झरनों के आकर्षण में एक जादुई आकर्षण होता है जो हमेशा पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। हरे-भरे परिदृश्यों में गिरते झरने का नजारा किसी स्वप्न से कम नहीं होता, और मानसून में यह और भी आकर्षक हो जाते हैं। भारत में कुछ ऐसे अद्भुत झरने हैं, जो अपनी प्राकृतिक भव्यता और खूबसूरती से आपको हैरान कर देंगे। इन झरनों के सामने खड़े होकर आप उनकी विशालता और शक्ति को महसूस कर सकते हैं। यहां भारत के कुछ बेहतरीन झरनों के बारे में जानिए, जिन्हें आपको अपने जीवन में एक बार जरूर देखना चाहिए।
शिवानासमुद्र झरना, कर्नाटक
कर्नाटक के मध्य जिले में स्थित शिवानासमुद्र झरना भारत के सबसे शानदार और प्रभावशाली झरनों में से एक है। यह झरना दो शाखाओं में गिरता है – पूर्वी और पश्चिमी – और कावेरी नदी के रास्ते से निकलता है। हरे-भरे कावेरी वन्यजीव अभयारण्य में स्थित, यह झरना अपनी सुंदरता और शांति के लिए प्रसिद्ध है। फोटोग्राफी के शौक़ीनों के लिए यह एक आदर्श स्थान है। यहाँ आने का सबसे अच्छा समय मानसून (जून से अक्टूबर) के दौरान है, जब झरने का दृश्य और भी शानदार हो जाता है।
जोग वाटरफॉल, कर्नाटककर्नाटक के शिमोगा जिले में स्थित जोग वाटरफॉल, भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है। यहाँ चार प्रमुख झरने हैं – राजा, रानी, रॉकेट, और रोवर – जो मिलकर इस प्रभावशाली झरने को बनाते हैं। यहाँ से पानी 253 मीटर की ऊंचाई से गिरता है, जो एक जबरदस्त गड़गड़ाहट पैदा करता है। झरने के आसपास के हरे-भरे जंगल और पहाड़ इसे और भी आकर्षक बनाते हैं। इसके दृश्य को देखने के लिए आप ट्रेकिंग भी कर सकते हैं।
अथिरापल्ली झरना, केरलकेरल के त्रिशूर जिले में स्थित अथिरापल्ली झरना 80 मीटर की ऊंचाई से गिरता है और इसे केरल का 'नियाग्रा फॉल्स' भी कहा जाता है। यह झरना वज़ाचल जंगल में स्थित है और आसपास का वातावरण बेहद शांति और सौंदर्य से भरपूर है। जून से सितंबर के दौरान मानसून के मौसम में यहाँ की यात्रा करने पर यह झरना अपनी पूरी भव्यता के साथ दिखाई देता है।
दूधसागर झरना, गोवागोवा में स्थित दूधसागर झरना भारत के सबसे ऊंचे और सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है। यह चार स्तरों में गिरता है और 310 मीटर की ऊंचाई से गिरते पानी का दृश्य काफी शानदार होता है। इसके नीचे का पानी सफेद और झागदार दिखाई देता है, जिसे 'दूध का सागर' नाम दिया गया है। आप यहां ट्रेकिंग के जरिए या जीप सफारी करके पहुंच सकते हैं। सबसे अच्छा समय यहां घूमने का अक्टूबर से जनवरी तक है।
नोहकलिकाई झरना, मेघालयचेरापूंजी, मेघालय में स्थित नोहकलिकाई झरना भारत का सबसे ऊंचा झरना है, जो 340 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। यह झरना अपनी सुंदरता और असाधारण दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। इसके आस-पास की हरियाली और पहाड़ी इलाके इसे और भी आकर्षक बनाते हैं। इस झरने का नाम एक दुखद किंवदंती से लिया गया है, जो स्थानीय खासी समुदाय के अनुसार एक महिला से जुड़ी हुई है।
उंचली झरना, कर्नाटकजोग झरने के पास स्थित उंचली झरना एक और प्राकृतिक रत्न है। हालांकि यह झरना ज्यादा मशहूर नहीं है, लेकिन इसका दृश्य बेहद खूबसूरत है। मानसून के दौरान यहाँ एक इंद्रधनुष का निर्माण होता है, जो इसे और भी जादुई बना देता है। यह झरना शांत और कम भीड़-भाड़ वाला है, जो एक आदर्श स्थान बनाता है प्रकृति प्रेमियों के लिए।
भागसू झरना, हिमाचल प्रदेशहिमाचल प्रदेश के मैक्लॉडगंज में स्थित भागसू झरना एक छिपा हुआ खजाना है। यह शांत झरना अपने पर्यटकों को शांति और सुकून का अहसास कराता है। झरने की मधुर ध्वनि और आसपास के बर्ड साउंड्स, इस जगह को एक आदर्श विश्राम स्थल बनाते हैं। ऑफ-सीजन के दौरान यहां कम भीड़ होती है, जिससे आप पूरी शांति से इस जगह का आनंद ले सकते हैं। इन खूबसूरत झरनों की यात्रा आपको न केवल उनके प्राकृतिक सौंदर्य में खोने का अवसर देती है, बल्कि एक नया अनुभव भी प्रदान करती है। इन झरनों के पास समय बिताने से आप अपनी थकान और तनाव को भूल सकते हैं। इन झरनों का दृश्य आपको जीवनभर याद रहेगा, और यह यात्रा आपको शांति और खुशी का अहसास कराएगी।