तमिलनाडु के ये हिल स्टेशन देते हैं पर्यटन का अनूठा अनुभव, जरूर करें यहां की सैर

भारत एक विशाल देश हैं जहां का हर हिस्सा पर्यटन के लिए जाना जाता हैं। आज इस कड़ी में हम बात करने जा रहे हैं भारत के दक्षिण में बसे सबसे खूबसूरत राज्यों में शुमार तमिलनाडु की। अगर आप भीड़भाड़ से दूर थोड़ी शांति वाली जगहों की तलाश में हैं तो चले आइए तमिलनाडु। तमिलनाडु को अपनी हरी-भरी हरियाली, प्राकृतिक सुंदरता, भरपूर वन्य जीवन, एक सुखद जलवायु और पहाड़ियों के दृश्य के अनुभव के लिए जाना जाता हैं। यहां पर कई खूबसूरत झील, नदी, संग्रहालय, ट्रैकिंग स्पोर्ट आदि जैसे कई घूमने की प्रमुख जगह मौजूद हैं। हम आपको यहां तमिलनाडु के प्रसिद्द और सुंदर हिल स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जहां घूमने का अपना अलग अनुभव हैं। आइये जानते हैं इन हिल स्टेशन के बारे में...

कुन्नूर

कुन्नूर तमिलनाडु का एक प्रमुख हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता है। यह नीलगिरी का दूसरा सबसे बड़ा हिल स्टेशन है। यह परिवार के साथ घूमने के लिए एक बेहतरीन पर्यटन स्थल साबित हो सकता है। सुंदर चाय का बागान, पार्क, ट्रेकिंग वाला जगह कुन्नूर में घूमने की प्रमुख स्थान है। कुन्नूर के हरे-भरे जंगल आपको काफी ज्यादा पसंद आएंगे। कुन्नूर में लोग छुट्टियां एवं पिकनिक मनाने अक्सर आया करते हैं। नीलगिरी की पहाड़ियों में ऊटी के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा हिल स्टेशन है। कून्नूर जाने का बेस्ट समय मार्च से जून और सितंबर से अक्टूबर के बीच है। चूंकि ऊटी और कून्नूर के बीच की दूरी बेहद कम है लिहाजा ऊटी जाने का प्लान बनाएं तो कून्नूर भी जरूर जाएं। यहां के वॉटरफॉल्स भी काफी फेमस हैं।

कोडइकनाल
मदुरै से 117 किलोमीटर दूर स्थित कोडइकनाल भी दक्षिण भारत के बेस्ट हिल स्टेशन्स में से एक है। ऊटी को जहां हिल स्टेशन्स की रानी कहा जाता है वहीं कोडइकनाल को हिल स्टेशन्स की राजकुमारी। समुद्र तल से 2 हजार 133 मीटर की ऊंचाई पर स्थित कोडइकनाल पलानी हिल्स के दक्षिणी छोर पर स्थित है। कोडइकनाल जाएं तो यहां की सीनिक ब्यूटी के अलावा कोकर्स वॉक, सिल्वर कासकेड और कोडइ लेक जाना न भूलें। यहां पर स्थित जंगल हरी-भर घास वाली मैदान एवं झील इसकी खूबसूरती को बयां करती हैं। अगर आप अपने परिवार या दोस्त के साथ एक हरे-भरे जगह पर छुट्टी मनाने या टाइम बिताने जाने का सोच रहे हैं, तो आप तमिलनाडु के कोडाइकनाल जाए।

यरकौड

यरकौड तमिलनाडु की शेवारॉय पहाड़ियों में स्थित है तथा पूर्वी घाटों में स्थित एक हिल स्टेशन है। यह 1515 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है तथा यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और खुशनुमा मौसम बहुत से पर्यटकों को आकर्षित करता है। यद्यपि यरकौड को कभी कभी गरीब लोगों का उटकमंडलम भी कहा जाता है क्योंकि प्रसिद्ध हिल स्टेशन ऊटी की तुलना में यहाँ चीज़ें अधिक सस्ती हैं।यरकौड स्थानीय तथा विदेशी पर्यटकों में तीव्रता से लोकप्रिय हो रहा है। यरकौड मुख्य रूप से कॉफ़ी, संतरा, कटहल, अमरुद, इलायची और काली मिर्च के पौधों के लिए जाना जाता है।

