आज नवरात्रि का अंतिम दिन हैं और सभी भक्तगण इन दिनों में दूर-दूर से मातारानी के प्रसिद्द मंदिरों के दर्शन करने पहुँचते हैं। देशभर में मातारानी के कई प्रसिद्द मंदिर हैं, लेकिन आज हम आपको ऐसे मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी ख्याति विदेशों में भी हैं। जी हाँ, मातारानी के ऐसे कई मंदिर हैं जो विश्वविख्यात हैं और अपनी विशेषता के लिए विदेशों में भी जाने जाते हैं। तो आइये जानते हैं देश के इन पसिद्ध मातारानी के मंदिरों के बारे में।
* मां वैष्णोदेवीभारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर के जम्मू के पास कटरा से माता वैष्णोदेवी के दर्शनार्थ यात्रा शुरू होती है। कटरा जम्मू से 50 किलोमीटर दूर है। कटरा से पहाड़ी लगभग 14 किलोमीटर की पर्वतीय श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी पर विराजमान है मां वैष्णोदेवी। यहां देशभर से लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
* मनसा देवीभारतीय राज्य उत्तरप्रदेश के हरिद्वार शहर में शक्ति त्रिकोण है। इसके एक कोने पर नील पर्वत पर स्थित भगवती देवी चंडी का प्रसिद्ध स्थान है। दूसरे पर दक्षेश्वर स्थान वाली पार्वती। कहते हैं कि यहीं पर सती योग अग्नि में भस्म हुई थीं और तीसरे पर बिल्वपर्वतवासिनी मनसा देवी विराजमान हैं। मनसा देवी को दुर्गा माता का ही रूप माना जाता है। शिवालिक पहाड़ पर स्थित इस मंदिर पर देश-विदेश से हजारों भक्त आकर पूजा-अर्चना करते हैं। यह मंदिर बहुत जागृत है।
* अम्बाजी मंदिर गुजरात का अम्बाजी मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है। अम्बाजी मंदिर गुजरात और राजस्थान की सीमा से लगा हुआ है। माउंट आबू से 45 किलोमीटर दूरी पर स्थित है अम्बा माता का मंदिर, जहां लाखों भक्त आते हैं।
* मां चामुंडा देवीचामुंडा माता के मंदिर कई हैं किंतु हिमाचल के धर्मशाला से 15 किमी पर स्थित बंकर नदी के किनारे बहुत ही प्राचीन मंदिर स्थित है। इसके अलावा राजस्थान में जोधपुर के मेहरानगढ़ किले पर स्थित चामुंडा माता का मंदिर भी प्रख्यात है। इंदौर के पास देवास की पहाड़ी पर भी मां चामुंडा का प्रसिद्ध मंदिर है।
* पावागढ़ काली माता गुजरात की प्राचीन राजधानी चंपारण के पास वडोदरा शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर पावागढ़ की पहाड़ी की चोटी पर स्थित है मां काली का मंदिर। काली माता का यह प्रसिद्ध मंदिर मां के शक्तिपीठों में से एक है। माना जाता है कि पावागढ़ में मां के वक्षस्थल गिरे थे।