झारखंड की राजधानी रांची को कहा जाता हैं झरनों का शहर, जानें यहां के 10 पर्यटन स्थलों की जानकारी

बिहार से अलग हुआ झारखंड राज्य प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता हैं जिसकी राजधानी रांची की सुंदरता देखते ही बनती हैं। रांची को अपने झरने, मंदिर, सुंदर दृश्य के साथ प्राकृतिक विरासत के लिए जाना जाता हैं। रांची शहर के आस पास बहुत सारे झरने देखने के लिए मिलते हैं जिसके चलते इसे झरनों का शहर कहा जाता हैं। पर्यटन के शौकीन हैं और छुट्टी बिताने के लिए किसी अच्छी जगह की तलाश कर रहे हैं तो रांची आपके लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन साबित होगी। आज इस कड़ी में हम आपको प्राकृतिक सुंदरता से लबरेज रांची में स्थित पर्यटन स्थलों की जानकारी देने जा रहे हैं जहां घूमने का आनंद उठाया जा सकता हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

पंच घाघ वाटरफॉल

शहर से थोड़ी दूर स्थित, पंच घाघ वाटरफॉल स्थानीय लोगों का पसंदीदा है और पिकनिक स्थल के रूप में काफी लोकप्रिय है। झरने का नाम ये इसलिए पड़ा क्योंकि यहां से पांच झरनों को गिरते हुए देखा जा सकता है। अगर आप वीकेंड पर यहां जाते हैं, तो आपको यहां झरने का आनंद लेते हुए कई लोग दिख जाएंगे। पर्यटक अक्सर झरने की तलहटी में स्नान करते हैं। पहाड़ से आने वाला ताजा पानी हमेशा ताजा और ठंडा होता है। यहां पहुंचने के लिए आपको सीढ़ियां चढ़नी होंगी, तो अगर आप बच्चों के साथ यात्रा कर रहे हैं तो सावधान रहें।

सूर्य मंदिर

रांची का सूर्य मंदिर एक मनोरम जगह है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित मंदिर का निर्माण विशिष्ट सूर्य मंदिर वास्तुकला में किया गया है। इसमें सात घोड़ों द्वारा खींचे गए 18 पहियों वाले विशाल रथ को दर्शाया गया है। सूर्य देव के अलावा इस मंदिर में कई अन्य हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों को रखा गया है। इस मंदिर के परिसर में एक तालाब भी है जिसे पवित्र माना जाता है। यह रांची से 20 किमी दूर है। यहां सुबह से शाम तक आ सकते हैं। सूर्य मंदिर बुंडू में स्थित है। यह रांची से रांची-टाटा राजमार्ग पर 37 किलोमीटर की दूरी पर है। सफेद संगमरमर पत्थरों से रथ की आकृति में निर्मित इस मंदिर में 18 पहिए लगे हैं जो 7 घोड़ों से जुड़े हैं। रविवार के अलावा छठ पर्व के अवसर पर पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।

रांची झील

रांची झील या बड़ा तालाब शहर के बीच में स्थित है। इसका इतिहास है कि रांची झील की खुदाई 1842 में ब्रिटिश कर्नल ने की थी। एक शांत और सुकून भरा समय बिताने के लिए यह एक शानदार जगह है। झील के पास ही रांची पहाड़ी मंदिर के पास ही है। यह दोनों जगह एक साथ मिलकर शहर को एक खूबसूरत दृश्य प्रदान करता है। पहाड़ी मंदिर से शहर काे निहारना विहंगम दृश्य देता है।

बिरसा जूलॉजिकल पार्क

अगर आप बच्चों के साथ यात्रा कर रहे हैं तो बिरसा जूलॉजिकल पार्क घूमने के लिए एक बेहतरीन जगह है। पार्क बाघ, शेर और हिरण सहित विभिन्न प्रकार की जीवों की प्रजातियों का घर है। अगर आप वाइल्डलाइफ लवर हैं, तो आप यहां से क्षेत्र के वन्यजीवों के बारे में सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और यहां की पशु गोद लेने के कार्यक्रम का हिस्सा भी बन सकते हैं। यह ओरमांझी के पास रांची-पटना राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है।

