आस्था के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है वैष्णो देवी, जरुर देखनी चाहिए ये 9 जगहें

त्रिकुट पहाड़ी पर स्थित माता वैष्णो देवी का मंदिर विश्व भर में धार्मिक आस्था का सबसे बड़ा केन्द्र है। जम्मू-कश्मीर राज्य के कटरा से 15 किलोमीटर की दूरी पर पहाडिय़ों पर स्थित यह प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थ स्थल है। यहाँ हर वर्ष लाखों की तादाद में श्रद्धालु व पर्यटक पहुँचते हैं। वैष्णो देवी का मंदिर अपनी धार्मिक आस्था के साथ-साथ पर्यटन क्षेत्र में भी अपना विशिष्ट स्थान रखता है। वैष्णो देवी मंदिर के आसपास 9 ऐसे पर्यटन स्थल हैं जहाँ हर वर्ष लाखों की तादाद में पर्यटक पहुँचते हैं। कई ऐसे पर्यटक भी देखे जाते हैं जो सिर्फ इन स्थानों को ही देखने के लिए आते हैं। वैष्णो देवी मंदिर के स्थित नजदीकी पर्यटक स्थल है जिनमें अन्य कई मंदिर, नदियाँ सहित और भी खूबसूरत जगहें शामिल हैं जहाँ वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा के अतिरिक्त भी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। आइए डालते हैं एक नजर उन स्थानों पर—

पटनीटॉप

यदि माता वैष्णो का मंदिर आध्यात्मिक स्वर्ग है तो कटरा से लगभग 80 कीलोमीटर की दूरी पर स्थित पटनीटॉप प्राकृतिक बैकुंठ है जो की हिमालय की गोद में बसा हुआ है। पटनीटॉप के प्राकृतिक सौंदर्य, घने देवदार के जंगल और फलते-फूलते हरे-भरे परिदृश्य कुछ ऐसे है की वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा पर आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु दोनों ही इसकी और खिचे आने पर मजबूर हो जाते है। सर्दियों के मौसम में यहाँ खूबसूरत बफऱ्बारी भी देखने को मिलती है जिस दौरान पर्यटक यहाँ जमकर स्कीइंग, पैराग्लाइडिंग, पैरासिलिंग जैसे स्नो गेम्स का लुफ्त उठाते है। इसीलिए जो भी पर्यटक वैष्णो देवी मंदिर के आसपास घूमने की जगहें सर्च कर रहें हैं उन्हें अपनी यात्रा के दौरान पटनीटॉप घूमने जरूर आना चाहिए।

झज्जर कोटली

वैष्णो माता मंदिर के नजदीकी स्थित प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में शुमार झज्जर कोटली कटरा की बेहद खूबसूरत जगह हैं जो अपने शांत वातावरण और मनमोहनीय सुन्दरता के लिए जानी जाती है। यदि आप माँ वैष्णो की कठिन यात्रा के बाद अपनी फैमली या फ्रेंड्स के साथ आराम करना चाहते है तो झज्जर कोटली एक दम परफेक्ट जगह है जहाँ आप अपनी थकान मिटा सकते है। बता दे झज्जर कोटली कटरा का फेमस पिकनिक स्पॉट भी है जहाँ आप अपनी फैमली के साथ पिकनिक एन्जॉय कर सकते है। इसके अलावा यदि आप अपने फ्रेंड्स के साथ वैष्णो माता मंदिर घूमने आ रहें हैं तो आप झज्जर कोटली कैम्पिंग के लिए भी आ सकते है और अपनी इस आध्यात्मिक ट्रिप में कुछ रोमांचक मुमेंट्स ऐड कर सकते है।

सनासर

कटरा से लगभग 2 घंटे की दूरी पर स्थित सनासार एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जो अपने खूबसूरत दृश्यों और एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए फेमस है। यदि आप अपने फ्रेंड्स के साथ माँ वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा पर जाने वाले हैं और अपनी इस यात्रा को थोडा रोमांचक बनाना चाहते है तो आपको सनासर घूमने जरूर जाना चाहिए। जहाँ आप पैराग्लाइडिंग, बोट राइड और रॉक क्लाइम्बिंग जैसी अन्य कई थ्रिलर एक्टिविटीज को एन्जॉय कर सकते हैं। देखा जाए तो सनासर वैष्णो माता के दर्शन के साथ कश्मीरी संस्कृति का अनुभव करने और एडवेंचर एक्टिविटीज को एन्जॉय करने के लिए परफेक्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन है।

