गर्मियों का मौसम हैं और इस दौरान सभी ठंडी जगहों पर घूमने जाने की प्लानिंग करते हैं। इस समय कई लोग मनाली घूमने भी जाना पसंद करते हैं जो कि भारत के टॉप हिल स्टेशनों में से एक हैं। दिल्ली, नोएडा और चंड़ीगढ़ के पास होने के कारण बहुत से लोग मनाली घूमने के लिए जाते हैं। यह सबसे सुंदर, रोमांटिक और शांत जगहों में से एक है। यह जगह प्राकृतिक दृश्यों से लेकर कई तरह से एडवेंचर एक्टिविटी करने वालों के लिए एक स्वर्ग है। आप यहां घूमने के साथ-साथ ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग जैसी अनेकों साहसिक गतिविधियों का भरपूर आनंद ले सकते हैं। आज हम आपको मनाली के कुछ प्रसिद्द जगहों की जानकारी देने जा रहे हैं जो यहां के पर्यटन के आकर्षण को बढ़ाने का काम करती हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...
हिडिम्बा मंदिरमनाली में घूमने की जगहों में हिडिम्बा मंदिर सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यह एक भव्य मंदिर है जो पांडु पुत्र भीम की पत्नी हडिम्बा को समर्पित है। मंदिर की सबसे उल्लेखनीय विशेषता ढुंगरी वन में इसका स्थान है जो देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ है। इसका प्रवेश द्वार लकड़ी से बना है व इसकी छत एक छतरी के आकार की है। यह न केवल वास्तुकला में उल्लेखनीय है बल्कि अपने धार्मिक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है। हडिंबा का पुतला पीतल का बना है और अविश्वसनीय रूप से शानदार है।
रोहतांग दर्रा13050 फीट की ऊंचाई पर स्थित रोहतांग दर्रा मनाली का अभिन्न अंग है। यह देश का पहला पर्यटन स्थल है जो जून में भी सैलानियों को बर्फ से रूबरू करवाता है। यहां दर्रे के अद्भुत दृश्य आपको अचंभित करेंगे। कोठी से लेकर रोहतांग तक के अतुलनीय नज़ारें आपको मंत्रमुग्ध कर देंगे। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि यहां जून में पांच हजार से अधिक वाहन पहुंचने लगे थे। हालांकि एनजीटी के निर्देश के बाद अब मात्र 1200 पर्यटक वाहनों को ही जाने की अनुमति है लेकिन हिमाचल आ रहे हैं तो इस दर्रे के दीदार करना न भूलें। मनाली से इसकी दूरी 50 किलोमीटर है।
जोगनी झरनामनाली के सबसे खूबसूरत खर्नों में से एक है जोगनी झरना जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और ट्रेकिंग एक्टिविटी के लिए जाना जाता है। यह झरना वशियत गांव के वशीयत मंदिर से 3-4 km की दूरी पर स्थित है और मनाली बस स्टैंड से 7-8 km दूर पड़ जाता है। जोगनी झरनापर्यटकों के लिए स्पेशल माना जाता है क्योंकि यहां तक पहुंचने का एक मात्र जरिया ट्रैकिंग ही है। आप पहाड़ों की चढ़ाई करते हुए छोटे-छोटे नाले, बड़े-बड़े देवदार के जंगल के बेहतरीन नजारों का आनंद लेते हुए जोगनी झरना के पास पहुंचते है। 150 फीट की ऊंचाई से गिरता झरना एक अद्भुत जलप्रपात का निर्माण करता है और इसका पानी व्यास नदी में जाकर मिल जाता है। जोगनी झरना के तल में जोगनी नाता का मंदिर भी है जो यहां के लोगों का आस्था का केंद्र भी है।
