वीकेंड या छुट्टियों में घूमने जाना न सिर्फ बच्चों को बल्कि पूरे परिवार को खुशी देता है। लेकिन, हर बार शहर से बाहर घूमना मुमकिन नहीं हो पाता। ऐसे में अगर आप चंडीगढ़ में रहते है तो आज हम आपको ऐसी ही कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में बताएंगे, जहां आप बच्चों को लेकर शाम के समय घूमने जा सकते हैं। ये सभी जगहें शहर के अंदर ही स्थित हैं, जहाँ बच्चों को मस्ती करने और रोमांचक गतिविधियों में भाग लेने का मौका मिलेगा। चंडीगढ़ के पार्क न केवल मनोरंजन का एक प्रमुख स्रोत हैं, बल्कि ये शहर के जीवन की हलचल से एक ब्रेक भी प्रदान करते हैं। पार्कों में भव्य थीम और साज-सज्जा भी है, जो पार्कों के माहौल में चार चांद लगाते हैं। जहां आप अपने परिवार, दोस्त या पार्टनर के साथ छुट्टियों को एन्जॉय करने के लिए जा सकते हैं।
म्यूजिकल फाउंटेन शोचंडीगढ़ में आप म्यूजिकल फाउंटेन शो का आनंद ले सकते हैं। ये लेजर शो आप शाम के समय ही देख सकते हैं, क्योंकि यह लाइट शो है। गाने की धुन पर नाचता पानी वाकई आपको यहां घंटो तक रुकने के लिए मजबूर करेगा। बच्चों को यह जगह बहुत पसंद आएगी।यह चंडीगढ़ में घूमने के लिए अच्छी जगह में से एक है। यह चंडीगढ़ में सेक्टर 17 मार्केट के पास है। अगर आप चंडीगढ़ में रहते हैं, तो अपने पूरे परिवार के साथ यहां 500 रुपये के अंदर घूमकर आ सकते हैं।
रोज गार्डनचंडीगढ़ की खूबसूरती का बखान करते समय, रोज गार्डन का नाम न लेना अधूरा सा लगता है। यह गौरवशाली उद्यान, दुनिया का सबसे बड़ा गुलाब उद्यान होने का गर्व सेनाप करता है। 40 एकड़ से भी अधिक क्षेत्र में फैला हुआ ये विशाल परिसर, हजारों प्रकार के गुलाबों का स्वर्ग है। यहां हर कदम पर आपको विभिन्न रंगों, आकारों और मनमोहक सुगंधों वाले गुलाब नजर आते हैं। कहीं गहरे लाल रंग की मखमली पंखुड़ियां, तो कहीं नारंगी रंग का चटखता हुआ जलवा। गुलाबी, पीले, सफेद – रंगों का ऐसा मेला, जो बच्चों को मंत्रमुग्ध कर देता है। उनके लिए रंगीन फूलों के बीच दौड़ना, कैमरे में इन खूबसूरत गुलाबों को कैद करना और उनकी मादक खुशबू में खो जाना, एक अविस्मरणीय अनुभव होता है। रोज गार्डन सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं, बल्कि हर किसी के लिए प्रकृति की शरणस्थली है। यहां आप फूलों के बीच टहलते हुए, उनके सौंदर्य का दीदार कर सकते हैं। शांत वातावरण में मन को सुकून मिलता है और थकान दूर हो जाती है।
फन सिटी43 एकड़ के विस्तार पर स्थित रामगढ़ का यह वाटर एम्यूजमेंट पार्क उत्तर भारत में सबसे बड़ा है। इसमें एक एक्टिविटी पूल, तीन लैंडिंग पूल और एक वेब पूल, विभिन्न आकृतियों और आकारों की पानी की स्लाइड का एक समूह है, जहाँ वाटर लवर्स भरपूर एन्जॉय कर सकते है।
नाहनकिसी जमाने में रही सिरमुर रियासत की राजधानी, नाहन हिमाचल प्रदेश का एक छोटा और बहुत ही राजसी हिल स्टेशन है। शांत झीलों और मंदिरों से घिरी ये जगह पहाड़ियों की सुंदरता को दर्शाती है। मन और आत्मा को शांति देना चाहते हैं, तो चंडीगढ़ के पास लोकप्रिय पहाड़ी स्थानों में जरूर जाएं। बच्चों को यहां ट्रैकिंग और हाइकिंग करते हुए बेहद मजा आएगा। चंडीगढ़ से ये जगह 100 किमी दूर है, जहां आप केवल 2 घंटे में पहुंच सकते हैं। अगर आप यहां खाने पीने की जगह देख रहे हैं, तो न्यू महक रेस्टोरेंट और कबीरा प्रेम निसागरा अच्छी जगह है। दिल्ली से नाहन तक के लिए आपको 5 से 6 घंटे लगेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय
दुनिया भर की गुड़ियों का एक अद्भुत नजारा आपको इस म्यूजियम में देखने को मिलेगा। आपके बच्चों को तो यह जगह पसंद आएगी ही, लेकिन आप अपनी बेटी को यहां लेकर जाते हैं, तो वह बहुत ज्यादा खुश होगी। यहां आपको गुड़ियों के माध्यम से विभिन्न देशों और संस्कृतियों को समझने का मौका मिलेगा। अंतर्राष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय सुबह 10:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक खुला रहता है। सोमवार के दिन यह बंद रहते हैं। चंडीगढ़ टूरिज्म की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय में प्रवेश शुल्क वयस्कों के लिए प्रति व्यक्ति 10 रुपये है और बच्चों के लिए फ्री है। इसलिए अगर आप अपने परिवार के साथ घूमने जा रहे हैं, तो आने-जाने और खाने-पीने का ही खर्चा आपको करना होगा।
प्लेनेटेरियमक्या आपके बच्चे रात में आसमान की ओर देखते हुए तारों और ग्रहों के बारे में अंतहीन सवाल पूछते हैं? तो फिर चंडीगढ़ में एक रोमांचक सांयस्करी सैर का समय आ गया है! शहर के प्लेनेटेरियम में ले जाकर उन्हें ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने का अनूठा अवसर प्रदान करें। प्लेनेटेरियम एक विशाल गुंबद वाला थिएटर है, जो विशेष रूप से तारों और ग्रहों को कृत्रिम रूप से प्रदर्शित करने के लिए बनाया गया है। यह बच्चों को एक जादुई अनुभव प्रदान करता है, उन्हें सीधे तौर पर ब्रह्मांड की यात्रा पर ले जाता है। अत्याधुनिक प्रोजेक्टरों और ध्वनि प्रणालियों के साथ, प्लेनेटेरियम तारामय आकाश को जीवंत कर देता है, जिससे बच्चे मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।