उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक शहर है आगरा, पर्यटन के लिए बेहद मशहूर

दुनिया के सात अजूबों में से ताजमहल उत्तर प्रदेश के मंडल आगरा में स्थित है। जिसे देखने दूर देशी विदेश से लोग बस खिंचे चले आते हैं। आगरा उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक शहर है। जिस पर ज्‍यादातर मुगलों का शासन रहा है इसलिए यहां पर मुगलों द्वारा बनवाई गई कई इमारतें हैं। इसका जिक्र महाभारत में अग्रवेना के रूप में भी किया गया है। वर्तमान आगरा की खोज सोलहवीं शताब्‍दी में सिकंदर लोधी ने की थी जिसके बाद इस पर बाबर की हुकूमत थी। आगरा में पर्यटन स्थलों की कमी नहीं है। सभी मध्यकालीन युग की खूबसूरत और आश्चचर्यजनक संरचनाओं की वजह से आगरा को देश के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है।

ताजमहल

रबींद्रनाथ टैगोर के अनुसार ताज महल एक ऐसी इमारत है जिसे शाहजहां ने अपनी पत्‍नी मुमताज महल की मृत्‍यु के शोक में बनवाया था। 1632 ईस्‍वीं में इस इमारत का निर्माण शुरु हुआ था और ये 1648 ईस्‍वीं में बनकर तैयार हुई थी। माना जाता है कि इस इमारत को बनाने में रोज़ 20000 मज़दूर काम करते थे और इसे बनने में पूरे 17 साल का समय लगा। सफेद संगमरमर से बने ताज महल को यूनेस्‍को द्वारा विश्‍व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है। ताज महल को प्रेम का प्रतीक कहा जाता है। दुनियाभर से पर्यटक इसे देखने के लिए आगरा आते हैं।

मेहताब बाग

मूल रूप से बादशाह बाबर द्वारा यमुना नदी के पूर्वी तट के किनारों पर 11 पार्कों की एक श्रंखला के अंत में बनाए गए इस बाग की कल्पना ताज महल से पहले की गई थी। हालांकि 1652 ई। में एक भयंकर बाढ़ ने इसे बर्बाद कर दिया था। सन् 1996 में इसका पुनर्निर्माण किया गया और दोबारा पुराने रुप में वापस लाया गया और अब यह उन जगहों में से एक है जहां से ताज महल के दृश्यों का नज़ारा देखा जा सकता है। ताज महल के आसपास के बगीचे पूरी तरह से मेहताब बाग से जुड़े हुए हैं और बाग के बीच में एक विशाल अष्टकोणीय पानी का तालाब हैं जहां चांदनी रात में ताज का प्रतिबिंब दिखाई देता है। यहीं से इस बगीचे का नाम मूनलाइट गार्डन पड़ा।

फतेहपुर सीकरी

फतेहपुर सीकरी मुख्य रूप से लाल बलुआ पत्थर से बना है। फतेहपुर सीकरी की स्थापना 16 वीं शताब्दी में मुगल सम्राट अकबर द्वारा की गई थी। इसके बाद पंद्रह वर्षों तक यह उसके साम्राज्य की राजधानी थी। आगरा में घूमने की जगह फतेहपुर सीकरी अब यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल और एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है। यह अकबर की स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है। फतेहपुर सीकरी जोधाबाई के महल, जामा मस्जिद, बुलंद दरवाजा और सलीम चिश्ती के मकबरे का घर है।

जामा मस्जिद (फतेहपुर सिकरी के अंदर )

यह जामा मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है, जिसे 1 9 86 में यूनेस्को द्वारा इस मस्जिद को विश्व विरासत स्थल के रूप में मान्यता दी गई थी। मुगल बादशाह अकबर द्वारा निर्मित जामा मस्जिद का निर्माण 1571-72 ईस्वी में हुआ था। इसे शुक्रवार की मस्जिद भी कहा जाता है। यह सामूहिक मस्जिद है और संभवतः जटिल इमारतों में निर्माण की जाने वाली पहली इमारतों में से एक थी। यह सूफी संत, शेख सलीम चिश्ती और उनके वंश की देखरेख में बनाया गया था।