सोलंग घाटीसमुद्र तल से लगभग 8400 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक मिनी घाटी, मनाली से थोड़ी दूर सोलांग नाला है। यह साहसिक और खेल प्रेमियों के लिए एक जगह है और यहाँ पर, आप स्की की एक जोड़ी पर अपने कौशल का प्रयास कर सकते हैं या स्नोमैन की खोज के लिए जा सकते हैं। जब मौसम गर्म हो जाता है, तो लोग ज़ोरिंग और पैराग्लाइडिंग के लिए यहां आते हैं। आप एक केबल कार पर भी हॉप कर सकते हैं और हिमालय के शानदार दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। यहां गर्मियों के महीने कई साहसिक खेलों के लिए आदर्श हैं।
पत्लिकुहलपत्लिकुहल एक बेहद ही खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। बाकी सभी टूरिस्ट डेस्टिनेशन के मुकाबले में पत्लिकुहल भले ही कम पॉपुलर है लेकिन जल्द ही यहां पर भी काफी ज्यादा मात्रा में टूरिस्ट आने लगेंगे। मनाली से पत्लिकुहल जाने के लिए आपको सिर्फ 27 मिनट का समय लगता है। यह हिमाचल प्रदेश के ऑफबीट प्लेसेस में से एक है।
मणिकर्णपार्वती नदी के तट पर बसा हुआ है। यहां स्थित ऐतिहासिक मणिकर्ण गुरुद्वारा हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है। गुरुद्वारा हिंदुओं व सिखों का पवित्र तीर्थ स्थल है। गर्म पानी के कुंड में डुबकी लगाकर आपको पवित्रता का एहसास होने लगेगा। सिखों की यह मान्यता है कि गुरु नानक जी ने यहां अनेकों चमत्कार किए। वहीं हिन्दुओं की मान्यता यह है कि यहां शिव और पार्वती रहा करते थे। इसलिए मनाली के पर्यटन स्थल में इसकी बहुत मान्यता है। आस-पास का वातावरण शांति और आध्यात्मिकता में लिप्त रहता है। मणिकर्ण कुल्लू से चालीस किलोमीटर दूर है।
मॉल रोडमॉल रोड मनाली की प्रसिद्द पर्यटन स्थलों में से एक है। इसे मनाली का मुख्य हिस्सा भी कहा जाता है। मनाली की मॉल रोड खरीदारी के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। विभिन्न प्रकार के दुकानें, शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट्स और अच्छी कैफे की वजह से मॉल रोड में काफी चहल पहल देखने को मिलती है, मॉल रोड में करने को इतनी सारी एक्टिविटी है कि आपके लिए पूरा एक दिन कम पड़ जाए। यदि आप अगर यहां शॉपिंग करें तो सर्दी के मौसम के लिये ऊनी वस्त्र और कश्मीरी शॉल और हाथ से बनी हुई कला-कृतियां लेना बिल्कुल न भूलें। यह सारी चीजें आपको मॉल रोड के बेहतरीन यादों में शामिल होंगे। मनाली के मॉल रोड में खाने-पीने की ढेर सारे स्वादिष्ट व्यंजन मिल जायेंगे।
मनाली गोम्पाअलंकृत डिजाइन और सर्वोत्कृष्ट तिब्बती वास्तुकला गढ़ थेक्खोकलिंग गोम्पा को मनाली गोम्पा के रूप में जाना जाता है, जो मनाली के सबसे बेहतरीन स्थलों में से एक है। 1960 के दशक में तिब्बती शरणार्थियों द्वारा निर्मित, यह मठ आपको शांत सेटिंग्स और बेजोड़ आध्यात्मिक वाइब्स का आनंद लेने की अनुमति देता है। मनाली गोम्पा के कुछ प्रमुख आकर्षण में अति सुंदर भित्ति चित्र शामिल हैं जो पगोडा शैली में निर्मित उज्ज्वल रंगों और छतों में बौद्ध धर्म की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाते हैं। परिसर में स्टॉल कुछ स्मृति चिन्ह और तिब्बती हस्तशिल्प वस्तुओं को लेने के लिए एक अच्छी जगह है।