देशभर में मशहूर रहा है हरियाणा का देसी खानपान, जरूर ले यहां के इन व्यंजनों का स्वाद

जब भी खानपान की बात आती हैं तो हरियाणा का नाम जरूर आता हैं क्योंकि यह आज भी देसी खानपान से जुड़ा हुआ हैं। हरियाणा में आमदनी का मुख्य स्त्रोत कृषि और डेयरी है जिसका असर यहां के खानपान में भी देखने को मिलता हैं। हरियाणा में बड़े पैमाने पर दूध, दही और घी का उत्पादन होता है, इसलिए यहां के ज़्यादातर व्यंजनों में दूध, दही और घी शामिल होते हैं। अगर आपको भी खाने का एक अलग स्वाद लेना हैं तो अपने खानपान को हरियाणवी टच दे सकते हैं। यहां पर वेजिटेरियन फूड को प्राथमिकता दी जाती है जो कि देशभर में मशहूर रहा हैं। आज हम आपको हरियाणा के कुछ प्रसिद्द व्यंजन के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका स्वाद आपको जरूर लेना चाहिए। आइये जानते हैं इनके बारे में...

बेसन मसाला रोटी

बेसन मसाला रोटी हरियाणा का फ़ेमस ट्रेडिशनल फ़ूड है। ये बेसन, गेहूं का आटे और घी के साथ बनाई जाने वाली एक ख़ास तरह की डिलिशियस रोटी है। आटे में हरी मिर्च पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर, धनिया पाउडर और अमचूर भी मिलाया जाता है। इस रोटी का सेवन रायता या सब्ज़ी के साथ किया जाता है। बेसन मसाला रोटी का स्वाद बेहद यूनिक होता है।

कढ़ी पकोड़ा

कढ़ी खट्टे दही की मदद से बनाई जाती है और इसमें बेसन का इस्तेमाल किया जाता है। हरियाणा और पंजाब में बनाई जाने वाली कढ़ी रेसिपी को अनोखा बनाने का तरीका यह है कि लोग कढ़ी में तले हुए पकोड़े (फ्रिटर्स) मिलाते हैं जिससे यह एकदम सही इंडियन डिश बन जाती है।

कछरी की सब्जी

हरियाणा में कछरी की सब्जी बेहद लोकप्रिय है। कछरी एक फल और सब्जी दोनों तरह इस्तेमाल होता है। ये ककड़ी, मतीरा और खरबूजे की तरह बालुई मिट्टी में कम पानी में होने वाला फल है। इसकी चटनी भी बनती है जो बाजरे की रोटी के साथ बेहद स्वादिष्ट लगती है।

बाजरे की खिचड़ी

बाजरे की खिचड़ी सर्दियों में बनाई जानेवाली हरियाणा की पसंदीदा डिश है। इसे हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी काफ़ी पसंद किया जाता है। बाजरे की खिचड़ी बेहद स्वादिष्ट होती है। बाजरा गर्म होता है इसलिये इसे सर्दियों में खाया जाता है। बाजरे की खिचडी़ स्वादिष्ट के साथ-साथ बेहद पौष्टिक भी मानी जाती है।

बथुआ रायता

सर्दियों में बथुआ खाना बेहद ही अच्छा माना जाता है। वैसे हरियाणा में बथुआ को रायते के रूप में खाया जाता है। बथुआ रायता एक दही रेसिपी है जो बहुत रिफ्रेशिंग है और स्वास्थ्य को अतिरिक्त लाभ देती है। बथुआ के पत्ते एंटीऑक्सिडेंट होते हैं और कई विटामिनों से भरपूर होते हैं। इस डिश को तैयार करने के लिए दही में कटे हुए बथुआ, जीरा पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और नमक जैसी चीजें मिलाई जाती हैं। इस बथुआ रायता को हरियाणा में लगभग हर मील के साथ परोसा जा सकता है।

मिक्स दाल

मिक्स दाल बनाने के लिए पांच तरह की दालों का उपयोग किया जाता है। इस दाल को बाटी या बाफले के साथ खाया जाता है। हरियाणा के अलावा ये राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के कई इलाकों में बड़े चाव से खायी जाती है। वैसे आप इसको रोटी या चावल के साथ भी खा सकते हैं।

बाजरे और छाछ की रबड़ी

बाजरे और छाछ की रबड़ी पाचन तंत्र के लिए लाभदायक मानी जाती है। ये शरीर का तापमान सही रखने में भी सहायक होती है। इसे सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा करके खाया जाता है। इसे बनाने के लिए बाजरे के आटे को छाछ में अच्छी तरह से मिलाने के बाद इसमें कच्चा साबुत जीरा और नमक डालकर इसे धूप में 3 से 4 घंटे के लिए रख देते हैं। इसे आप नमकीन और मीठा दोनों बना सकते हैं।

हरा धनिया छोलिया

हरा धनिया छोलिया हरियाणा की एक ऑथेंटिक डिश है। इस दौरान छोलिया या हरा चना को अन्य सब्ज़ियों जैसे प्याज, गाजर, और मसालों के साथ मिलाकर पकाया जाता है, इस डिलिशियस सब्ज़ी को चावल या रोटी के साथ खाया जाता है।