त्रिकुटा पर्वत

त्रिकुटा पर्वत कटरा का एक पवित्र स्थान और पर्यटक स्थल है, जो माता वैष्णो देवी की यात्रा के लिए आने वाले हिंदू तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। त्रिकुटा पर्वत देवघर से दुमका के रास्ते में 10 कि.मी. दूर है और 752 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिसे त्रिकूटाचल के नाम से भी जाना जाता है। बता दे इस पवित्र स्थल पर त्रिकुटाचल महादेव मंदिर नामक एक शिव मंदिर भी स्थित है, जहाँ भगवान शिव और देवी त्रिशूली की पूजा की जाती है। त्रिकुटा पर्वत कटरा में घूमने के लिए सबसे आकर्षक जगहों में से एक है, और यह स्थान ज्यादातर पिकनिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।

भैरों मंदिर

भैरों मंदिर त्रिकुटा के समीप की पहाड़ी पर 2017 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर के बाद अगले तीर्थस्थल के रूप में कार्य करता है, जहाँ तीर्थयात्रि घूमने जाते है। माना जाता है कि माता वैष्णो देवी की पवित्र यात्रा तभी पूरी होती है, जब भक्त भैरों मंदिर में श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इसीलिए आप जब भी वैष्णो माता मंदिर और वैष्णो देवी मंदिर के नजदीकी पर्यटक स्थलों की यात्रा पर आयें तो भैरों मंदिर के दर्शन के लिए भी जरूर जाएँ। वैष्णो देवी मंदिर के आसपास घूमने की जगहें में शामिल भैरव मंदिर का एक हवन कुंड भी एक महत्वपूर्ण आकर्षण के रूप में चिह्नित है, जिसकी राख को पवित्र माना जाता है।

बाण गंगा नदी

कटरा में स्थित बाण गंगा एक पवित्र नदी है, जहाँ अक्सर भक्त माता वैष्णो देवी यात्रा पर जाने से पहले डुबकी लगाना पसंद करते हैं जबकी कुछ श्रद्धालु वैष्णो देवी के दर्शन के बाद यहाँ घूमने के लिए आते है। हिमालय की शिवालिक श्रेणी के दक्षिणी ढलान से उत्पन्न, बाण गंगा नदी का नाम दो शब्दों बान और गंगा से पड़ा है जो भारत की पवित्र नदी गंगा के लिए चिन्हित है। इस प्रकार, इस नदी को गंगा नदी का जुड़वां भी कहा जाता है। वैष्णो देवी मंदिर के आसपास घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें में से एक बाण गंगा नदी में दो घाट हैं जहां बड़ी संख्या में हिंदू श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाते हैं।

गीता मंदिर

गीता मंदिर माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा में पडऩे वाला एक और प्रसिद्ध मंदिर है। यह पवित्र मंदिर बान गंगा पुल के करीब स्थित है और सुंदर वास्तुकला का दावा करता है। मंदिर को माता वैष्णो देवी यात्रा में आगे बढऩे से पहले तीर्थयात्रियों के लिए कुछ आराम करने के लिए एक स्थान के रूप में भी जाना जाता है। बता दे इस मंदिर के करीब एक और मंदिर है जिसे प्रथम चरण मंदिर कहा जाता है।

अर्धकुंवारी गुफा

अर्धकुंवारी गुफा वैष्णो देवी मंदिर के आसपास घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक है। बता दे यह गुफा वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग में ही स्थित है जो तीर्थयात्रियों के लिए विश्राम भवन के रूप में भी काम करता है। 52 फीट लंबी इस गुफा को गर्बाजून गुफा के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकी गुफा का आकार माता के गर्भ जैसा है। इस गुफा से जुडी एक पौराणिक कथा भी काफी प्रसिद्ध है जिसके अनुसार माना जाता है कि जब माता वैष्णो ने भैरव वध किया था तो उसका सिर घाटी में उड़ गया, जबकी उसका शरीर अर्ध कुवारी गुफा में ही रह गया था।

चरण पादुका मंदिर

कटरा में 1030 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, चरण पादुका मंदिर वैष्णो देवी मंदिर के आसपास घूमने की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। चरण पादुका मंदिर का प्रमुख आकर्षण माता वैष्णो देवी के पैरों के निशान है, जिन्हें एक चट्टान पर देखा जा सकता है। पहले यह एक छोटा मंदिर था लेकीन अब यह एक दर्शनीय और बड़े मंदिर में तब्दील हो गया है और अब निरंतर वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा के दौरान यहाँ आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या बढती जा रही है। इसीलिए आप जब भी माँ वैष्णो देवी के दरबार पर आयें तो अपना कुछ समय निकालकर चरण पादुका मंदिर भी दर्शन के लिए जरूर आयें।