अपनी खूबसूरती के चलते मध्यप्रदेश देशी-विदेशी सैलानियों के बीच एक मुख्य आकर्षण बना हुआ हैं और यही कारण हैं कि इसे हिंदुस्तान का दिल कहा जाता हैं। यहां झील, किले, महलों के अलावा आपको हिंदू और जैन मंदिरों की अद्भुत नक्काशी भी देखने को मिलेगी। मध्यप्रदेश का सफर यहां के दृश्यों और इमारतों के चलते यादगार बन जाता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मध्यप्रदेश में कुछ ऐसी भूतिया जगहें भी हैं जो यहां के भ्रमण को रोमांचकारी बनाती हैं। हम आपको आज जिन जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं उनका भूत, प्रेत, आत्माओं से जुड़ा कोई न कोई ऐसा इतिहास रहा है कि लोग यहां जाने से कतराते हैं। तो चलिए जानते हैं मध्यप्रदेश की खौफनाक जगहों के बारे में...
भूत बंगलानाम से ही मालूम चलता है कि ये बंगला और ये जगह किसी खौफनाक जगह से कम नहीं है। मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में मौजूद एक घर जिसे 'भूतों का घर' माना जाता है। लगभग पच्चास साल से भी अधिक वीरान इस बंगले को डरावनी कहानियों और मौतों का घर माना जाता है। इस बंगले को लेकर कहानी है कि यहां कई बार लोगों की खूनी लाशें मिली हैं, लेकिन किसी को अभी तक खूनी का पत्ता नहीं चल सका है। आपको बता दें कि मौजूदा समय में इस बंगले का कुछ हिस्सा खंडहर में तब्दील और कुछ हिस्से को तोड़ दिया गया है।
डॉव इंडस्ट्रीयल कॉम्प्लेक्स भोपाल की डॉव इंडस्ट्रीयल बिल्डिंग 1984 में हुई गैस त्रासदी की घटना से जुडी है। इस बिल्डिंग को भोपाल शहर की सबसे खतरनाक जगह माना जाता है। लोग कहते हैं कि इस बिल्डिंग के आसपास आत्माओं का साया है। भोपाल गैस त्रासदी में हुई लोगों की हत्या के बाद उनकी आत्मा यहां फंसी हुई है। कई लोगों ने डॉव इंडस्ट्रीयल बिल्डिंग में आत्माओं की उपस्थिति की पुष्टि की है, जबकि कुछ लोग यहां डरावनी घटनाओं की पुष्टि करते हैं। इसलिए इस बिल्डिंग को बंद कर दिया गया है और इसे भोपाल की सबसे खतरनाक बिल्डिंग बताया जाता है।
सुख निवास पैलेसमध्य प्रदेश के इंदौर शहर में मौजूद एक ऐसी जगह जो खूबसूरत होने के साथ-साथ एक डरावनी जगह भी है। वैसे तो बाहर से देखने में ये महल आलीशान है, लेकिन इस महल के अंदर जाते हैं ही लोगों के अंदर एक डर दिखाई देने लगता है। महल के आसपास असामान्य घटनाओं का होना इस जगह को और भी भूतिया जगह बनाती है। महल के अंदर मौजूद सुरंग को आज भी कई लोग खौफनाक जगह समझते हैं और वहां जाने से डरते हैं। लगभग 18वीं शताब्दी में निर्मित यह महल आज भी सैलानियों के लिए प्रमुख पर्यटन स्थल है।
शिवपुरी किला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के शिवपुरी जिले में स्थित किला जिसको लोग भूतिया किला भी कहते हैं। इस किले के पीछे कहानी है कि 2000 साल पहले बने इस भूतिया किले में वीर खंडेराव नमक राजा था जो लड़कियों के नृत्य का बेहद शौकीन था और वह उनके लिए आलिशान पार्टी का आयोजन भी करता था जिसके अनुसार लोग बताते हैं कि इस भूतिया किले में आज भी रात के समय आलीशान पार्टी होती है जिसमें भूत प्रेत होते हैं जिस किसी ने भी इस महफिल को देखा है वह आज तक वापस लौट कर नहीं आया है। कहा जाता है कि खंडेराव की मौत के बाद वहां कोई भी नहीं रह सका। एक परिवार ने इस भूतिया किले में रहने का साहस किया था लेकिन जिसके बाद घर की महिलाएं यहां अजीबोगरीब हरकतें करने लगी थी। जिनको बाद उन्हें तंत्र मंत्र विद्या से ही कराया गया था।
भूतिया पीपल ट्रीअमूमन किसी भी शहर में प्राचीन पीपल का पेड़ मौजूद होता है, तो वहां कोई भी इंसान शाम के बाद जाने से डरता है। कुछ इसी तरह का है मध्य प्रदेश के जबलपुर की बीटी रोड पर मौजूद एक पीपल का पेड़। स्थानीय लोग बरम देव के रूप में इस पेड़ की पूजा करते हैं लेकिन, कई लोगों का कहना होता है कि रात के समय में यहां कई आत्मा वास करते हैं और घूमते रहते हैं। हालांकि, डरावनी जगह होने के चलते इस विशाल पेड़ को काटकर अब सीमित कर दिया है लेकिन, आज भी स्थानीय लोग पेड़ को भूतिया जगह से ही जोड़कर देखते हैं।
थॉमस चर्चगुना की देलवी कॉलोनी में स्थित थॉमस चर्च में होने वाली अनहोनी घटनाओं के कारण ये चर्चा में रहता है। थॉमर्स चर्च के बारे में बताया जाता है कि यहां अक्सर बच्चों के रोने की आवाज सुनाई देती थी, जिससे धीरे-धीरे स्थानीय लोगों में डर बढ़ता गया। एक समय आया जब मुस्लिम कम्यूलिटी के लोगों ने यह चर्च जला दिया, जिसके बाद ये चर्च खाली कर दिया गया। तब से थॉमस चर्च खाली पड़ा है, लेकिन आज भी जो कोई भी इसे देखता है उसके रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
इंदिरा गांधी हॉस्पिटलजी हां, भोपाल शहर में मौजूद एक ऐसी जगह और अस्पताल जिसे सबसे अधिक खौफनाक समझा जाता है। स्थानीय लोगों का कहना होता है कि शाम होते ही यहां भूतों की महफ़िल सजती है। कई लेखों के आधार पर यह बोला जा सकता है कि यह जगह सच में मध्य प्रदेश की सबसे डरावनी जगहों में से एक है। इस जगह में बारें में कई जगह उल्लेख है कि प्राचीन समय में यहां राज करने वाला राजा वीर खांडेराव लड़कियों का नृत्य करवाता था। वीर खांडेराव की मौत के बाद यहां कोई नहीं आया और ये जगह एक भूतिया जगह में तब्दील हो गई।