प्रकृति की गोद में सुकून दिलाता हैं भारत का मिनी कश्मीर 'पिथौरागढ़'

हर भारतीय की चाहत होती हैं कि वह अपनी जिंदगी में एक बार कश्मीर की वादियों का आनंद जरूर लें। हांलाकि यह कई लोगों के बजट से बाहर होता हैं। लेकिन अगर आप चाहे तो कम बजट में भारत के मिनी कश्मीर को घूमकर कश्मीर जैसा आनंद ले सकते हैं। हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के हिल स्टेशन 'पिथौरागढ़' की। दौड़ती-भागती दुनिया से दूर यह जगह ठहरकर खुद के लिए समय गुजारने ले लम्हे देती हैं। दिल्ली से यह जगाक करीब 500 किलोमीटर हैं जहां रहने के पर्याप्त साधन उपलब्ध हो जाते हैं। यहां का ठंडा मौसम शहर की उमस भरी गर्मी से सूकुन दिलाता है। यहां पहाड़ों के अलावा कई और जगहें भी हैं, जहां पर आप घूम सकते हैं। परिवार के साथ छुट्टियां मनाने और प्रकृति की गोद में कुछ दिन शांति से बिताने के लिए ये एक अच्छी जगह है। तो चलिए जानते हैं इस खूबसूरत जगह के बारे में।

पिथौरागढ़ को ऐसे ही छोटा कश्मीर नहीं कहा जाता है, यहां की खूबसूरती किसी मामले में कम नहीं है। यहां पर आकर आपको कश्मीर की तरह ही हरी-भरी वादियों का सुकून, झीलें और ठंडी हवाओं के झोंके एक अलग ही तरह का सुकून पहुंचाते हैं। यहां की झीलें और पहाड़ी, घुमावदार रास्ते मन को मोह लेते हैं। यहां के नजारे देखकर यहीं बस जाने का मन करता है। यहां की ठंडी हवाओं में हरी घास पर चलने का मजा ही कुछ और है। इससे आपको एक ताजगी का अहसास होता है।

यहां पर आप रिवर राफ्टिंग, स्कीइंग और हैं ग्लाइडिंग का मजा भी ले सकते हैं। यहां पर जोलिंगकॉंग और अंछेरीताल झील दो झीले बहुत प्रसिद्ध हैं। यहां से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर टनकपुर में मां पूर्णागिरी का मंदिर है। टनकपुर से आप गाड़ी से ऊपर जा सकते हैं या पैदल चढ़ाई भी कर सकते हैं। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई हैं। ठहरने के लिए रास्ते में व्यवस्था रहती है जो बजट के हिसाब से बहुत सस्ती है।