लोनावाला की ये जगहें देती है बारिश में घूमने का असली मजा

बारिश के मौसम में घूमने के लिए लोग ऐसी जगहों का चुनाव करते हैं, जो बारिश के दिनों में अपने प्राकृतिक नजारों की वजह से पर्यटकों का दिल मोह लेती हैं। मानसून के दिनों में पसंदीदा जगहों में से एक हैं लोनावाला। यह महारष्ट्र का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जोकि मुंबई और पुणे के बीच में स्थित है। यहाँ का वातावरण और जलवायु मन को इतने भा जाते हैं कि यहाँ से जाने का मन ही नहीं करता हैं। मानसून के दिनों के लिए यह एक परफेक्ट हॉलिडे डेस्टिनेशन है। आज हम आपको लोनावाला की घूमने लायक जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं कैसे ले लोनावाला घूमने का मजा।

* बुशी डैम

लोनावाला से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर बुशी डैम स्थित है। यह यहां का प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट के रूप में जाना जाता है। खासकर मानसून के समय यहां पर्यटकों की खासा भीड़ देखी जा सकती है। यहां अगर आप जाते हैं तो इस बात का ख्याल जरूर रखें कि डैम में पानी अचानक बढ़ जाता है।

* ड्यूक नोज

ड्यूक नोज को नागफनी के नाम से भी जाना जाता है इसका नाम एक ब्रिटिश गर्वनर के नाम पर पड़ा। खंडाला स्टेशन से इसके शिखर पर आसानी से पैदल चढ़ा जा सकता है ।इस पहाड़ी के समीप ही सौसेज हिल और आईएनएस शिवाजी है। सौसेज हिल पर एक छोटा सा जंगल है, यहां पक्षियों की विभिन्न प्रजातियां देखी जा सकती हैं।

* रईवुड पार्क

यहां का नजारा पूरी तरह से हरियाली से भरा हुआ है। चारों ओर पेड़ पौधे के साथ हरी भरी घासें की प्राकृतिक छठा देखते ही बनती है। जो सभी का मन मोह ले और यह अपनी ओर आकर्षित करती है। तभी तो दूर-दूर के लोग यहां पर आकर इस नजारें का पूरा लुफ्त उठाते है। यहां पर बड़ों से लेकर बूढ़े भी खूब मस्ती कर वादियों का लुफ्त उठाते है।

* राजमची पाइंट

खूबसूरत वादियों के बीच बसा राजमची लोनावला से लगभग 6 किमी की दूरी पर स्थित है। इसका यह नाम यहां के गांव राजमची के कारण पड़ा है। इसकी ओर चले आने का कारण यहां की सुंदरता के साथ अट्रैक्शन का केन्द्रबिंदू है शिवाजी का किला और राजमची वाइल्ड लाइफ सेंक्चुअरी है।

* तुंगारी झील

तुंगारी झील का निर्माण बिर्टिश साम्रज्य के दौरान हुआ बारिश के पानी को सरंक्षित करने के लिए हुआ था। मानसून के दौरान इस झील में काफी पानी इकट्ठा हो जाता है। इसमें पर्यटक नौकायान का लुत्फ उठा सकते हैं।

* कार्ला गुफा

कार्ला गुफा यहां की सबसे पुरानी गुफायों में से एक हैं। पत्थरों को काटकर बनाई गई कार्ले की गुफाएं के स्तंभों पर बेहतरीन नक्काशी की गई है। हीनयान सम्प्रदाय द्वारा निर्मित इस गुफा को बाद में महायान संप्रदाय ने अपने नियंत्रण में लिया। इस गुफा के मुख्य हाल के बाहर कोली मंदिर है।

* भाजा गुफा

कार्ले की गुफाओं के विपरीत दिशा में भाजा की गुफाएं स्थित है। यह मालावी स्टेशन से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भाजा की गुफाओं का निर्माण दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था। यहां की गुफाएं कार्ले की गुफाओं से ज्यादा सुरक्षित अवस्था में है।