पूर्व का वेनिस कहलाता हैं केरल का अल्लेप्पी, पर्यटको को लुभाती हैं यहां की हरियाली

पर्यटन के लिए लोग अपने मन मुताबिक जगह का चुनाव करते हैं जहां का वातावरण उनके अनुकूल हो। अधिकतर लोग ऐसी जगहों को चुनते हैं जहां शांति हो और प्रकृति के मनोहर दृश्य देखने को मिले। ऐसे में केरल का अल्लेप्पी परफेक्ट हैं जिसे पूर्व का वेनिस भी कहा जाता हैं। यहां की हरियाली पर्यटको को लुभाती हैं और मन को सुकून दिलाती हैं। पर्यटन के लिहाज से इसे बहुत उचित माना जाता हैं जो स्वच्छ और निर्मंल अहसास दिलाती हैं।

अल्लेप्पी में कृष्णापुरम पैलेस बहुत ही खूबसूरत जगह है। ये दक्षिण भारत का संग्रहालय है इसका इतिहास 18 वीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है। अगर आप दक्षिण भारत की संस्कृति को करीब से देखना और समझना चाहते हैं तो यहां पर अपना एक दिन बिता सकते है। ये दिन आपके लिए यादगार रहेगा।

अल्लेप्पी में जाकर आप दर्शनीय स्थलों पर घूमने भी जा सकते हैं। मुल्लाक्कल राजेश्वरी मंदिर के दर्शन भी करने जा सकते हैं। यह मंदिर मां दुर्गा को समर्पित है। इसे मुलक्कल भगवती मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में अन्य देवताओं जैसे भगवान श्री कृष्ण, नाग देवता , अयप्पा और अंजनी पुत्र वीर हनुमान आदि की मूर्तियां भी विराजमान हैं। इस मंदिर में किसी भी जाति, धर्म के लोग जा सकते हैं।

यहां पर बैकवाटर पर्यटको के घूमने की आकर्षक जगह है। यहां पर पर्यटक हाउसबोट्स क्रूज बुक कर सकते हैं। ये पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा गतिविधि है। यहां पर आप चारों ओर नारियल के पेड़, हर तरफ घनी हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता देख सकते हैं। यहां पर दूर तक फैले धान के खेत बहुत शानदार लगते हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता को देखकर मन प्रफुल्लित हो जाता है। यहां पर घूमने में आपको कोई परेशानू नहीं होगी यहां पर आपको कुक, गाइड सभी उपलब्ध होंगे। फोटोग्राफी करने के लिए ये जगह बहुत बेहतरीन है।

अल्लेप्पी समुद्र तट के बीच को सैंड आर्ट फेस्टिवल और अलाप्पुझा बीच फेस्टिवल के लिए जाना जाता है। अल्लेप्पी बीच पर हर साल अगस्त के महीने में नेहरू बोट रेस ट्रॉफी का आयोजन होता है। ये केरला का प्रमुख आकर्षण है। अल्लेप्पी समुद्र तट 150 साल से भी ज्यादा पुराना है।