टैगोर हिल

टैगोर हिल रांची शहर का एक प्रमुख स्थल है। टैगोर हिल एक ऊंची पहाड़ी है। ऊंची पहाड़ी पर एक व्यूप्वाइंट बना हुआ है, जहां से आप रांची शहर के सुंदर दृश्य को देख सकते हैं। इस व्यूप्वाइंट तक पहुंचने के लिए आपको सीढ़ियां मिलती है। सीढ़ियों से चढ़कर आप इस व्यू प्वाइंट आ सकते हैं। टैगोर हिल का नाम महान कवि रवींद्रनाथ टैगोर के नाम पर पड़ा है, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने यहां काफी समय बिताया था। ऐसा कहा जाता है कि एकांत का आनंद लेने और अपनी किताबें लिखने के लिए टैगोर अक्सर इन पहाड़ियों पर जाते थे। बरसात के समय आप यहां पर आएंगे, तो आपको यहां पर ज्यादा अच्छा लगेगा, क्योंकि बरसात के समय यहां पर हरियाली रहती है। टैगोर हिल की पहाड़ी हरियाली से घिरी रहती है।

पतरातू घाटी

रांची से 40 किलोमीटर दूर लुभावनी पतरातू घाटी है, जिसकी हरी-भरी हरियाली, मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य और धुंध भरे पहाड़ हैं। पर्यटक एक तरफ पतरातू बांध और दूसरी तरफ हरे-भरे पेड़ों के साथ पतरातू घाटी को निहार सकते हैं। इस घाटी में एस-टर्न, हेयरपिन और स्वूपिंग कॉर्नर, वाले रोड इस यात्रा को रोमांचक बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ते। पतरातू बांध में आप सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे के बीच बोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं। क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नक्सली प्रभाव के कारण, अंधेरे के बाद इन सड़कों पर ट्रैवलिंग न करें।

जगन्नाथ मंदिर

शहर के सबसे लोकप्रिय ऐतिहासिक स्थलों में से एक, यह पहाड़ी मंदिर निश्चित रूप से देखने लायक है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित, जगन्नाथ मंदिर 1691 में रांची में सबसे लोकप्रिय ऐतिहासिक स्थल है। पुरी में जगन्नाथ मंदिर की छोटी प्रतिकृति के रूप में, मंदिर जटिल नक्काशी और रंगीन पत्थरों का एक अनूठा मिश्रण है। मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय निस्संदेह रथ यात्रा के दौरान है जो हर साल जून-जुलाई के महीनों में आयोजित की जाती है। चूंकि मंदिर एक पहाड़ी पर बना है, इसलिए वहां पहुंचने के लिए आपको कई सीढ़ियां चढ़नी होंगी। दर्शन करने के बाद पहाड़ी से शहर का खूबसूरत नजारा भी जरूर देखें।

रॉक गार्डन

रॉक गार्डन रांची का एक सुंदर बगीचा है। यह बगीचा एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। यहां पर आपको बहुत सारे रॉक कटिंग कलाकृतियां देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही जबरदस्त लगती हैं। यहां से आपको कांके बांध का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल जाता है। रॉक गार्डन रांची में कांके बांध के पास ही में स्थित है। इसलिए आप यहां पर आते हैं, तो कांके बांध के सुंदर दृश्य को भी देख सकते हैं। रॉक गार्डन में बहुत सारे झूले हैं। यह रांची शहर में घूमने वाली मुख्य जगह है।

रांची विज्ञान केंद्र

रांची विज्ञान केंद्र रांची शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर आपको विज्ञान से संबंधित बहुत सारे उपकरण देखने के लिए मिलते हैं और कुछ उपकरण के आप प्रयोग भी देख सकते हैं। इस विज्ञान केंद्र पर जंगली जानवरों को प्रदर्शित किया गया है। रांची शहर की जनजातियों को यहां पर दिखाया गया है। यह साइंस केंद्र रांची में चिरौंदी में स्थित है। इस विज्ञान केंद्र पर विज्ञान के बहुत सारे अनोखे यंत्रों को दिखाया गया है। इस विज्ञान केंद्र के बाहर आपको जुरासिक पार्क देखने के लिए मिलता है, जहां पर बहुत सारे डायनासोर के स्टेचू देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर प्रसिद्ध वैज्ञानिकों के बारे में भी जानकारी दी गई है, उनकी मूर्तियां लगाई गई है और उनके बारे में जीवनी लिखी गई है। इस विज्ञान केंद्र में आपको अपने बच्चों के साथ आना चाहिए। ताकि बच्चों को ज्ञानवर्धक बातों का पता चल सके। यह साइंस केंद्र बहुत ही अच्छी जगह है और रांची में आप आते हैं, तो आपको यहां पर जरूर घूमना चाहिए।

हुंडरू फॉल्स

भारत के 50 सबसे ऊंचे झरनों में से एक रांची के हुंडरू फॉल्स को अपने यात्रा कार्यक्रम का हिस्सा जरूय बनाना चाहिए। यह क्षेत्र अपने सुंदर वैभव के साथ पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह रांची में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक है। खासकर मानसून के दौरान। रांची से इसकी दूरी 48 किमी है।