कोरोना महामारी और लंबे लॉकडाउन के कारण ठप हो चुका भारत का पर्यटन (Tourism) उद्योग अब लड़खड़ाते हुए दोबारा अपने पैरों पर खड़ा होने का प्रयास कर रहा है। नई सावधानियों और इंतजाम से लैस होकर यह पहले से काफी अलग नजर आ रहा है। पर्यटकों के लिए कई राज्यों ने अपनी सीमाएं खोल दी हैं हालाकि, कई नई गाइडलान्स भी जारी की है जिनका पालन हर पर्यटक को करना जरुरी है। ऐसे में अगर आप भी अब कहीं घूमने का प्लान बना रहे है तो किसी भी परेशानी से बचने के लिए राज्यों द्वारा जारी की गई इन गाइडलाइन्स को जरूर जान लें।
आंध्र प्रदेशतेलंगाना और कर्नाटक से आने वाले लोगों के लिए 14 दिनों का होम क्वारंटीन जरूरी है। इंटरस्टेट यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
अरुणाचल प्रदेशराज्य में प्रवेश करने वाले यात्रियों को राज्य के चेक गेट और हेलीपैड पर रैपिड एंटीजन टेस्ट कराना होगा। कोरोना पॉजिटिव आने पर 14 दिनों का होम या इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन जरूरी होगा। इंटरस्टेट यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
असमयात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है, 96 घंटे में राज्य लौटने वाले व्यक्तियों को एंटीजन टेस्ट कराना होगा। पॉजिटिव आने पर 10 दिनों तक क्वारंटीन रहना होगा।
छत्तीसगढ़ई-पास की आवश्यकता नहीं है। दूसरे राज्य से आने वाले यात्रियों के लिए 14 दिनों का क्वारंटीन जरूरी है। रायपुर सहित कई जिलों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
गोवादूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को यहां आने पर कोरोना का टेस्ट कराने की आवश्यकता नहीं है। यात्रियों को अब ई-पास, कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लाना भी जरूरी नहीं है। यहां बार खुले हैं लेकिन ग्राहकों को सुरक्षा के सभी दिशानिर्देशों का पालन करना जरूरी है। बीच शैक्स और कैसिनो बंद रहेंगे।
गुजरातअहमदाबाद, भावनगर, पोरबंदर हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी है। क्वारंटीन की अनिवार्यता नहीं है। अहमदाबाद और सूरत में बसों को 50 फीसदी यात्रियों की क्षमता पर ही चलाना होगा, बाकी जगहों में 60 फीसदी यात्री क्षमता पर बसें चलेंगी।
हिमाचल प्रदेशहिमाचल प्रदेश आने वाले पर्यटकों को राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना या फिर सीमा में प्रवेश के समय कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी नहीं है। हालांकि, यहां अभी इंटरस्टेट बस सेवा निलंबित ही रहेगी। किन्नौर और स्पीति वैली में अक्टूबर के अंत तक पर्यटन संबंधी सभी गतिविधियां बंद रहेंगी। पर्यटकों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा। टूरिस्ट अब हाईवे पर नहीं रुकेंगे, उन्हें अब सीधा अपनी निर्धारित जगह पर ही रुकना होगा।
झारखंडयहां अंतरराज्यीय बस सेवाएं बंद हैं। होटल, लॉज, रेस्टोरेंट फिर से खुलने लगे हैं। यहां पहुंचने पर सभी यात्रियों को सरकारी वेबसाइट www.jharkhandtravel.nic.in पर अपने व्यक्तिगत विवरण दर्ज कराने होंगे।
जम्मू-कश्मीरयहां आने वाले पर्यटकों को Covid-19 एंटीजन टेस्ट कराना अनिवार्य है। हवाई/रेल यात्रियों को 14 दिनों के होम क्वारंटीन से गुजरना पड़ेगा। यात्रियों के फोन में आरोग्य सेतु ऐप होना जरूरी है। रोड ट्रिप कर रहे यात्रियों को प्रशासनिक क्वारंटीन नियमों का पालन करना होगा जब तक कि उनकी रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ जाती।
कर्नाटकदूसरे राज्य से आ रहे यात्रियों को 14 दिनों के लिए क्वारंटीन होना अनिवार्य नहीं है। पर्यटकों को सेवा सिंधु पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने की भी आवश्यकता नहीं है।
केरलपर्यटकों को जगराता पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा, इससे राज्य में प्रवेश की स्वीकृति खुद मिल जाएगी। ये एंट्री पास के रूप में काम करेगा। विदेश से या दूर से आने वाले यात्रियों के लिए 14 दिनों का होम क्वारंटीन जरूरी है।
महाराष्ट्रअंतरराज्यीय यात्रा पर प्रतिबंध जारी है। राज्य में रहने वालों को यहां घूमने पर कोई रोक नहीं है।
मिजोरमयहां आने वाले यात्रियों के लिए केवल सोमवार, गुरुवार और शनिवार को फ्लाइट की सुविधा है। रात 8:30 बजे से सुबह 4:30 बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा।
राजस्थान यहां सभी यात्रियों को आने की अनुमति है। यहां 11 से अधिक जिलों में धारा 144 लगाई गई है, इनमें जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, बीकानेर, उदयपुर, सीकर, पाली और नागौर शामिल हैं। कैब, बस, ऑटोरिक्शा सहित सभी वाहन चल रहे हैं। वाहन में जरूरत से ज्यादा यात्री नहीं बैठ सकते।
सिक्किमयहां होटल, होमस्टे और अन्य पर्यटन-संबंधित सेवाएं 10 अक्टूबर से फिर से शुरू होंगी। होटल और होमस्टे के लिए बुकिंग 27 सितंबर से शुरू हो चुकी है। पश्चिम बंगाल की सीमा 1 अक्टूबर से खुलेगी।
तमिलनाडुट्रेन, फ्लाइट या रोड के जरिए दूसरे राज्यों से आने वालों के लिए ई-पास अनिवार्य है। क्लब, होटल और रिसॉर्ट्स आवश्यक नियमों के तहत कार्य करेंगे। चेन्नई हवाईअड्डे पर सितंबर से हर दिन 50 फ्लाइट्स आ सकेंगी।
उत्तर प्रदेशयात्रियों का एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी है। इसके अलावा, 14 दिनों का क्वारंटीन भी जरूरी है। अगर आप सात दिनों के भीतर वापस जाना चाहते हैं तो क्वारंटीन करना अनिवार्य नहीं होगा।
उत्तराखंडबाहरी लोगों को राज्य में प्रवेश करने के लिए वेब पोर्टल www.smartcitydehonto.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। पर्यटकों के लिए अब राज्य में दो दिवसीय बुकिंग की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। पर्यटकों को Covid-19 की निगेटिव रिपोर्ट भी नहीं दिखानी होगी। सभी बॉर्डर चेकपोस्ट, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बॉर्डर डिस्ट्रिक्ट बस स्टैंड पर थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य है। पर्यटकों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा, मास्क पहनना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा।
पश्चिम बंगालयहां उड़ानों पर प्रतिबंध है और सिर्फ विशेष ट्रेन से आने की सुविधा है।