राजस्थान के बीकानेर में हैं रजवाड़ों की विरासत, बिता सकते हैं यहां रॉयल के साथ रोमांटिक पल

राजस्थान की धरती को अपने इतिहास के लिए जाना जाता हैं जहां राज-महाराजा का राज रहा हैं और कई इमारतें ऐसी हैं जो इसकी गाथा को बयां करती हैं। घूमने के लिहाज से राजस्थान को एक बेहतरीन जगह माना जाता हैं। लेकिन राजस्थान में भी कई शहर जो अपने इतिहास और पर्यटन के लिए जाने जाते हैं। आज इस कड़ी में हम आपके लिए राजस्थान के बीकानेर से जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं जिसे रजवाड़ों की अनोखी विरासत के लिए जाना जाता हैं। यह जगह रोमांटिक और ऐतिहासिक पलों का संगमम देती हैं। तो आइये जानते हैं किस तरह यहां के पर्यटन का मजा ले सकते हैं।

बीकानेर का इतिहास

बीकानेर में रजवाड़ों की अनोखी विरासत है। यहां पर आपको कई शाही हवेलियां मिलेंगी। यह राठौर राजकुमार, राव बीकाजी द्वारा वर्ष 1488 में स्थापित किया गया था। यह शहर अपनी समृद्ध राजपूत, संस्कृति स्वादिष्ट भुजिया नमकीन रंगीन त्योहारों, भव्य महलों, सुंदर मूर्तियों और विशाल रेत के पत्थर के बने किलों के लिए प्रसिद्ध है।

घूमने के लिए बेस्ट टाइम

नवम्बर से फरवरी का वक्त बीकानेर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय है। गर्मी का मौसम यहां पर मार्च के महीने से जून तक रहता है। इस जगह का अधिकतम और न्यूनतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस और 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जाता है, इस वजह से गर्मी में यहां जाने से बचना चाहिए।

बीकानेर के पर्यटन स्थल

आप यहां पर गजनेर पैलेस, शिव वारी मंदिर, कालीबंगन, लालगढ़ पैलेस, जूनागढ़ किला इन तमाम जगहों को देख तथा ऊंट की सवारी कर सकती हैं।

बीकानेर में क्या है खास

ऊंट, लोकप्रिय ‘रेगिस्तान के जहाज’ के रूप में जाना जाता है। यह त्यौहार जूनागढ़ किले की पृष्ठभूमि में आयोजित एक शानदार जुलूस के साथ शुरू होता है। इस त्योहार के दौरान ऊंट गहने और रंगीन कपड़े के साथ सजाया जाता है। ऊंट दौड़, ऊंट दुहना, फर डिजाइन, सबसे अच्छी नस्ल प्रतियोगिता, ऊंट कलाबाजी, और ऊंट बैंड अदि त्योहार के सबसे लोकप्रिय आकर्षण हैं।

बीकानेर वाला ब्रांड यहीं से हुआ शुरू

बीकानेर विशाल भुजिया उद्योग का उद्गम स्थल रहा है, जो कि 1877 में राजा, श्री डूगर सिंह के शासनकाल में शुरू किया गया। भुजिया सबसे पहले डूगरशाही के नाम से शुरू की गई, जो कि राजा के मेहमानों की सेवा के तहत बनाया जाता था। बीकानेर,जो कि बीकानेरी भुजिया, मिठाई और नमकीन के लिए जाना जाता है। यह शहर ‘बीकाजी’ और ‘हल्दीराम जैसे विश्व प्रसिद्ध वैश्विक ब्रांडों का उद्गम स्थल रहा है।

कैसे पहुंचे

पर्यटक बस सेवा द्वारा भी गंतव्य तक पहुंच सकते हैं। राज्य परिवहन की और निजी बसें दिल्ली, जोधपुर, आगरा, अजमेर, अहमदाबाद, जयपुर, झुंझुनू, जैसलमेर, बाड़मेर, उदयपुर और कोटा से बीकानेर के लिए उपलब्ध हैं। लालगढ़ पैलेस के पास बस स्टैंड है। बीकानेर रेलवे स्टेशन लगातार गाड़ियों द्वारा जयपुर, चुरू, जोधपुर, दिल्ली, कालका, हावड़ा और भटिंडा जैसे प्रमुख भारतीय स्थलों से जुड़ा हुआ है।

बीकानेर रेलवे स्टेशन से शहर के लिए कैब उपलब्ध हैं। जोधपुर हवाई अड्डा यहां सबसे नजदीक है, जो कि बीकानेर से लगभग 250 किमी की दूरी पर स्थित है। विदेशी पर्यटकों के लिए नई दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा सबसे निकट है।