बारिश के दिनों में गुलाबीनगरी के इन व्यंजनों का लुत्फ़ उठाते है सैलानी

मानसून ने धीरे-धीरे अपने आगमन के संकेत दे दिए हैं और तापमान में कमी आने लगी हैं। जिसके चलते सैलानियों की संख्या में इजाफा होने लगा हैं। खासकर गुलाबीनगरी जयपुर में। जहां इस मौसम में जयपुर के किले, महल और यहां की खूबसूरती को निहारने के लिए देश- विदेश से पर्यटक आते हैं। आने वाले सैलानियों के लिए मानसून में सबसे बड़ा आकर्षण बनते हैं यहाँ के विशेष व्यंजन। आज हम आपको राजस्थान में मानसून आने पर पसंद की जाने वाली डिशेज के बारे में बताने जा रहे हैं जो मानसून का मजा ओर बढ़ा देती हैं।

* प्याज की कचौरी

प्याज की कचौरी जयपुर ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान में मशहूर है। यूं तो पूरे वर्ष पसंद की जाती है, लेकिन बारिश के मौसम में इसके स्वाद की डिमांड और बढ़ जाती है। इसे धनिया और लहसुन की चटनी के अलावा कढ़ी के साथ लोग खाना पसंद करते हैं।

* मिर्ची बड़ा

मिर्ची बड़ा मोटी कम तीखी मिर्च में भुना हुआ आलू मसाला भरकर, बेसन के घोल को लपेटने के बाद तल कर बनाई जाती है। ये मिर्ची इतनी तीखी नहीं होती कि खाने के बाद आपकी आखों में पानी आ जाए। इसे टोमेटो सॉस या लहसुन की चटनी के साथ लोग खाना पसंद करते हैं।

* हींग की कचौरी

देश में कचौरी सबसे पॉपुलर स्नैक्स मानी जाती है और हो भी क्यों ना, इसका स्वाद ही इतना निराला होता है। अगर यह गरमा-गर्म सीधी कढ़ाई से निकाल कर खाई जाए तब तो इसके स्वाद के कहने ही क्या। यह भले ही कैलोरी में थोड़ी हाई जरूर होती हो, लेकिन जब इसे बारिश के मौसम में खाया जाए तो मजा ही कुछ और है।

* मूंग दाल की पकौड़ी

बरसात के दिनों में फैमिली के लोग अक्सर एक साथ शाम को कॉफी और चाय का मजा लेते हैं। इस दौरान गरमा-गर्म चाय के साथ चटकदार पकौड़े मिल जाए तो सोने पर सुहागा हो जाता है। मूंग दाल की पकौड़ी काफी एनर्जेटिक होने के साथ बारिश के मौसम की खूबसूरती में जायकेदार तड़का लगाने के लिए काफी होता है।

* राजस्थानी टिक्का पराठा

बारिश के मौसम में गरमा-गर्म और चटखारे स्वाद का इंतजार सभी को रहता है। ब्रेकफास्ट में भी कुरकुरे स्वाद से भरपूर गरमा-गर्म राजस्थानी टिक्का पराठा मिल जाए तो क्या कहने। टोमैटो सॉस और हरी धनिया की चटनी व दही के साथ बरसात के मौसम में पराठा खाने का मजा ही कुछ और होता है।