सोलो ट्रैवलिंग के लिए बेस्ट रहेगी देश की ये 7 जगहें, सुरक्षा के लिहाज से है परफेक्ट

कई बार ऐसे मौके आते हैं जब आपको घूमने जाने का मन होता हैं लेकिन कोई साथ नहीं मिल पाता हैं जिस वजह से आपको अपना प्लान कैंसिल करना पड़ता हैं। लेकिन अगर आप चाहे तो सोलो ट्रैवलिंग का मजा ले सकते हैं जो कि पिछले कुछ सालों से काफी ट्रेंड में है। सोलो ट्रैवलिंग आपको घूमने का अलग अनुभव प्रदान करता हैं। हांलाकि ऐसे में सुरक्षा की चिंता तो रहती ही हैं। ऐसे में आज हम आपको देश की कुछ ऐसी जगहों की जानकारी देने जा रहे हैं जो सोलो ट्रैवलिंग के लिहाज से बेस्ट रहेगी। ये सभी जगह खूबसूरत होने के साथ ही सुरक्षा के लिहाज से बेहद परफेक्ट है। तो आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में।

कोवलम

केरल का कोवलम बीचों का शहर है जहां कि प्राकृतिक खूबसूरती बेहद प्यारी है। आप बजट में यहां सोलो ट्रिप कर सकते हैं। आप यहां पर हाउसबोट्स का लुत्फ ले सकती हैं। लाइटहाउस बीचस कोवलम बीच, हावा बीच ये सभी केरल के लोकप्रिय बीच में से एक हैं।

मणिपुर

सुदूर पूर्वोत्तर भारत में मणिपुर भी कम खूबसूरत नहीं है। हालांकि यह जगह अनुभवी सोलो ट्रैवलर्स के लिए सही है। उखरूल की पहाड़ियों में शिरोय चोटी से म्यांमार के पहाड़ साफ देखे जा सकते हैं। भारत के अंतिम गांव मोरे से भारतीय एक दिन के लिए म्यांमार में बिना वीजा आ-जा सकते हैं। मणिपुर के साथ म्यांमार की झलक भी देखने को मिल जाए, तो सोने पे सुहागा। तामेंगलॉन्ग की पहाड़ियों पर होने वाले संतरों की मिठास नागपुर के संतरों से कम नहीं है। नागा और दूसरी जनजातियों के किसी भी गांव में जाना न भूलें।

सिक्किम

पूर्वोत्तर में भारत का छोटा-सा राज्य सिक्किम सोलो ट्रैवलर्स के लिए काफी सुरक्षित है। चारों तरफ हिमालय है, जहां चाहे निकल जाएं। आने-जाने के लिए टैक्सी रिजर्व कर सकते हैं। कम पैसों में घूमना हो तो शेयर्ड टैक्सी ले सकते हैं। राजधानी गंगटोक में होटलों और गेस्टहाउसों की कमी नहीं है। पेलिंग, लाचेन, लाचुंग, गुरूडोंगमार झील और नाथू ला जैसी जगहें जरूर जाएं। यहां जैसे नजारे शायद ही कहीं और मिलें।

धर्मशाला

हिमालय की धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं में बसा धर्मशाला हिमाचल प्रदेश का एक जाना-माना टूरिस्ट स्पॉट है। सालभर देसी और विदेशी टूरिस्टों का जमावड़ा यहां लगा रहता है। पास में बीड़ और बीलिंग गांव हैं, जहां पैरा-ग्लाइडिंग करने निकल जाएं। ट्रेकिंग का मन हो तो त्रियुंड चले जाएं। टेंट में रहने का मन हो तो त्रियुंड में कैंपिंग भी की जा सकती है।

दार्जलिंग

पहाड़ों की खूबसूरती, ठंडी हवाएं और चाय के बागान की खूबसूरती को समेटे हुए है दार्जलिंग। अगर आप दार्जलिंग में टॉय ट्रेन का लुत्फ उठाना चाहती हैं तो जरुर जाएं। यहां लॉयड बोटोनिकल गार्डन में मौजूद दुर्लभ पेड़-पौधे भी आपको देखने को मिल जाएंगे। यहां पर आपको काफी अलग तरह का एंबियंस देखने को मिलेगा, जिसमें आपको मजा भी आएगा। महिलाओं के लिए अच्छी बात यह है कि आप यहां अकेले घूम सकती हैं।

जैसलमेर

सोने जैसी रेत वाला रेगिस्तान, किले, हवेलियां और राजसी ठाठबाट की झलक देखनी हो तो चलिए भारत के पश्चिमी कोने में। दिन में जैसलमेर किला देखने के बाद सम के रेगिस्तान की ओर निकल जाएं। शाम को वहां मीलों फैले रेगिस्तान में ऊंट की सवारी करते हुए रेत के टीलों के पीछे ढलते सूरज को देखने का अहसास अलौकिक होता है। रात में रेगिस्तान में तारों भरे आसमान के नीचे कैंपिंग कर सकते हैं। दूर-दूर तक शहरी चकाचौंध का नामोंनिशान नहीं मिलेगा। केर-सांगरी की सब्जी, दाल बाटी और चूरमा खाने को मिल जाए तो समझिए आपकी यात्रा सफल हो गई।

पॉन्डिचेरी

अगर आप भारत में विदेश का अनुभव लेना चाहते हैं तो पॉन्डिचेरी जाइये। यहां पर न तो ज्यादा भीड़ है और ना ही प्रदूषण। यहां पर आप रोड ट्रिप भी आसानी से प्लान कर सकते हैं। यहां बहुत से बीच हैं जहां आप शाम गुजार सकते हैं। यहां रहना ज्यादा महंगा नहीं है। आप यहां अच्छा खाना भी सस्ते में खा सकते हैं।