अपने कई लोगों को देखा होगा जो अपने अनोखे कारनामों की वजह से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते है। भारत में भी कई ऐसे लोग हैं जिनके नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हैं। लेकिन वहीँ भारत की कई ऐसी जगहें भी हैं जो देश को गौरवान्वित करते हुए अनोखे वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुकी हैं। जी हां, भारत की ये जगहें अपनेआप में बेहद अनोखी हैं जहां की विशेषता के चलते सभी एक झलक पाने की चाहत रखते हैं। तो आइये जानते हैं देश की उन जगहों के बारे में जिन्होनें वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया हैं।
विश्व का सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड, चैल, हिमाचल प्रदेशजी हां, 2144 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चैल क्रिकेट का मैदान दुनिया के अन्य सभी क्रिकेट स्टेडियमों में सबसे ऊंचा है। भारतीय सेना अब इस मैदान की देखभाल कर रही है, इसलिए नागरिकों को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है, लेकिन आप मैदान के चारों ओर घूम सकते हैं।
दुनिया का सबसे ऊंचा डाकघर, हिक्किम गांवभारत वो जगह है जहां विश्व का सबसे ऊंचा डाकघर स्थित है। हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले में 4440 मीटर (समुद्र तल से 14567 फीट) की ऊंचाई पर स्थित हिक्किम गांव दुनिया का सबसे ऊंचा डाकघर है। इस जगह को पिन कोड 172114 के साथ विश्व का सबसे ऊंचा डाकघर होने का श्रेय दिया जाता है।
दुनिया में सबसे ऊंची मोटर योग्य सड़कलद्दाख का चिसुमले-डेमचोक रोड समुद्र तल से 19000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित दुनिया की सबसे ऊंची मोटर योग्य सड़क है। सड़क को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनाया गया है, जो देश के कुछ सबसे कठिन सीमा क्षेत्रों को जोड़ता है।
पृथ्वी पर सबसे अधिक गीला स्थान, मौसिनराममौसिनराम मेघालय के पूर्वी खासी पहाड़ी जिले में स्थित, मौसिनराम को पृथ्वी पर सबसे अधिक गीले स्थान के रूप में जाना जाता है। मानसून के मौसम में इस जगह पर काफी बारिश देखने को मिलती है।
दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल, चिनाब ब्रिज, जम्मू और कश्मीरजम्मू और कश्मीर में मौजूद दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल चिनाब ब्रिज, चिनाब नदी पर स्थित है। ब्रिज 359 मीटर लंबा है, जो एफिल टॉवर से भी 30 मीटर ऊंचा है। पुल बक्कल (कटरा) और कौरी (श्रीनगर) को जोड़ता है।
डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज, मेघालयशिलांग से चेरापूंजी (सोहरा) और मावलिननॉन्ग में लगभग 60 किमी दूर स्थित डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज भारत की एक अद्वितीय जगह है। इस जगह तक पहुंचना एक बहुत बड़ा टास्क है, आप यहां ट्रैकिंग करते हुए जा सकते हैं। लेकिन आपको बता दें, यहां तक बहुत ही कम लोग पहुंच पाते हैं।