बारिश के दिनों में घूमे मध्यप्रदेश के इन पर्यटन स्थलों पर

भारत में वैसे तो घूमने के हिसाब से कई जगहें हैं लेकिन मध्य प्रदेश को अपनी ऐतिहासिक इमारतों और प्राकृतिक संपदा के लिए दुनिया भरा में जाना जाता है। और इनको देखने का मजा मानसून के दिनों में ओर भी बढ़ जाता हैं। मानसून के दिनों में मध्यप्रदेश किसी जन्नत से कम नहीं हैं, क्योंकि यहाँ के कुदरती नजारें मानसून के दिनों में अपनी अलग ही छंवी पेश करते हैं। आज हम आपको मध्यप्रदेश की ऐसी जगहों की सैर करवाने जा रहे हैं, जहां इस मानसून में घूमने जाने पर यह आपका सबसे यादगार मानसून बन जाएगा। तो आइये जानते हैं मध्यप्रदेश की इन जन्नती जगहों के बारे में।

* मांडू

मांडू यहां के चुनिंदा सबसे खास ऐतिहासिक स्थलों में जाना जाता है, जो अपनी प्राचीन संरचानों के लिए ज्यादा प्रसिद्ध है, पर यहां चारों तरफ फैली प्राकृतिक वनस्पतियां इसे एक शानदार प्राकृतिक स्थल बनाने का काम भी करती हैं। यहां का मौसम साल भर खुशनुमा रहता है, खासकर मानसून के दौरान यहां के नजारे देखने लायक होते हैं। यहां की ऐतिहासिक सरंचनाएं इस मौसम अद्भभुत नजर आती हैं। फोटोग्राफी के शौकीन यहां शानदार दृश्यों को अपने कैमरे में उतार सकते हैं। यह स्थल इतिहास में दिलचस्पी रखने वालों और प्रकृति प्रेमियों के लिए काफी खास माना जाता है।

* सांची

मानसून में कुछ अलग अनुभव के लिए आप यहां के सांची की सैर कर सकते हैं। ऐतिहासिक रूप से यह स्थल न सिर्फ राज्य बल्कि देश का एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह एक बौद्ध स्थल जहां आप 12 सदी के बाद बनाए गए प्राचीन स्तूपों को देख सकते हैं। लेकिन आपको बता दें कि मानसून के दौरान यहां के नजारे कुछ अलग ही होते हैं। मानसून की बारिश स्तूप के आसपास के पेड़ों और यहां की हवा को स्वच्छ कर देती है। इस दौरान यहां हरी-भरी वनस्पतियां खुशी से चहक उठती हैं। आप यहां स्तूप के पास एख छोटी झील को भी देख सकते हैं। जो बारिश में पूरी भर सी जाती है। यहां का नजारा देखने लायक है,अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं तो आपको इस मौसम यहां जरूर आना चाहिए।

* धुंआधार फॉल्स

मानसून के दौरान कुछ रोमांचक एहसास के लिए आप यहां के धुंआधार फॉल्स की सैर का आनंद ले सकते हैं। यह जलप्रपात राज्य के खूबसूरत और आकर्षक झरनों की श्रृंखला में आता है। धुंआधार फॉल्स को जल पवित्र नर्मदा नदी के प्राप्त होता है। एक शांत बहती हुई यह नदी यहां के चट्टानी सफर के दौरान अद्भुत रूप धारण कर लेती है। पानी नीचे गिरते ही तेज बहाव में बदल जाता है, जिसकी आवाज आप दूर से भी सुन सकते हैं। इस जलप्रपात की आवाज किसी जंगल के शेर जैसी लगती है। इसे धुंआधार इसलिए कहा जाता है कि क्योंकि चट्टानों से गिरता तेज पानी अपने चारों तरह पानी की हल्की बौछारों का धुंध पैदा करता है। एक रोमांचक एहसास के लिए आप यहां आ सकते हैं।

* भोपाल


उपरोक्त स्थानों के अलावा आप मानसून का आनंद लेने के लिए भोपाल का सफर कर सकते हैं। भोपाल राज्य का राजधानी शहर है जो अपनी ऐतिहासिक विरासतों, कला-लोक संस्कृति और प्राकृतिक स्थलों के लिए जाना जाता है। यहां की दो झीले शहर को कुदरती रूप से खास बनाने के काम करती है। मानसून के दौरान आप इन झीलों की सैर कर सकते हैं। इस मौसम आप इन झीलों की खूबसूरती के उच्चतम रूपों को देखने का मौका प्राप्त कर सकते हैं। इनके अलावा आप इस दौरान यहां के महलों और खूबसूरत मस्जिदों को देखना न भूलें। 50 किमी की रेंज में आप यहां के खूबसूरत दर्शनीय स्थलों को देख सकते हैं।