ऊटी

ऊटी तमिलनाडु राज्य का एक शहर है। कर्नाटक और तमिलनाडु की सीमा पर बसा यह शहर मुख्य रूप से एक पर्वतीय स्थल (हिल स्टेशन) के रूप में जाना जाता है। इसे उधगमंडलम भी कहा जाता है। ऊटी नीलगिरी की सुंदर पहाड़ियों में स्थित एक सुंदर शहर है। इ भारत के दक्षिण में स्थित इस हिल स्टेशन में कई पर्यटक आते हैं। यह शहर तमिलनाडु के नीलगिरी जिले का एक भाग है। पहाड़ियों के रानी के रूप में जाना जाने वाला ऊटी में आप ट्रेकिंग का भी आनंद ले सकते हैं। ऊटी में घूमने की कई सारी पहाड़ियां, गार्डन एवं खूबसूरत खूबसूरत स्थल है, जिसे आप देख सुखद आनंद प्रदान कर सकते है। तो आप भी ऊटी घूमने का प्लान जरूर बनाएं।

कोटागिरी

कून्नूर के बाद एक और फेमस हिल स्टेशन है जो ऊटी के बेहद नजदीक स्थित है और उसका नाम है कोटागिरी। ऊटी से महज 29 किलोमीटर और कून्नूर से 20 किलोमीटर दूर है कोटागिरी जो नीलगिरी जिले का एक छोटा सा हिल स्टेशन है। यह जगह कॉफी और टी प्लांटेशन के लिए भी फेमस है। कोटागिरी के 30 हजार एकड़ हिस्से में चाय की खेती होती है। चाय के बागान के अलावा कैथरीन फॉल्स और एल्क फॉल्स भी देखने लायक जगहें हैं। आप चाहें तो कोटागिरी में ट्रेकिंग और क्लाइम्बिंग का भी मजा ले सकते हैं।

येलागिरी

येलागिरी को एलागिरी भी कहते है, यह तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में बसा हुआ छोटा सा हिल स्टेशन है और इसको पर्यटकों का स्वर्ग भी कहा जाता है। इसका इतिहास प्रवासिय समय का है जब सारा येलागिरी वहां के ज़मीदारों की निजी संपत्ति हुआ करती थी जिनके घर आज भी रेड्दीयुर में मौजूद है। 1950 दशक के शुरुवात में, भारत सरकार द्वारा येलागिरी ले लिया गया था। यह जगह समुद्र तल से 1048 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, और आदिवासी आबादी वाले लगभग 14 गांवों का एक समूह यहाँ है। विभिन्न जनजातियों की आबादी वाला यह हिल स्टेशन, तमिलनाडु के अन्य हिल स्टेशन जैसे ऊटी या कोडैकनाल की तरह विकसित नहीं है।

होगेनक्कल

होगेनक्कल वह जगह है जहां दक्षिण भारत की प्रसिद्ध नदी कावेरी वॉटरफॉल्स की विभिन्न धाराओं में बंट जाती है। होगेनक्कल वॉटरफॉल इतना खूबसूरत है कि इसे भारत का नियाग्रा फॉल्स भी कहा जाता है। यह जगह इतनी खूबसूरत है कि आपको किसी जन्नत से कम महसूस नहीं होगा। तमिलनाडु के धर्मपुरी जिले में स्थित होगेनक्कल एक छोटा सा गांव है जो कावेरी नदी के किनारे बसा है।

वालपराई

वालपराई एक ऐसा हिल स्टेशन है जो कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है। समुद्र तल से 3500 फीट की ऊँचाई पर स्थित यह हिल स्टेशन तमिलनाडू के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है। वालपराई, अनामलाई पर्वत श्रेणी का एक भाग है और यह कोइम्बतुर जिले के अंतर्गत आता है। लगभग 170 साल पहले मानव बस्ती के बसने के बावजूद, इस हिल स्टेशन के अंतर्गत आने वाले कई पर्वतीय विस्तार आज भी सीमा से बंधे नहीं है।