आगरा : दुनियाभर में मशहूर है ताजमहल! पर्यटक शहर में इन जगहों पर घूमने का भी ले सकते हैं मजा

उत्तर प्रदेश का आगरा शहर अपनी ऐतिहासिक धरोहर के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसशहर पर सब से ज्यादा मुग़ल राजाओं का शासन रहा है। जिनके शासन काल में कई ऐतिहासिकइमारतों का निर्माण किया गया है। कुछ इतिहासकारों का कहना है कि आगरा शहर का सम्बन्ध महाभारत के समय से है। आगरा का पेठा और ताजमहल दुनिया भर में मशहूर है।

ताजमहल

ताजमहल को दुनिया भर के सैलानी देखने के लिए जरूर आते है। इस ऐतिहासिक इमारत को
मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने अपनी बेगम मुमताज़ की याद में बनवाया था। इसे बनाने के लिएलगभग 17 साल का समय लगा था। इसे सफ़ेद संगमरमर से बनाया गया है। इसको एकआयताकार आकार में बनाया गया है। कुछ लोग इसे प्रेम का प्रतीक कहते है। चाँदनी रात में इसे देखने का नज़ारा बहुत ही दिलकश होता है।

आगरा किला या लाल किला
आगरा किला को लाल किला के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण मुग़ल बादशाह अकबर ने अपने शासन काल के दौरान करवाया था। इस किले के अंदर सेना के साथ शाही लोग भी रहा करते थे। इसको लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है। इसकी वास्तुकला बहुत ही मनमोहक है। इस किले के अंदर शीशे की दीवारें, अंगूरी बाग़, शाही औरतों के लिए बनी नगीना मस्जिद बहुत ही खूबसूरत है।

जामा मस्जिद
जामा मस्जिद आगरा उत्तर प्रदेश में भी स्थित है। इसका निर्माण मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने अपनी बेटी जहांनारा के लिए बनवाया था। लाल बलुआ पत्थर से बनी इस मस्जिद को संगमरमर से सजाया गया है। यह शहर के मध्य में स्थित मस्जिद है। इसके आसपास एक बड़ा बाजार लगता है। जहां पर सैलानी कुछ ना कुछ सामान जरूर खरीद लेते है। सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक इस मस्जिद में सैलानी आ सकते है।

खास महल
खास महल आगरा किला में बना हुआ है। यहाँ पर शाहजहां की बेटियां जहांआरा और रोशनआरा रहती थी। इस महल की छतों पर बहुत ही सुन्दर नक्काशी की गयी है। जिसको देखकर सैलानियों के मुंह से वाह खुद ब खुद ही निकल आता है। खास महल के एक तरफ अंगूरी बाग़ और एक तरफ नदी बहती है। आगरा जाने वाले लोग इसे देखना नहीं भूलते है।

चीनी राउजा मकबरा
चीनी राउजा मकबरे का निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ के दरबारी कवि और प्रधानमंत्री मौलाना शुक्ररल्‍लाह शिराजी ने करवाया था। इनकी ख्वाहिश थी अपने जीते जी अपने लिए मकबरे को बनवाये। कुछ इतिहास कर इस मकबरे के गुंबद की बनावट को सही नहीं मानते है। इसे बनाने के लिए चीनी पत्थर का उपयोग किया गया है। जिसके कारण इसे चीनी मकबरा भी कहा जाता
है।

पंच महल
पंच महल एक 5 मंजिला इमारत है। यह फतेहपुर सिकरी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। इसको अकबर बादशाह की रानियों के लिए बनवाया गया। इसमें 176 खम्भे लगाए गए है। इन खंबों के कारण महल बहुत ही ज्यादा हवादार था। अकबर यहाँ पर बैठ कर नृत्य का आनंद लिया करते थे। इसका निर्माण लाल पत्थर से किया गया है। इस पर्यटक स्थल (Tourist Place) पर सैलानियों को बहुत मजा आता है

फतेहपुर सिकरी
फतेहपुर सिकरी का निर्माण 16 वी शताब्दी में मुग़ल बादशाह अकबर ने करवाया था। इसकी वास्तुकला को देखकर हर सैलानी मोहित हो जाता है। इसे लाल बलुआ पत्थर से निर्मित किया गया है। आगरा से करीब एक घंटे के अंदर आप पहुंच सकते है। फतेहपुर सिकरी में जोधाबाई महल, जामा मस्जिद, बुलंद दरवाज़ा और सलीम चिश्ती की दरगाह देखने को मिलती है।

अंगूरी बाग़
अंगूरी बाग़ का निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने 1637 में करवाया था। यहाँ पर वह आराम किया करते थे। शाही औरतों के लिए आराम से नहाने के लिए हमाम को तैयार करवाया गया था। इसमें एक बहुत ही सुन्दर बग़ीचा भी है। इस बाग़ की जटिल बनावट के कारण या कुछ विद्वानों के अनुसार कहा जाता है कि पहले यहाँ पर अंगूर के बूटे होते थे। जिसके कारण इसको अंगूरी बाग़ कहा जाता है।

ताज संग्रहालय

ताज संग्रहालय का निर्माण 1982 में किया गया था। यह संग्रहालय जल महल के अंदर बना
हुआ है। यहाँ पर सैलानियों को पुराने सिक्के, बादशाह और उनकी रानियों के कब्रों के चित्र भी
देखने को मिलते है। इसकी वास्तुकला हर किसी को मोहित करती है। यह सुबह 10 बजे से शाम
7 बजे तक खुला रहता है। सैलानियों को अपनी कार दूर कर पार्किंग में पार्क करके आना होता
है। कार पार्किंग से इलेक्ट्रिक गाड़ियां मिल जाती है।

अकबर मकबरा
अकबर मकबरा 1605 से 1608 के समय के आस पास में बनाया गया था। इसकी वास्तुकला को देख कर हर सैलानी हैरान हो जाता है। यह 119 एकड़ में फैला हुआ है। इस मकबरे को मक्का की दिशा में ना बना कर, उगते सूरज की दिशा में बनाया गया है। यहाँ पर सहित मुख्य मकबरे के चारों तरफ बग़ीचा बना हुआ है। इस बगीचे को खुद अकबर से बनवाया था। इस मकबरे से सिर्फ एक किलोमीटर की दूरी पर उनकी बेगम मरियम उज जमानी का मकबरा भी बना हुआ है।