उत्तराखंड का सबसे मशहूर पर्यटन स्थल है नैनीताल, तुरंत बना ले घूमने का प्लान

नैनीताल अपनी खूबसूरती और प्राकृतिक सुंदरता के लिए बहुत फेमस है। वैसे तो उत्तराखंड ऐसी जगह है जो की पूरा ही घूमने लायक है। लेकिन इन सब में सबसे ज्यादा मशहूर पर्यटन स्थल नैनीताल है। यहां पर पर्यटक दूर-दूर से नैनीताल में बसे तालों को देखने के लिए बड़ी संख्या में पहुँचते है। अगर आप घूमने का प्लान बना रहे है तो हम आज आपको इस आर्टिकल के जरिये नैनीताल की उन जगहों के बारें में जानकारी देने वाले है जहां आपको जरूर जाना चाहिए और ये सफर बेहद यादगार भी रहेगा।

नैनी झील

नैनीताल को झीलों की नगरी कहा जाता है। हम झीलों की बात कर रहे हो और नैनी झील की बात ना हो ऐसा नहीं हो सकता। नैनी झील नैनीताल की सबसे सुन्दर झील है पुरे देश व दुनिया से लोग इस झील की सुन्दरता देखने के लिए उत्तराखंड आते हैं। हरे-भरे पहाड़ो से भरी इस झील में आप नौकायन का आनंद भी उठा सकते हैं तथा यहाँ के सुहावने मौसम का लुत्फ़ भी उठा सकते हैं।

नैना देवी मंदिर

नैना देवी मंदिर नैनीताल में हिंदुओ की आस्था के सबसे बड़े केंद्र में हैं। यह मंदिर नैनी झील के मल्लीताल क्षेत्र में स्थित हैं। ऐसा माना जाता है हिन्दू देवी माता सती की आँख यहाँ पर गिरी थी जिस करना नैनी झील बनी थी तथा इस झील के किनारे पर ही नैना देवी मंदिर बनाया गया जहाँ लोग सती देवी की आँखों की कलाक्रति की पूजा करते हैं। इस मंदिर में हर वर्ष 8 दिन के लिए मेला भी लगता है जिसे देखने लोग दुनिया भर से आते हैं।

मॉल रोड

मॉल रोड नैनीताल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में से एक हैं। इस मार्ग पर आपको अलग-अलग सुन्दर चीजों की दुकाने, मॉल, रेस्टोरेंट, बैंक आदि बड़ी संख्या में देखने को मिलते हैं। नैनीताल में अलग-अलग प्रकार की सुन्दर मोमबत्तियाँ बनाई जाती हैं जिन्हें आप मॉल रोड पर स्थित दुकानों से खरीद सकते हैं। वैसे तो इस मार्ग पर बहुत भीड़ रहती है लेकिन मई व जून के महीने में वाहनों के आने पर प्रतिबन्ध रहता है तब आप अपने साथी के साथ पैदल पूरी मॉल रोड घूम सकते हैं।

टिफिन टॉप

नैनीताल अगर आप आते है तो टिफिन टॉप पर जरूर आये। नैनीताल के पर्यटन स्थलों में शुमार यह जगह आपको पूरे नैनीताल का दृश्य दिखाएगी। चारों तरफ चीड़, ओक व देवदार से घिरा हुआ यह स्थल आपको खुशनुमा व शांति के वातावरण से रूबरू करवाएगा। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो आपके मन को यहां भरपूर शान्ति मिलेगी। वैसे भी अगर आप यहाँ नहीं आए तो आपकी यात्रा अधूरी रह जाएगी। यह भी एक पिकनिक स्थल है और यहाँ कुछ रोमांचक कार्य भी किए जाते हैं जैसै पर्वतारोहण आदि तो आप इसे भूल तो सकते ही नहीं हैं।

पंगोट

अगर आपका बजट कम है और आप सस्ते में नैनीताल देखना चाहते है तो आप पंगोट गाँव जा सकते है। पंगोट नैनीताल से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक सुन्दर गाँव हैं। आप इस गाँव में ठहर सकते हैं यहाँ रुकना आपके लिए नैनीताल में रुकने से बहुत कम सस्ता होगा। इस गाँव में आपको बहुत ही शांत वातावरण मिलेगा तथा यहाँ के लोग भी बहुत ही मेल-जोल वाला स्वाभाव रखते हैं। पंगोट में आप ट्रेकिंग कर सकते हैं, कैम्पिंग कर सकते हैं, तथा विभिन्न प्रकार की चिड़ियों की प्रजाति देख सकते हैं। यहाँ पर रात को रूककर आसमान में चमकते तारो को देखना, व अपने पार्टनर के साथ ठंडी रात में जलती हुई लकडियों के पास बैठकर संगीत सुनना बड़ा ही मनोरंजक हैं।

स्नो पॉइंट

अगर आपको बर्फ़बारी का मजा उठाना है तो आपको नैनताल घूमने के लिए दिसम्बर से जनवरी के बीच का समय आना पड़ेगा। क्योंकि इस समय नैनीताल में बर्फ़बारी होती है। जिसे देखने के लिए सबसे ज्यादा पर्यटक इन्ही महीनो में आते है। ये समय नैनीताल घूमने का पीक टाइम भी माना जाता है । इसके अलावा इस चोटी पर एक लवर पॉइंट है जहां आप अपने पार्टर्नर के साथ फोटोग्राफी और घुड़सवारी का मजा उठा सकते है।

नैनीताल जू

अगर आप नैनीताल अपने बच्चों के साथ घूमने गए है, या आपको जानवरों से प्रेम है और उन्हें देखने में रूचि रखते है तो ये जगह आपके लिए उपयुक्त होगी, क्योकि यहाँ पर जंगली जानवर जैसे – हांथी, शेर, बाघ, चीता, भालू, हिरण, गोरिल्ला, मोर, तेंदुए , इत्यादि जंगली जानवरों को देख पाएंगे। इसके साथ ही आप यहां लुप्त हो चुकी कई पक्षियों और जानवरों की प्रजातियों के साथ साथ विदेशी पशु पक्षी देखने को मिल जायेंगे।

जिम कार्बेट नेशनल पार्क

हरियाली, शांत वातावरण, पेड़ों से गुज़रती ताज़ी हवा और उनके बीच विलुप्त होते पशु-पक्षी, इन सभी का संगम आपको एक ही स्थान पर और एक ही समय पर मिलेगा। हैरान होने वाली बात बिल्कुल नहीं है क्योंकि यहाँ जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की बात हो रही है। अगर आप अक्टूबर से फरवरी के दौरान यहाँ आते हैं तो आपको यहाँ कुछ अनोखे और अनदेखे पक्षी देखने को मिलेंगे जो आप यहाँ के अलावा और कहीं नहीं देख पाऐंगे। यह सुनहरा अवसर है इसे आसानी से हाथ से जाने मत दीजिए।