महाराष्ट्र के खास पर्यटन स्थलों में से एक हैं पुणे, यहां की इन 7 जगहों पर ले सकते हैं घूमने का मजा

महाराष्ट्र को अपनी अनोखी संस्कृति, खानपान और पर्यटन के लिए जाना जाता हैं। इन्हीं में से एक हैं पुणे जो प्राकृतिक सुंदरता, पर्यटन स्थलों के लिए अपनी पहचान बनाए हुए हैं। पिकनिक स्पॉट के लिए पुणे को एक बेहतरीन जगह के तौर पर देखा जाता हैं। ऐसे में अगर आप पुणे घूमने जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आज हम आपको यहां के प्रसिद्द स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका इतिहास में अपना-अलग महत्व हैं। पुणे शहर के इतिहास की बात करें तो यहां पर विभिन्न राजवंश शासकों ने शासन किया। तो आइये जानते हैं पुणे के इन पर्यटन स्थलों के बारे में...

शिवनेरी किला पुणे (Shivneri Fort)

शिवनेरी किला पुणे में देखने की सबसे खास जगह है। बता दें कि यह किला महान मराठा सम्राट शिवाजी का जन्म स्थान था और इसी जगह उन्होंने मराठा राजवंश के निर्विवाद राजा के रूप में अपनी भावी भूमिका के शुरुआती प्रशिक्षण लिया था। शिवनेरी किला 300 मीटर ऊंची एक पहाड़ी पर स्थित है जिसको देखने जाने के लिए आपको सात फाटकों को पार करना पड़ता है। इस किले के फाटकों से इस बात का पता चलता है कि उस समय इस किले की सुरक्षा कितनी अच्छी थी। शिवनेरी किले का सबसे खास आकर्षण अपनी मां जीजाबाई के साथ शिवाजी की एक मूर्ति है। अगर आप शिवनेरी किला देखने जाते हैं तो आप इसके साथ यहां भैरवगढ़, चावंड जीवधन और जुमनेर सहित शिवनेरी पहाड़ी के दूसरे किलो को भी देख सकते हैं।

पश्चिमी घाट (Western Ghats)

पुणे के पास स्थित पश्चिमी घाट प्रकृति प्रेमियों को एक सुखद और खास जगह है जिसे ‘यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल’ का दर्जा मिला है। पुणे के आसपास घूमने की जगह पश्चिमी घाट में देखने के लिए पहाड़, घने जंगल, लुभावनी घाटियां, फूलों की विस्तृत श्रृंखला है, जो यहां आने वाले पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है। अगर आप पुणे शहर घूमने के लिए आये हैं और प्राकृतिक नजारों को देखना चाहते हैं तो पश्चिमी घाट की सुंदरता का आनंद लेना न भूलें।

पेशवा उद्यान चिड़ियाघर (Peshwa Udyan Zoo)

पेशवा उद्यान चिड़ियाघर हरियाली से भरपूर पुणे में घूमने की एक ऐसी जगह है जिसे आप अपने पूरे परिवार के साथ घूम सकते हैं। इस चिड़ियाघर में पक्षियों, जानवरों और सरीसृपों की कई किस्में पाई जाती हैं। यह उद्यान सिर्फ वन्यजीवों का घर नहीं है बल्कि इसके परिसर के अंदर बच्चों के खेलने की जगह और मंदिर भी है। पेशवा उद्यान चिड़ियाघर के अंदर 17 वीं शताब्दी में निर्मित एक भगवान गणेश का मंदिर भी है जोजो बेहद ख़ास है। इस प्रकृतिक उद्यान में टॉय ट्रेन एक मुख्य आकर्षण है। अगर आप पुणे घूमने के लिए आ रहे हैं तो पेशवा उद्यान जू की यात्रा करना न भूलें।

सिंहगढ़ किला (Sinhagad Fort)

अगर आप समुद्र तल से 4300 फीट ऊपर से पृथ्वी को देखना तो पुणे का यह पर्यटन स्थल आपके लिए बेहद खास होगा। सह्याद्रि पहाड़ियों पर सिंहगढ़ किले की यात्रा करना आपके लिए बेहद यादगार साबित हो सकता हैं। इस किले की यात्रा करने के साथ आप यहां मौजूद हरी-भरी हरियाली सुंदर झरने और अद्भुद शांति का आनंद ले सकते हैं। बता दें कि सिंहगढ़ किले में शिवाजी के छोटे पुत्र राजाराम का निधन हो गया था इसके अलावा भी इस किले में बयान करने को बहुत कुछ है। आप अगर इस किले को देखने के लिए जाते हैं तो इसके आसपास के प्राकृतिक मनोरम सौंदर्य को देखकर चकित रह जायेंगे।

द एम्प्रेस गार्डन (The Empress Garden)

द एम्प्रेस गार्डन 39 एकड़ भूमि में फैला हुआ गार्डन है जो आश्चर्यजनक रूप अंग्रेजों के शासन और उनकी शक्ति की याद दिलाता है। इस गार्डन का नाम अंग्रेजों ने महारानी विक्टोरिया के नाम रखा था जब उन्हें ‘भारत की महारानी’ का खिताब दिया गया। यह गार्डन पुणे के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है जो पर्यटकों द्वारा अक्सर देखा जाता है।

आगा खान पैलेस (Aga Khan Palace)

पुणे में घूमने की जगह आगा खान पैलेस अपने नाम से बिलकुल अलग है आगा खान पैलेस में महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी और महादेव भाई देसाई (गांधी के सचिव) को अगस्त 1942 और मई 1944 के बीच जेल में बंधी बनाकर रखा गया था। आगा खान पैलेस को सुल्तान मुहम्मद शाह आगा खान III ने वर्ष 1892 में बनाया था। इस पैलेस को पड़ोस में रहने वालों की मदद बनाया गया था, लेकिन इसके अकाल के समय बुरे प्रभावों का सामना करना पड़ा था। आगा खान ने इस महल को देश के लोगों को महात्मा गांधी के सम्मान के रूप में दान किया था। इस पैलस के चारों ओर हरे-भरे हरियाली के साथ यहां पर पर्यटक महात्मा गांधी, कस्तूरबा और गांधी के सचिव के स्मारकों को देख सकते हैं।

लाल महल (Lal Mahal)

लाल महल पुणे शहर के बीच स्थित लाल ईंट की ऐसी संरचना है जो आपको अपनी ओर आकर्षित करती है। यह महल पुणे आने वाले पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। लाल महल का निर्माण 1643 ईस्वी में सम्राट शिवाजी के पिता शाहजी ने अपनी पत्नी और बेटे के लिए करवाया था। इस जगह पर शिवाजी तब तक रहे थे जब तक वे पहला किला नहीं जीते थे। यह स्थान उस घटना का साक्षी है जब शिवाजी ने शाइस्ता खान की उंगलियाँ काट दीं। पुणे के लाल महल की दीवारों पर कुछ चित्रों को सजाया गया है जो शिवाजी के जीवन की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का चित्रण करते हैं।