भव्यता और वास्तुकला के लिए जाने जाते हैं बिड़ला मंदिर, देश की इन 5 जगहों पर है स्थित

भारत में घूमने के लिए कई जगहें हैं जिसमें मंदिरों का भी विशेष स्थान हैं। मंदिरों की बात करें तो अपनी भव्यता के चलते बिड़ला मंदिर बेहद प्रसिद्द हैं जो कि देश के कई शहरों में स्थित हैं। ये मंदिर भारत के मशहूर ब्रांड बिड़ला ग्रुप द्वारा बनवाए गए हैं। मुगलकाल के बाद दिल्ली और कोलकाता में एक भी मंदिर नहीं थे जिसका दुख बिड़ला परिवार को हुआ और उन्होंने मंदिर बनवाने शुरू किए। बिड़ला मंदिर अपनी भव्यता और वास्तुकला के लिए जाने जाते हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। हम आपको यहां भारत में स्थित बिड़ला मंदिरों की जानकारी देने जा रहे हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

लक्ष्मीनारायण मंदिर, दिल्ली

बिड़ला परिवार ने सबसे पहले दिल्ली में लक्ष्मीनारायण मंदिर बनवाया और मुख्य रूप से यहां इन्हीं की पूजा होती है। साल 1939 में इस मंदिर का निर्माण किया गया था और तब से आज तक लोग यहां घूमने के लिए जाते हैं। यहां का आकर्षण आपको अपनी तरफ बार-बार खींचेगा और इस मंदिर की खूबसूरती आपको यहां जाने पर ही पता चलेगी। दिल्ली का प्रसिद्ध लक्ष्मी नारायण मंदिर खूबसूरत मंदिरों में एक होने के साथ-साथ इसलिए भी प्रसिद्ध है, क्योंकि इस मंदिर का उद्घाटन राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने किया था। इस मंदिर का निर्माण बालदेव दास बिड़ला और जुगल किशोर बिड़ला द्वारा करवाया गया था इसलिए यह मंदिर बिड़ला मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। यह मंदिर मुख्यतः भगवन विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित है। इस मंदिर के साथ ही बने अन्य मंदिर भगवन शिव, कृष्णा और बुद्धा को समर्पित हैं।

बिड़ला मंदिर, कोलकाता

साल 1996 में कोलकाता के बैलीगुनगी आशुतोष चौधरी एवेन्यु में बिड़ला मंदिर स्थित है। इस मंदिर को साल 1970 में बनाना शुरु किया गया था जो साल 1990 में बनकर तैयार हुआ लेकिन इसकी स्थापना 6 साल बाद हुई। कोलकाता का यह बिड़ला मंदिर मुख्यतः भगवन श्री कृष्णा और राधा को समर्पित है। इस मंदिर में राधा-कृष्ण की मूर्ति स्थापित है और वीकेंड पर यहां राधा-कृष्ण की धुन पर सभी भक्त थिरकते हैं। यहां का सुंदर नजारा आपका मन मोह सकता है।

बिड़ला मंदिर, जयपुर

जयपुर में अन्य खूबसूरत आकर्षणों के साथ बिड़ला मंदिर, जयपुर के अन्य चकित कर देने वाले मंदिरों में से एक है। मोती डंगरी पहाड़ के नीचे स्थापित यह मंदिर मुख्यतः देवी लक्ष्मी नारायण को समर्पित है। इस मंदिर की खास बात यह है कि इस मंदिर की दीवारों पर भगवन बुद्धा, क्राइस्ट, सुकरात और ऐसे ही कई ऐतिहासिक व्यक्तित्वों की छवि उकेरी गयी हैं। बिड़ला मंदिरों को आधुनिक दृष्टिकोण की तर्ज़ पर बनवाया गया है और ये कई शहरों के मुख्य आकर्षण केंद्रों की तरह प्रसिद्ध हैं।

जे.के. मंदिर, कानपुर

साल 1960 में कानपुर के सर्वोदय नगर में बने इस मंदिर में शाम के समय का नजारा काफी अद्भुत होता है। इस मंदिर में श्रीराधाकृष्ण की मूर्ति मुख्य रूप से है इनके अलावा सभी देवी-देवताओं की प्रतिमा भी स्थापित है। कानुपर टूरिस्ट प्लेज में जे.के. टेंपल का नाम भी काफी प्रसिद्ध है। सफ़ेद संगमरमर से बना वास्तुकला का यह नमूना कानपूर की एक अनोखी रचना है। अन्य मंदिरों के साथ इस मंदिर का प्रार्थना घर लोगों को अपनी और आकर्षित करता है। बिड़ला मंदिर कानपूर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।

बिड़ला मंदिर, हैदराबाद

साल 1976 में हैदराबाद के नौबाड़ पहाड़ की ऊंचाईयों पर बिड़ला मंदिर स्थापित किया गया। ये मंदिर में विष्णुजी और लक्ष्मी माता को समर्पित है। यहां पर श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं मांगने के अलावा परिवार के साथ एक अच्छा समय बिताने के लिए जाते हैं। राजस्थानी, द्रविड़ियन और उत्कल संगमरमर से निर्मित इस मंदिर की खूबसूरती देखने लायक है।