, धसन और जमनी नदियां बहती हैं। यूपी का ये जिला अपने अंदर बहुत गहरे इतिहास को समेटे हुए हैं। यहां पर सबसे फेमस जगहों में देवगढ़, नीलकंठेश्वर त्रिमूर्ति, रंछोरजी, माताटीला बांध और महावीर स्वामी अभ्यारण आदि है। आइए आपको इस जिले के बारे में बताते हैं।

गोविंद सागर बांध ललितपुर

गोविंद सागर बांध ललितपुर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। गोविंद सागर बांध एक बहुत बड़ा जलाशय है। इस जलाशय में साइफन प्रणाली इस्तेमाल की गई है। यहां पर आकर आप बांध का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यह बांध बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। यह बांध ललितपुर शहर के पास ही में स्थित है। आप यहां पर कार और बाइक से घूमने के लिए आ सकते हैं। बरसात के समय बांध का दृश्य बहुत ही शानदार लगता है, क्योंकि बरसात के समय बांध से बहुत ज्यादा पानी बहता है। यहां पर आकर आप बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं। शाम के समय यहां पर आकर सूर्यास्त का दृश्य देखना बहुत अच्छा लगता है। यह बांध शहजाद नदी पर बना हुआ है।

दशवतार मंदिर

दशावतार मंदिर उत्तरी भारत का सबसे पुराना जाना माना मंदिर है और यह भगवान विष्णु को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि यह गुप्त काल में बना है। यह मंदिर अब बर्बादी की कगार पर है पर यहाँ आप भगवान विष्णु के दस अवतार के दर्शन कर सकते हैं और यही नहीं मंदिर के दरवाज़े पर आप गंगा और यमुना देवियों की नक्काशी की गयी है और वैष्णव पौराणिक कथाओं की पट्टी पर नक्काशी भी की गयी है। मंदिर में भगवान विष्णु की मूर्ती नर नारायण तपस्या के आकार में है और दूसरी मूर्ती है जिसमें वह एक नाग पर लेटे हैं। यह मंदिर हिन्दू श्रद्धालुओं को पूरे साल खासकर त्यौहार के समय भारी मात्रा में अपनी ओर आकर्षित करता है। उत्तरी भारत में स्थित यह पहला मंदिर है जिसमें शिकारा की सुविधा है जबकि अब काफी कुछ विलुप्त होता जा रहा है।

श्री नरसिंह भगवान मंदिर, ललितपुर

श्री नरसिंह भगवान मंदिर ललितपुर का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर सुमेरा तालाब के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर ललितपुर शहर के बीचो बीच में स्थित है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा और शांति मिलेगी। यहां से आपको सुमेरा तालाब का दृश्य देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही सुंदर लगता है।

देवगढ़

ललितपुर से 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवगढ़ एक ऐतिहासिक स्थल के रूप में जाना जाता है। यह जगह बेतवा नदी के तट पर स्थित है। इस जगह पर गुप्त, गुर्जर प्रतिहार, गोंड, मुगल, बुंदल और मराठों के वंश के कई ऐतिहासिक स्मारक और किले आज भी मौजूद है। इसके अलावा यहां कई हिनदू और जैन मंदिर भी स्थित है। देवगढ़ स्थित दशावतार मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला काफी खूबसूरत है। पहले इस मंदिर को उत्तर भारत के पंचयत्न मंदिर के नाम से जाना जाता था।

देवगढ़ किला

इस किले के भीतर 31 जैन मंदिर है। इन मंदिरों में सबसे सुंदर मंदिर जैन तीर्थंकर शांतिनाथ का मंदिर है। इन मंदिरों की सजावट चंदेल राजाओं ने की बेहद खूबसूरत लगते हैं। इसके अलावा मंदिर की दीवारों पर प्रसिद्ध महाकाव्य महाभारत और रामायण के चित्र भी बने हुए है। यहां घूमने के लिए सबसे उचित समय सितम्बर से मई है।

श्री सिद्ध पीठ चंडी मंदिर धाम ललितपुर

श्री सिद्ध पीठ चंडी मंदिर धाम ललितपुर शहर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर चंडी माता को समर्पित है। मंदिर में माता की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर ललितपुर शहर में रेलवे स्टेशन के पास स्थित है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।

महावीर स्वामी अभ्यारण, ललितपुर

महावीर स्वामी अभयारण्य ललितपुर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको बहुत सारे जंगली जानवर देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर आपको नीलगाय, जंगली सूअर, जंगली हिरण, भालू, सियार, बंदर, लंगूर देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर अगर आप रुकना चाहते हैं, तो उसकी भी सुविधा उपलब्ध है। यहां पर वन विभाग का विश्राम स्थल बना हुआ है, जहां पर आप ठहर सकते हैं। यह अभ्यारण ललितपुर रेंज के अंतर्गत आता है। यहां पर ऊंची ऊंची पहाड़ियां है और बेतवा नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल जाता है। यहां पर आप प्राचीन गुफाएं भी देख सकते हैं। यह जगह बहुत सुंदर है। आपको यहां पर आकर बहुत अच्छा लगेगा। यह ललितपुर जिले का पिकनिक स्पॉट है।

दुधाई मंदिर समूह, ललितपुर

दुधाई मंदिर समूह ललितपुर में स्थित एक प्राचीन मंदिर समूह है। यह मंदिर समूह ललितपुर जिले में दुधाई नाम के गांव में स्थित है। यहां पर आपको बहुत सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं। कुछ मंदिर यहां पर खंडहर अवस्था में हैं और कुछ मंदिर अच्छी अवस्था में है। यहां पर आपको शिव, विष्णु और ब्रह्मा जी का मंदिर देखने के लिए मिलता है। इसके साथ-साथ यहां पर जैन मंदिर समूह भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर चौसठ योगिनी मंदिर, काली मंदिर भी आप देख सकते हैं। यह मंदिर पूरी तरह पत्थरों से बने हुए हैं। मंदिर में बहुत सुंदर नक्काशी की गई है। मंदिर की छत दीवारें बहुत ही सुंदर है। आप यहां पर बाइक से घूमने के लिए आ सकते हैं। यह जगह दुधाई गांव से थोड़ी दूरी पर जंगल के अंदर स्थित है। दुधाई मंदिर समूह चंदेल राजाओं के द्वारा बनाए गए थे। यह मंदिर 9वी से 11 वीं शताब्दी के बीच बने हुए हैं। आप यहां पर घूमने आ सकते हैं।

पांडव कालीन मंदिर, ललितपुर

पांडव कालीन मंदिर ललितपुर का एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर घने जंगल के अंदर जामुनी नदी के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। चारों तरफ प्राकृतिक माहौल देखने के लिए मिलता है। यहां पर आने के लिए परोल गांव से आना पड़ता है। यहां पर आपको पैदल ट्रैकिंग करके आना पड़ता है, क्योंकि रास्ता जंगल का रहता है और उबड़ खाबड़ रहता है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर आपको शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको श्री राधे कृष्ण जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर आकर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। यह जगह प्रकृति के करीब है, तो आपको बहुत अच्छा भी लगेगा।