कर्नाटक घूमने जाए तो इन 5 चीज़ों का जरुर उठाये लुत्फ

कर्नाटक में राजनीतिक सियासत तेज हो गई है, बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपनी सरकार बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी पार्टी बहुमत से महज 8 सीट पीछे रह गई। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस और जेडीएस ने भी हाथ मिला लिया है। इस 224 सदस्यीय विधानसभा वाले क्षेत्र पर कौन-सी पार्टी बहुमत लाकर बाजी मार पाएगी, अभी इसका इंतज़ार है। फिलहाल राजनीति में दाव-पेंच में फंसा ये शहर सिर्फ सियासी गतिविधियों के लिए नहीं बल्कि इससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। जी हां, कर्नाटक एक बहुत खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस है जहां हर साल कई लोग घूमने आते हैं। इस शहर में मौजूद दो मशहूर शहर कुर्ग और मैसूर घूमने वाले लोगों के बीच बहुत प्रसिद्ध हैं। यहां जानें इस शहर की और शानदार चीज़ों के बारे में।

# जोग फॉल्स
जोग प्रपात कर्नाटक में शरावती नदी पर है। यह चार छोटे-छोटे प्रपातों - राजा, राकेट, रोरर और दाम ब्लाचें - से मिलकर बना है। इसका जल 250 मीटर की ऊँचाई से गिरकर बड़ा सुन्दर दृश्य उपस्थित करता है। इसका एक अन्य नाम जेरसप्पा भी है। गेरसप्पा कर्नाटक तथा महाराष्ट्र राज्यों की सीमा पर शिवमोगा जिले के प्रधान केंद्र से 95 किमी दूर स्थित है। शिवमोगा से प्रपात तक मोटर मार्ग है, जो मनोरम जंगलों से होकर गया है। रास्ते में चार विश्रामगृह है।

अरब सागर से मिलने वाले इस झरने का पानी कर्नाटक में बिजली बनाने के काम में लाया जाता है। इसके अलावा यह भारत का दूसरा सबसे ऊंचाई से डुबकी लगाने वाला झरना है। क्योंकि इसका पानी सिर्फ एक जगह की चट्टानों के सहारे नहीं बल्कि कहीं से भी शुरू होकर सीधे नीचे गिरता है। इस झरने का एक और हैरान करने वाला फैक्ट यह है कि इसमें द्वितीय विश्व युद्ध से भारत लाए जा रहे चांदी से भरा जहाज पलट गया था, जिससे 48 टन चांदी बरामब की गई। इस खोज ने इतिहास में 'सबसे बड़ी संख्या और गहरे धातु को फिर से बरामद करने' का रिकॉर्ड बनाया।

# हूली मंदिर

10 वीं शताब्दी से कर्नाटक के छोटे से गांव के बेलगाम नामक जिले में मौजूद है यह मंदिर। हालांकि अब ज्यादा खास हालत में नहीं है लेकिन भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग इसकी देखभाल कर रहा है। इस मंदिर पर किया गया काम देखते ही बनता है। खास बात यह कि यहां एक या दो नहीं, बल्कि इस पूरे जिले में बहुत से मंदिर मौजूद हैं।

# चन्नापटना खिलौने

आपने पूरे भारत में लकड़ी के रंग-बिरंगे खिलौने देखे होंगे? जिसमें घर, जानवर, खिलौने, गाड़ियां, कर्नाटक के स्थानिय नृतक, दूल्हा-दुल्हन आदि बने होते हैं। यह खिलौने कर्नाटक की देन हैं। 18 वीं शताब्दी में इसकी शुरूआत ज़ोरो पर हुई। वैसे इन खिलौनों को बनाने की शुरुआत टिपू सुल्तान के काल से शुरू हुई थी।

# मंगलौर का खाना

कर्नाटक के मंगलौर शहर का खाना बेहद स्वादिष्ट है। यहां का खाना खास नारियल को डालकर बनाया जाता है। जैसे कोरी रोटी, नीर डोसा, पिट रोड, दुकरा मांस और खली। अगर खाने के शौकीन हों तो कर्नाटक जाकर इस शहर का रूख ज़रूर करें।

# हम्पी

हम्पी मध्यकालीन हिंदू राज्य विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी। तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित यह नगर अब हम्पी (पम्पा से निकला हुआ) नाम से जाना जाता है और अब केवल खंडहरों के रूप में ही अवशेष है। इन्हें देखने से प्रतीत होता है कि किसी समय में यहाँ एक समृद्धशाली सभ्यता निवास करती होगी। भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित यह नगर यूनेस्को के विश्व के विरासत स्थलों में शामिल किया गया है। इसकी वजह है हम्पी की गोल चट्टानों और टीलों पर बने मंदिर, तहखाने, पानी का खंडहर, बड़-बड़े चबूतरे और कर्नाटक का खास हम्पी उत्सव। लेकिन सबसे शानदार है हम्पी का मंदिर।