सस्ते में घूमने के लिए परफेक्ट हैं कम बजट वाले ये 9 पर्यटन स्थल

मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होने के लिए ट्रैवलिंग यानी घूमना बेहद जरुरी है। ट्रैवलिंग करने से या बाहर घूमने से आपके अंदर एक कॉन्फिडेंट आता है, लोगों को जानने का मौका मिलता है साथी ही उस जगह की संस्कृति के बारे में भी पता चलता है और हां ट्रैवलिंग करने से स्वास्थ्य पर भी एक अच्छा असर पड़ता है। दरअसल, हर जगह का मौसम अलग-अलग प्रकार का होता है, कहीं बेहद ठंड पड़ती है तो कहीं गर्मी का कहर देखने को मिलता है। ऐसी जगहों पर घूमने फिरने से हमारा शरीर मजबूत बनता है। मौसम, पर्यावरण, दिनचर्या और परिवेश में बदलाव से हमारे दिमाग और मन पर एक सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। घूमने फिरने से आप रिलेक्स महसूस करते हैं, कम स्ट्रेस में रहते हैं और मूड भी बेहद खुशमिजाज टाइप का रहता है। तो ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे है जहां का मौसम, मनमोहक नजारों के साथ लाखों यादें बना सकते हैं। इसके साथ ही इन जगहों पर घूमने के लिए आपकी जेब पर भी भारी नहीं पड़ेगा।

माउंट आबू, राजस्थान

माउंट आबू राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित एक प्रसिद्द हिल स्टेशन है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, आरामदायक जलवायु, हरी भरी पहाड़ियों, निर्मल झीलों, वास्तुशिल्पीय दृष्टि से सुंदर मंदिरों और अनेक धार्मिक स्थानों के लिए प्रसिद्द है। यह हिल स्टेशन अरावली पर्वत की सबसे ऊँची चोटी पर 1220 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह स्थान राज्य के अन्य हिस्सों की तरह गर्म नहीं है। माउंट आबू हिन्दू और जैन धर्म का प्रमुख तीर्थस्थल है। यहां का ऐतिहासिक मंदिर और प्राकृतिक खूबसूरती सैलानियों को अपनी ओर खींचती है। इस स्थान के प्रमुख पर्यटन स्थल नक्की झील, सनसेट पॉइंट, टोड रॉक, अबू रोड का शहर, गुरू शिखर चोटी और माउंट आबू वन्य जीवन अभयारण्य हैं। माउंट आबू में धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के अनेक स्मारक हैं जिनमें मुख्य रूप से दिलवारा के जैन मंदिर, आधार देवी मंदिर, दूध बावडी, श्री रघुनाथ जी मंदिर और अचलगढ़ किला आते हैं।

धनोल्टी, उत्तराखंड

मसूरी से लगभग तीस किलोमीटर दूर टिहरी जाने वाली रोड पर एक शांत और खूबसूरत जगह है धनोल्टी। धनौल्टी देवदार के जंगल से घिरा है। अब देवदार का जंगल ही इसकी पहचान बन चुका है। धनौल्टी काफ़ी शान्तिपूर्ण स्थल के रूप में भी जानी जाती है जिस कारण यहाँ पर्यटकों की भीड़ अधिक रहती है। लंबी जंगली ढलानें, ठंडी व शांत हवाएँ, स्थानीय लोगों द्वारा की जाने वाली मेहमान नवाजी, मनमोहक मौसम, बर्फ से ढंके पहाड़ यहाँ की ख़ास विशेषताओं में शामिल हैं, जो इस जगह को सुकूनभरी छुट्टियाँ बिताने के लिए एक आदर्श जगह का दर्ज़ा देते हैं।

कसौली, हिमाचल प्रदेश

समुद्री तल से 1795 की ऊँचाई पर स्थित कसौली हिमाचल प्रदेश का एक छोटा पर्वतीय स्‍थल है। यह शिमला के दक्षिण में 77 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। अपनी सफाई और सुंदरता के कारण मशहूर कसौली में बड़ी संख्‍या में पर्यटक आते हैं। इसे छोटा शिमला भी कहा जाता है। कसौली की सबसे खास बात है कि यह शिमला से सस्ता है। यहां पर कुछ ही समय में बादल छा जाते हैं तो कुछ ही समय में सूरज की किरणें निकल आती हैं। इसके अलावा कसौली में बान, चीड़, देवदार के पेड़ों आदि के साथ जीवों की लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए भी चर्चित है। यहां पर सैलानियों का आना-जाना लगा ही रहता है। कसौली में मुख्य रूप से घूमने के लिए कृष्ण भवन मंदिर, मंकी पॉइंट, गुरु नानकजी गुरुद्वारा, सनसेट पॉइंट, क्राइस्ट चर्च और मॉल रोड है।

