कुल्लू के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है - 'ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क'

ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क, जवाहर लाल नेहरू ग्रेट हिमालयन पार्क के रूप में भी जाना जाता है, कुल्लू के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है। 50 वर्ग किमी का एक क्षेत्र में फैला, राष्ट्रीय पार्क 30 से अधिक स्तनधारियों और पक्षियों की 300 से अधिक प्रजातियों सहित वनस्पतियों और पशुवर्ग की प्रजातियों की एक विस्तृत विविधता का घर है। यह विशेष रूप से पश्चिमी ट्रैगोपैन, पक्षियों की अत्यधिक लुप्तप्राय प्रजाति, के पार्क के जंगलों में रहने के लिए जाना जाता है। यह पार्क, कँवर वन्यजीव अभयारण्य, रूपी भाभा अभयारण्य और पिन घाटी राष्ट्रीय उद्यान के साथ साथ, उत्तर भारत में पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के सबसे बड़े पारिस्थितिकी प्रणाली क्षेत्र है जोकि अपेक्षाकृत अनछुये हैं। भूरे भालू, औबेक्स, काले भालू, कस्तूरी मृग, हिम तेंदुए की दुर्लभ प्रजातियों, और हिमालयन थार जैसे पशुओं को यहाँ देखा जा सकता है। इस पार्क की वनस्पति में चंदवा वन, ओक जंगल, अल्पाइन झाड़ियाँ, उप अल्पाइन समुदायों, और अल्पाइन घास शामिल हैं। बैरबैरिस, इंडिगोफेरा, सारकोकोआ और वाईबर्नम क्षेत्र में देखी जाने वाली वनस्पति की अन्य प्रजातियां हैं। पार्क कई फूलों की प्रजातियों के लिए भी घर है जिनका सुगंधित और औषधीय गुणों के लिए उपयोग किया जा सकता है।

दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान के तथ्य–

* दाचीगाम जम्मू और कश्मीर में श्रीनगर से 22 किमी दूर स्थित है।

* इस नाम का अर्थ है– दस गांव।

* उद्यान की स्थापना 1981 में हुई थी।

* समुद्र तल से उद्यान की औसत ऊंचाई 2990 मीटर है।

* उद्यान उच्च ऊंचाई वाले शीतोष्ण क्षेत्र में स्थित है।

* यह 141 किमी में फैला है। इस उद्यान से सबसे करीबी शहर श्रीनगर है।

* उद्यान में पाए जाने वाले मुख्य पेड़ हैं– हिमालयी नम शीतोष्ण सदाबहार, नम पर्णपाती और झाड़ियां, देवदार, चीड़ एवं शाहबलूत (ओक)।

* आरंभ में दाचीगाम की स्थापना श्रीनगर शहर को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए की गई थी।

* यह उद्यान हंगुल या कश्मीरी हिरण के घर के तौर पर जाना जाता है।

* वसंत और शरद ऋतु में नीचले इलाकों में हिमालयी काला भालू दिखाई देता है। सर्दी के मौसम में यह सो जाता है।

* लंबी पूंछ वाले मार्मोट गर्मी के मौसम में उपरी इलाकों में बहुत देखे जा सकते हैं जबकि चूहे के जैसे खरहे (Mouse Hare) पूरे वर्ष सक्रिए रहते हैं।

* यह राष्ट्रीय उद्यान प्रसिद्ध डल झील के जलग्रहण क्षेत्र का लगभग आधे क्षेत्र पर अपना अधिकार रखता है और आज भी श्रीनगर के निवासियों को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

* इस उद्यान के महत्वपूर्ण वन्यजीव प्रजातियां हैं– तेंदुआ, हिम तेंदुआ, काला भालू, भूरा भालू, जंगली बिल्ली, हिमालयी मार्मोट, कस्तूरी मृग, सीरो और लाल लोमड़ी (red fox)। पक्षियों में तीतर के कोकलास और मोनल, बुलबुल, मिनिवेट, बार्ड वल्चर, सुनहरे चील आम हैं।

* इस उद्यान में घूमने का सबसे अच्छा मौसम मार्च से जून के बीच होता है। पर्यटकों के लिए इस उद्यान में लॉज और रेस्ट हाउस हैं।

* दाचीगाम दो हिस्सों में है। लोअर दाचीगाम में पर्यटक आसानी से जा सकते हैं जबकि अपर दाचीगाम घूमने के लिए पूरे दिन का समय चाहिए और यह यात्रा थोड़ी कठिन भी है।