आंध्र प्रदेश में मारेडूमिली हरे भरे ताड़ और बांस के पेड़ों से घिरा है। पर्यटन की दृष्टि से ये जगह ज्यादा लोकप्रिय नहीं है और इसी वजह से इस शहर में राज्य के सबसे विस्तृत और उत्तम वन्यजीव और पौधों की प्रजातियां देखने को मिलती हैं। आदिवासी और ग्रामीण जीवन को देखने का शौक है तो आप इस छोटे से शहर की यात्रा कर सकते हैं। मारेडूमिली प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है।
स्वर्णधारा और रम्पा झरनास्वर्ण धरा और रम्पा झरना मारेडूमिली में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है आम के पेड़ो से घिरी ट्रेकिंग शौकीनों के लिए बेहतरीन है स्वर्णधारा और रम्पाय झरने शिव मंदिर से निकलते हैं। यहां हल्की सी ढलान भी खतरनाक होती है।
जलतरंगिनी झरना
मारेडूमिली में कई खूबसूरत और कलकल करते झरने मौजूद हैं जिनमें से एक जलतरंगिनी झरना भी है। ये झरना घने जंगल से निकलती चांदी की धाराओं जैसा प्रतीत होता है। इस झरने के प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर आपका मन मंत्रमुग्धि हो जाएगा। प्रकृति के इस खूबसूरत उपहार और शांत वातावरण में मन को सुकून मिलेगा।
मदन कुंज
विहार स्थल :इस शहर में मदनकुंज विहार स्थल भी है अजहा आप अपने पार्टनर के साथ अच्छा समय बिता सकते है यहाँ चारो तरफ हरियाली और तरोताजा कर देने वाली हवा आपको सारी रेशानि भुला देगी।
मारेडूमिली आने का सही समय मारेडूमिली आने का सही समय
सर्दियों के महीने नवंबर-दिसंबर के दौरान इस शहर की यात्रा कर सकते हैं। इस दौरान यहां का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से 25 डिग्री सेल्सियस तक रहता है।
मारेडूमिली कैसे पहुंचे हवाई मार्ग द्वारा: मारेडूमिली का निकटतम हवाई अड्डा राजमुंदरी में स्थित है, जो इस जगह से लगभग 85 किलोमीटर दूर है। हवाई अड्डे से नियमित कैब सेवाएं उपलब्ध हैं। रेल मार्ग द्वारा: निकटतम रेलहेड शहर से 85 किमी की दूरी पर राजमुंदरी में है। सड़क मार्ग द्वारा: भारत के अन्य प्रमुख शहरों से मारेडूमिली अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इसके बस टर्मिनल से नियमित बसें उपलब्ध हैं।