एडवेंचर एक्टिविटीज का अड्डा है जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, जानें कैसे लें यहां घूमने का आनंद

आजकल लोग एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए जगहों की तलाश करने में लगे हुए हैं और इसके लिए कई लोग वन्यजीव अभ्यारण्य जाना भी पसंद कर रहे हैं क्योंकि प्रकृति की गोद में समय बिताने का अपना अलग ही आनंद है। इसके लिए आप जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का चयन कर सकते हैं जो भारत के सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्दायानों में से एक है और इसे भारत का पहला नेशनल पार्क भी माना जाता है। उत्तराखंड राज्य में बसा ये पार्क 1318 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है जंगलों से घिरी इस जगह में करने के लिए बहुत कुछ है। जंगल सफारी के साथ ही यहां करने को बहुत कुछ हैं जो एडवेंचर के उत्साह को बढ़ाने का काम करते हैं। अगर आप घूमने का मन बना रहे हैं तो जिम कॉर्बेट पार्क की यात्रा आपको रोमांच और प्रकृति के एहसास से भर देगी। आइये जानते हैं कि जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में आप कैसे घूमने का आनंद ले सकते हैं।

जंगल सफारी

जिम कॉर्बेट में जंगल सफारी का आयोजन एक बार सुबह और एक बार शाम को किया जाता है। जिम कॉर्बेट में करने के लिए सभी चीजों में से, यह संभवतः सबसे रोमांचक एक्टिविटी है क्योंकि आप पार्क में कई देशी जानवरों के साथ-साथ विदेशी जानवरों को भी देख सकते हैं। पार्क को चार जोन में बांटा गया है जिसके जरिए आप अपनी सफारी बुक कर सकते हैं। पांच पर्यटन क्षेत्रों में विभाजित, प्रत्येक क्षेत्र में एक निश्चित समय में वाहनों की अनुमति की संख्या पर प्रतिबंध है। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में दो तरह की सफारी हैं- जीप सफारी और कैंटर सफारी। कैंटर सफारी केवल पार्क के मुख्य क्षेत्र ढिकाला क्षेत्र के लिए उपलब्ध है। इस क्षेत्र में प्रसिद्ध बंगाल टाइगर दिखने की संभावना सबसे अधिक रहती है। प्रत्येक जीप में अधिकतम 6 लोगों को बैठने की अनुमति है, और प्रत्येक क्षेत्र में जीपों की संख्या किसी भी समय एक निश्चित सीमा को पार नहीं कर सकती है।

कॉर्बेट वॉटर पार्क

यह रामनगर से लगभग 22 से 25 किलोमीटर की दूरी पर है। पर्यटक इसके पानी में जाए बिना ही दूरी से देख सकते हैं। क्योंकि पानी में सांप और मगमच्छे के होने का खतरा होता है। कॉर्बेट झरना घने सागौन के जंगल से घिरा हुआ है, जो इसकी सुंदरता को बढ़ाता है। जमीन पर हल्के से गिरते पानी की आवाज, पक्षियों की मधुर चहचहाहट के साथ ये जगह आप भी बेहतरीन हो जाती है।

कॉर्बेट वॉटरफॉल

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में एक और चीज जो आपका इंतजार कर रही है, वो है कॉर्बेट वाटरफॉल। यह नैनीताल जाते समय सड़क मार्ग से रामनगर से लगभग 22 से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। घने जंगलों से घिरा और बहुत ही शांत वातावरण प्रदान करने वाला, यह 66 फीट ऊंचा जलप्रपात देखने लायक है, खासकर पूर्णिमा की रातों में। प्रकृति प्रेमी अक्सर इस झरने के पास डेरा डालकर पिकनिक मनाने आते हैं। पर्यटकों को पास से देखने की बजाए दूर से वॉटरफॉल देखने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यहां सांप और मगरमच्छ देखे जाते हैं। सड़क से, आपको इस झरने तक पहुँचने के लिए 2 किमी के छोटे ट्रैक को पूरा करना पड़ेगा।