नैनीताल, उत्तराखंड

नैनीताल उत्तराखंड का एक आकर्षक हिल स्टेशन है। ये अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांतिपूर्ण माहौल के लिए जाना जाता है। नैनीताल हिमालय की कुमाऊँ पहाडि़यों की तलहटी में स्थित है। समुद्र तल से नैनीताल की कुल ऊंचाई लगभग 1938 मीटर (6358 फुट) है। नैनीताल की घाटी में नाशपाती के आकार की एक झील है जो नैनी झील के नाम से जानी जाती है। यह झील चारों ओर से पहाड़ों से घिरी है तथा इसकी कुल परिधि लगभग दो मील है।

कुफरी, हिमाचल प्रदेश

कुफरी हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जो हिमाचल में छुट्टी मनाने वाले स्थलों के लिए सबसे अधिक लोकप्रिय है। कुफरी, शिमला से लगभग 10 किमी दूर है। कुफरी में देखने लायक ज्यादा कुछ नहीं है लेकिन यहां ट्रेकिंग करते हुए मनोरम दृश्यों को देखना और मंदिर के दर्शन करना आपकी यात्रा को यादगार बना देगा। हिमालयन नेचर पार्क को कुफरी नेशनल पार्क भी कहा जाता है। यह पार्क 90 हेक्टेयर में फैला हुआ है जिसमें हिमालयी वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत श्रृंखला पाई जाती है। हिमालयन नेचर पार्क 180 से अधिक पक्षियों की प्रजातियों और यहाँ रहने वाले विभिन्न प्रकार के जानवरों का घर है।

रणकपुर, राजस्थान

राजस्थान के पाली जिले स्थित रणकपुर एक खूबसूरत नगर है जो राज्य के बाकी शहरों की तरह ही ऐतिहासिक महत्व रखता है। इसका नाम महान राजपूत राजा राणा कुंभा के नाम पर रखा गया था। कला और इतिहास के प्रेमियों के लिए यह स्थान किसी जन्नत से कम नहीं। रणकपुर, राजस्थान के पाली के सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। उदयपुर से सड़क के रास्ते यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। इस खास लेख में जानिए पर्यटन के लिहाज से रणकपुर आपके लिए कितना खास है। रणकपुर एक जैन तीर्थस्थल रहा है। रणकपुर का जैन मंदिर यहां के सबसे उल्लेखनीय मंदिर है, जो अपनी अद्भुत संरचना, वास्तुकला, नक्काशी के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। यह भारत के सबसे प्रसिद्ध जैन मंदिरों में गिना जाता है जिसका निर्माण यहां के किसी धरणा शाह नाम के व्यापारी ने दैवीय आदेश पर कराया था। जैन मंदिर के अलावा आप यहां प्रसिद्ध सूर्य नारायण मंदिर के दर्शन के लिए आ सकते हैं। यह भव्य मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित एक अद्भुत संरचना है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु और सैलानी आते हैं।

सिलवासा

19वीं शताब्दी तक सिलवासा के बारे में लोग अनजान थे लेकिन पुर्तगाल शासन द्वारा 1885 में इसे राज्य की राजधानी बनाने के बाद यह जगह दुनियाभर में आकर्षण का केंद्र बन गई। इस जगह पर आकर लोग पुरानी कला संस्कृति में जुड़ जाते है।

सिलवासा में स्थित रोमन कैथोलिक चर्च की वास्तुकला में पुर्तगाली शैली का प्रभाव है। यहां का वातावरण आपका दिल जीत लेगा। इस जगह पर आकर आपको पहाड़ियों पर बने ऊंचे-नीचे कॉटेज और छोटे-बड़े खेतों के बीच रहकर काफी अच्छा लगेगा।

वायनाड, केरल

केरल में बसा खूबसूरत जिला वायनाड प्रदेश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यहा के हरे भरे हरे-भरे पर्वत यहां की प्राकृतिक को खूबसूरत बनाने में मदद करते है। यह जगह काफी खूबसूरत और शांत है। यहां कई पुराने धार्मिक मंदिर हैं। जो घाटियों में बने होने के कारण चारों ओर से पहाड़ों से घिरा हुआ है।

कुर्ग, कर्नाटक

कर्नाटक में स्थित कुर्ग को कोडगु के नाम से भी जाना जाता है। यह जगह देश के फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक है। पहाड़ियों के बीच बसी इस जगह की खूबसूरती को देख हर कई हैरान हो जाता है। यह जगह खूबसूरत हरा-भरी होने के कारण इसे इंडिया का स्कॉटलैंड भी कहा जाता है।

कर्नाटक में पश्चिमी घाट की वादियों में बसे इस खूबसूरत हिल स्टेशन पर हर साल लाखों की संख्या में देश-विदेश से टूरिस्ट आते हैं। यहां पर नदी झरने के साथ हरे भरे पेड़ पौधे है। इसके अलावा चीड़ियों पक्षीयों की चहचहाहट लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर लेती है।