22 सितंबर 2025 से शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुकी है। देशभर में मां दुर्गा की पूजा अलग-अलग विधि और परंपरा के अनुसार की जाती है। पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं, खासकर कोलकाता के भव्य पंडालों की रौनक देखने। लेकिन अगर आप कोलकाता नहीं जा पा रहे हैं, तो चिंता मत कीजिए। दिल्ली में भी बंगाल जैसी भव्य दुर्गा पूजा का आनंद लिया जा सकता है।
सीआर पार्क – मिनी कोलकातादिल्ली का सीआर पार्क बंगाली समुदाय का सबसे बड़ा इलाका माना जाता है और नवरात्रि में यहां के पंडाल देखते ही बनते हैं। हर पंडाल में असली बंगाली सजावट और रोशनी का जलवा देखने को मिलता है। इन पंडालों में स्थापित मूर्तियां कोलकाता के कुम्हारटोली से मंगाई जाती हैं, जिससे पूजा का अनुभव और भी खास बन जाता है।
ग्रेटर कैलाश-II दुर्गोत्सवग्रेटर कैलाश-II में आयोजित दुर्गा पूजा 20 साल से ज्यादा पुरानी परंपरा का हिस्सा है। यहां अष्टमी का भोग जरूर चखें। सिंदूर खेला, मां की झलक और भक्तों की भीड़ इस पंडाल को अलग ही पहचान देते हैं। यदि आप GK-II में रहते हैं तो इसे मिस करना बिल्कुल न करें।
राजीव चौक – मिंटो रोड पंडालराजीव चौक का मिंटो रोड पंडाल 80 साल पुरानी परंपरा का हिस्सा है। यह पंडाल आज भी असली बंगाली अंदाज में सजाया जाता है। यहां अनजली में शामिल होना एक अनोखा अनुभव है और पूजा की भव्यता देखने लायक है।
मयूर विहार – मिलानी पूजा कमेटीमयूर विहार का मिलानी पूजा कमेटी पंडाल भी दिल्ली में बेहद लोकप्रिय है। इसकी सजावट, अल्पना और मूर्ति लोगों का दिल जीत लेती हैं। मेट्रो से आसानी से पहुंचा जा सकता है, इसलिए यह परिवार और दोस्तों के साथ जाने के लिए आदर्श जगह है।
द्वारका सेक्टर-12 – कालीबाड़ी पंडालद्वारका सेक्टर-12 का कालीबाड़ी पंडाल भी खास है। पूरे इलाके के बंगाली परिवार यहां इकट्ठा होकर पूजा करते हैं। शाम के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम और धूमधाम का माहौल इसे और आकर्षक बनाता है।
झंडेवालान – अरांबाग दुर्गा पूजा
झंडेवालान के पास अरांबाग दुर्गा पूजा दिल्ली के सबसे भव्य आयोजनों में से एक है। कोविड के बाद इसे छोटा जरूर किया गया है, लेकिन मूर्ति की खूबसूरती, सजावट और पूजा का उत्साह आज भी बरकरार है।