हाल ही में सिंगापुर टूरिज्म बोर्ड ने एक सर्वे कराया जिसमें जरिए पता चला कि सिंगापुर में आने वाले पर्यटकों में भारतीय तीसरे नंबर पर आते हैं। चीन और इंडोनेशिया के बाद सबसे ज्यादा लोग भारत से सिंगापुर घूमने के लिए जाते हैं। सर्वे के अनुसार वर्ष 2017 में 12 लाख 70 हजार भारतीय सिंगापुर घूमने गए। जबकि इस पूर्व 2016 में यह संख्या 10.1 लाख थी।
पिछले साल भारतीय यात्रियों की संख्या में 16 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। एसटीबी के आंकड़ों के अनुसार, यह अन्य बाजारों की तुलना में सबसे ज्यादा है। टॉप 15 में शामिल छह देशों के मामले में यह ग्रोथ 13 फीसदी से अधिक रही। भारतीय लोगों के पसंदीदा विदेशी पर्यटन स्थल में सिंगापुर के बाद क्रमश: दुबई, थाईलैंड, फ्रांस और मलेशिया का नंबर आता है। मार्केट के लिहाज से भारत के लिए दुबई, सउदी अरब, बहरीन, अमेरिका और थाइलैंड जैसे मुल्क प्रमुख हैं।
आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि अमेरिका घूमने जाने वाले मात्र 20 फीसदी पर्यटक होते हैं, वहाँ ज्यादातर लोग कारोबार के सिलसिले में ही जाते हैं। वैसे भी भारतीय उन देशों में ज्यादा जाना पसन्द करते हैं जिनमें यात्रा में समय कम लगता है। इस मामले में एशियाई देशों की यात्रा करना आसान होता है।
ज्यादा दूरी वाले देशों में फ्रांस सबसे आगे है। इसके बाद अमेरिका और स्विट्जरलैंड का नंबर आता है। भारत से हर साल करीब 50 लाख विदेशी टूर बुक किए जाते हैं, जिसमें करीब 2.2 करोड़ लोग विदेश यात्रा करते हैं। अनुमान है कि 2025 तक करीब 1.4 करोड़ विदेश के टूर बुक होंगे।
एक औसत विदेश यात्रा करने वाला भारतीय कम दूरी वाले टूर पर करीब $857 डॉलर अर्थात् 55,450 रुपये खर्च करता है, जबकि ज्यादा दूरी वाले टूर पर यह खर्च दोगुना हो जाता है। होटल के लिए भारतीय कुल खर्च का 35 से 50 प्रतिशत खर्च करता है। वह महंगे आलीशान होटलों के स्थान पर मध्य वर्गीय होटलों में रहना ज्यादा पसन्द करता है। होटल ख्खर्च में होने वाली बचत को वह घूमने और खरीददारी में व्यय करता है।