चाय भारत में सबसे अधिक पीया जाने वाला पेय पदार्थ हैं। अधिकतर लोगों के दिन की शुरुआत गर्मागर्म चाय से ही होती है। अगर सुबह चाय ना मिले तो ऐसा लगता है दिन अधूरा चला गया, गर्मा-गर्म चाय ना सिर्फ आपका दिन अच्छा बनाती है, बल्कि आपमें स्फूर्ति भी प्रदान करती है। कई चाय के शौकीन लोग तो दिनभर में कई कप चाय की चुस्कियां ले लेते हैं। ऐसे में जरा सोचिए कि चाय के इन शौकीन लोगों को चाय के बागान के बीच ले जाकर खड़ा कर दिया जाए तो। भारत को चाय उत्पादन के मामले से सबसे बड़े देशों में से एक माना जाता है। ऐसे में देश में कई ऐसे बड़े चाय बागान हैं जो अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं। आज हम आपको देश के खूबसूरत चाय बागानों की जानकारी देने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
जोरहाट टी बंगला, असमघाटी के मध्य भाग में बसे, जोरहाट को अक्सर ‘विश्व की चाय राजधानी’ के रूप में भी जाना जाता है जिससे इसकी प्रसिद्धी का अंदाजा लगाया जा सकता है। जोरहाट टी बंगला चाय के बागानों के साथ साथ पर्यटकों के ठहरने के लिए आवास के विकल्प भी प्रदान करता है, यहाँ के बंगले औपनिवेशिक काल के हैं जो आपको प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर इन चाय के बागानों के बीचो बीच में एक अलग ही अनुभव प्रदान करते हैं।
कूच बिहार चाय बागान, पश्चिम बंगालपश्चिम बंगाल में मौजूद ये चाय बागान भारत के सबसे अधिक चाय उत्पादकों की मेजबानी करता है। यही नहीं ये जगह चाय के साथ-साथ लाखों सैलानियों के लिए पर्यटक स्थल भी है। इस बागान को लेकर कहा जाता है कि इसे 1950 के दशक में वापस स्थापित किया गया है। फ्रेंड्स और फैमिली के साथ के साथ घूमने के लिए बेहतरीन जगह है।
नीलगिरि चाय बागान, तमिलनाडुभारत के प्रसिद्ध चाय बागान में से एक “नीलगिरि चाय बागान” 100 वर्षों से चाय का उत्पादन कर रहा हैं जो अपनी सुंदर और सुगंधित चाय के लिए प्रसिद्ध हैं। भारत के अन्य चाय बागानों के विपरीत यहाँ के बागान पूरे वर्ष भर चाय उगाते हैं, इसीलिए आप बर्ष के किसी भी समय घूमने आ सकते है। जब भी आप यहाँ घूमने आयेंगे तो कोडानाड एस्टेट, हाई फील्ड टी फैक्ट्री, लॉकहार्ट टी एस्टेट, विग्नेश्वर एस्टेट टी फैक्ट्री और ग्लेंडेल टी एस्टेट जैसी चाय उत्पादन करने वाली कई फर्मो को देख सकगें। चारों ओर सुंदर हरी-भरी हरियाली से भरपूर नीलगिरि चाय बागान तमिलनाडु पर्यटन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हर लाखों टूरिस्ट्स और हनीमून कपल्स को अट्रेक्ट करता है।
दारंग टी एस्टेटदारंग टी एस्टेट हिमाचल प्रदेश में मौजूद है। जो कि 70 एकड़ में फैला हुआ है। यह ऊंचे पहाड़ों में स्थित है और यह बागान लाखों सैलानियों की भी मेजबानी करता है। यदि आप यहां घूमने के लिए जाते हैं तो बागान के बगल में रुकने के लिए खास रूप से घरों का निर्माण भी किया गया है।
गटोंगा टी एस्टेट, असम यह नॉर्थ-ईस्ट के राज्य असम में मौजूद बेहद ही प्रसिद्ध चाय बगान है। ब्रिटिश काल में इसी बगान से चाय विदेशों में बेचीं जाती थी। कई वर्षों तक ब्रिटिश हुकूमत का राज होने के बाद इस बगान को मुक्त किया गया। यहां से आप ऊंचें-ऊंचें पहाड़ों के नज़रों का लुत्फ़ उठा सकते हैं।
केलगुर टी एस्टेटकेलगुर टी एस्टेट साउथ इंडिया के कर्नाटक शहर में स्थित है, जोकि बहुत ही फेमस है। शायद ही आप जानते हो कि इस बागान को दुनिया का सबसे बड़ा ऑर्थोडॉक्स टी एस्टेट माना जाता है। ये लगभग 15 सौ एकड़ में फैला हुआ है।
कानन देवन हिल्स प्लांटेशन, मुन्नारभारतीय राज्य केरल के इडुक्की जिले में स्थित, कानन देवन हिल्स प्लांटेशन भारत के प्रमुख चाय के बगान में से एक है। डैनियल मुनरो ने इस पहाड़ी को कानन देवन से 11 जुलाई, 1877 को चाय और कॉफी के बागान के लिए पट्टे पर लिया था, और तब से यह जगह चाय उत्पादन और पर्यटन के लिए भारत के प्रमुख चाय बागान में से एक बनी हुई है। बता दे यह देश का पहला संग्रहालय भी है जिसका उद्देश्य इस सदी के पुराने चाय बागान के विकास को चित्रित करना है।
हैप्पी वैली टी एस्टेटदार्जिलिंग भारत का सबसे पॉपुलर हिल स्टेशन होने के साथ-साथ प्रमुख टी गार्डन का क्षेत्र भी है। वहां हर तरफ चाय की खेती होती है। यहां की चाय की खास बात यह है कि यह हल्के रंग की होती है और इसमें से फूलों की महक भी आती है। दार्जिलिंग में भारत के कुल चाय का लगभग 25 प्रतिशत उत्पादन होता है। यहां आपको हैप्पी वैली टी एस्टेट देखने को मिलेगा।