कॉर्बेट म्यूजियम

कॉर्बेट संग्रहालय राष्ट्रीय उद्यान में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र है। यह संग्रहालय प्रसिद्ध वन्यजीव प्रेमी जिम कॉर्बेट के बंगले में स्थित है। जिनके नाम पर पार्क का नाम रखा गया है। संग्रहालय में जिम कॉर्बेट के संस्मरणों, उनके निजी सामान, उनके द्वारा लिखे गए पत्रों के साथ-साथ उनके मित्रों और शुभचिंतकों, प्राचीन वस्तुओं और दुर्लभ तस्वीरों के दीदार होते हैं। यहां एक छोटी सी दुकान है जो स्मृति चिन्ह और हाथ से तैयार की गई स्थानीय वस्तुओं को भी बेचती है जिन्हें कोई भी खरीद सकता है। आप जिम कॉर्बेट, में किए गए काम और जानवरों के लिए एक सुरक्षित और रहने योग्य वातावरण बनाने के उनके प्रयासों से जुड़ी कहानियों को भी जान सकते हैं।

हाथी सफारी

अगर आपको हाथियों से बेहद प्यार है और आप उनके साथ मस्ती करते हुए जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की सैर करना चाहते हैं, तो यहां हाथी सफारी सबसे अच्छी चीजों में से एक है। यहां प्रकृति के वन्य जीवन का आनंद घाटियों, नदी के किनारे द्वारा देखा जा सकता है। कई पक्षियों के चहकते, उड़ते हुए - घने जंगलों का लुभावना दृश्य बेहद ही दिल छूने वाला होता है। हाथी सफारी 9 से 10 फीट की सुरक्षित ऊंचाई पर वनभूमि का पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका है; जहां से आप स्तनधारियों, सरीसृप जैसे मगरमच्छ, अजगर और पक्षियों की कई प्रजातियों को देख सकते हैं। हाथी की सवारी केवल ढिकाला और बिजरानी क्षेत्रों में उपलब्ध है। इस दौरान आपको घने जंगलों के लुभावने नजारे देखने को मिलेंगे। अलग और मजेदार अनुभव के लिए आपको एलिफेंट सफारी जरूर करनी चाहिए।

गर्जिया मंदिर के दर्शन

यह एक पवित्र मंदिर है जो कोसिरिवर के पास एक बड़ी चट्टान पर है। यह नैनीताल जिले के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यहां लक्ष्मी-नारायण की प्राचीन मूर्ति भी देखने को मिलेगी। मूर्ति काले ग्रेनाइट से बनी है, जो एक दुर्लभ पत्थर है जो आसानी से नहीं मिलता है। यहां जाने से पहले आप कोसी नदी में स्नान करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर इस मंदिर में दर्शन करना सबसे शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन सच्ची प्रार्थना करने और आशीर्वाद लेने से आपकी मनोकामना पूरी होती है।

रिवर राफ्टिंग

अगर आप सोच रहे हैं कि जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में और क्या कर सकते हैं, तो आप यहां रिवर राफ्टिंग का भी मजा ले सकते हैं क्योंकि यह जानवरों और पक्षियों के अलावा पार्क के मुख्य आकर्षणों में से एक है। कोसी नदी पार्क से होकर बहती है और पर्यटकों में रिवर राफ्टिंग करने का सही अवसर प्रदान करती है। इस गतिविधि में भाग लेने का सबसे अच्छा समय मानसून के मौसम के दौरान होता है। नदी का मार्ग आपको जंगलों और पहाड़ियों के बीच ले जाता है, जहां से आप प्रकृति का खूबसूरत नजारा देख सकते हैं।

कैम्पिंग

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में कैम्पिंग सबसे शांतिपूर्ण गतिविधियों में से एक है, जिसमें पर्यटक यहां आकर इस एक्टिविटी का मजा लें सकते हैं। पार्क एक विस्तृत क्षेत्र में फैला हुआ है और पार्क में आकर्षण से जुड़ी कई चीजें मौजूद हैं। हालांकि, कैंपिंग सबसे लोकप्रिय गतिविधियों में से एक है क्योंकि ये अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। आप कैंपिंग पैकेज बुक कर सकते हैं जिसमें नेशनल पार्क में लुभावने जंगलों के माध्यम से मछली पकड़ने, बॉनफायर जैसी चीजें शामिल हैं। नेशनल पार्क में लुभावने जंगलों के बीच आसपास के पहाड़ों की सुंदरता और तारों से भरे आकाश को देख कर आप एंजॉय कर सकते हैं। यकीन मानिए ये काफी रिलेक्सिंग होता है।