देश ही नहीं विदेशों में भी हैं भगवान शिव के ये अलौकिक और खूबसूरत मंदिर

भगवान शिव के अलौकिक और खूबसूरत मंदिर न केवल देश ही बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं। ये मंदिर भगवान शिव के भक्तों के लिए आध्यात्मिकता और शांति का स्रोत हैं। इन मंदिरों की सुंदरता, वास्तुशास्त्रीय निर्माण, और धार्मिक महत्व उन्हें विशेष बनाते हैं। इस लेख में, हम आपको विदेशों में स्थित ऐसे अलौकिक और खूबसूरत भगवान शिव के मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं।

कटास राज मंदिर, पाकिस्तान

पाकिस्तान में भी एक प्राचीन शिव मंदिर है और ये पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के चकवाल जिले में है। इस मंदिर को कटास राज मंदिर के नाम से जाना जाता है। भोलेबाबा के भक्तों का मानना है कि इस मंदिर के भीतर मौजदू दो कुंड शिव के आंसुओं से बने थे। माना जाता है कि पांडवों ने भी अपने वनवास के दौरान काफी समय यहां बिताया था। कहा तो यह भी जाता है कि बाद में भगवान कृष्ण ने यहां पर एक हाथ से बना शिवलिंग स्थापित किया था। इस संरचना को 9वीं शताब्दी से पहले बनाया बनाया था।

पशुपतिनाथ मंदिर, नेपाल

नेपाल में बागमती नदी के किनारे काठमांडू में पशुपतिनाथ मंदिर स्थित है। यह मंदिर यूनेस्को की विश्व हेरिटेज श्रेणी में आता है। यहां पर भगवान शिव के दर्शनों के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। पशुपतिनाथ का मतलब होता है संसार के समस्त जीवों के भगवान। मान्यताओं के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण लगभग 11वीं सदी में किया गया था। दीमक की वजह से मंदिर को बहुत नुकसान हुआ, जिसकी कारण लगभग 17वीं सदी में इसका पुनर्निर्माण किया गया। मंदिर में भगवान शिव की एक चार मुंह वाली मूर्ति है। इस मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति तक पहुंचने के चार दरवाजे बने हुए हैं। वे चारों दरवाजे चांदी के हैं। यह मंदिर हिंदू और नेपाली वास्तुकला का एक अच्छा मिश्रण है।

लिवरमोर, कैलिफॉर्निया

विदेशों में बसे भारतीयों को अपने देश की याद हर वक्त सताती है। इसलिए यूएसए के कैलिफॉर्निया में लिवरमोर मंदिर बनवाया गया है। ताकि भक्त अपने भोले बाबा के दर्शन कर सकें और एक विदेशी देश में खुद को अकेला अेर अलग महसूस न करें। इस मंदिर के डिजाइन में उत्तर और दक्षिण भरतीय शैलियों का समावेश है। बता दें कि मंदिर में स्थापित प्रतिमाओं को तमिलनाडु सरकार की तरफ से भेंट किया गया है।

प्रम्बानन मंदिर, इंडोनेशिया

हिंदू संस्कृति और देवी-देवताओं को समर्पित एक बहुत सुंदर और प्राचीन मंदिर इंडोनेशिया के जावा नाम की जगह पर है। 10वीं शताब्दी में बना यह मंदिर प्रम्बानन मंदिर के नाम से जाना जाता है। प्रम्बानन मंदिर शहर से लगभग 17 किमी की दूरी पर है। इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर स्थित प्रमबनन मंदिर नौवीं शताब्दी का एक भव्य मंदिर है। यह भारत से बाहर बने सबसे विशाल शिव मंदिरों में से एक है। यूनेस्को ने इस मंदिर को वर्ल्ड हेरिटेज के रूप में संरक्षित किया है।

मध्य कैलाश मंदिर, दक्षिण अफ्रीका

मध्य कैलाश मंदिर दक्षिण अफ्रीका के मिडरैंड में एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर कुछ समय पहले ही हिंदू समुदाय में लोगों की बढ़ती संख्या के कारण बनाया गया है। यह मंदिर एक छत के नीचे सभी भक्तों को एकजुट करने वाला स्थान रहा है, जहां सालभर में कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है

मुन्नेश्वरम मंदिर, श्रीलंका

यह मंदिर श्रीलंका के एक गांव मुन्नेश्वर में बना है। यहां शिव के साथ-साथ देवी काली का भी मंदिर है। इस मंदिर का स्थापत्य भव्य और मनमोहक है। दक्षिण भारतीय द्रविड़ शैली में निर्मित इस मंदिर में साल भर श्रीलंका और भारत से लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस मंदिर के इतिहास को रामायण काल से जोड़ा जाता है। मान्यताओं के अनुसार, रावण का वध करने के बाद भगवान राम ने इसी जगह पर भगवान शिव की आराधना की थी। इस मंदिर परिसर में पांच मंदिर हैं, जिनमें से सबसे बड़ा और सुंदर मंदिर भगवान शिव का ही है। कहा जाता है कि पुर्तगालियों ने दो बार इस मंदिर पर हमला कर नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी।

अरुल्मिगु श्रीराजा कलिअम्मन मंदिर, मलेशिया

कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1922 के आस-पास किया गया था। यह मंदिर जोहोर बरु के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। जिस भूमि पर यह मंदिर बना हुआ है, वह भूमि जोहोर बरु के सुल्तान द्वारा भेंट के रूप में भारतीयों को प्रदान की गई थी। कुछ समय पहले तक यह मंदिर बहुत ही छोटा था, लेकिन आज यह एक भव्य मंदिर बन चुका है। मंदिर के गर्भ गृह में लगभग 3,00,000 मोतियों को दीवार पर चिपकाकर सजावट की गई है।


शिवा हिन्दू मंदिर, एम्स्टर्डम

4,000 वर्ग मीटर में फैला ये शिव मंदिर भक्तों के लिए जून 2011 में खोला गया था। इस मंदिर में भगवान शिव के साथ ही भगवान गणपति, देवी दुर्गा और बजरंगबली भी विद्यमान हैं। इस मंदिर में भगवान शिव पंचमुखी शिवलिंग के रूप में स्थापित हैं।