हिमाचल की गोद में बसा हिल स्टेशन हैं डलहौजी, प्राकृतिक खूबसूरती की छटा बिखेरती हैं यहां की ये जगहें

जब भी गर्मियों या मॉनसून में घूमने जाने की बात आती हैं तो किसी हिल स्टेशन को ही पसंद किया जाता हैं जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता से हर किसी का मन मोह लेते है। आज इस कड़ी में हम बात कर रहे हैं हिमाचल की गोद में बसे हिल स्टेशन डलहौजी की। यहां आप खूबसूरत वादियों और हरियाली के बीच अपनी छुट्टियां सुकून और शांति के साथ बिता सकते हैं। देश के भीड़ वाले शहरों से दूर डलहौजी प्रदूषण से मुक्त वातावरण प्रदान करने के साथ ही ऐसे अद्भुद नजारे पेश करता हैं जो जीवनभर के लिए मन में एक प्यारी छवि छोड़ देते हैं। हम आपको डलहौजी की ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो प्राकृतिक खूबसूरती की छटा बिखेरती हैं और घूमने का परम आनंद दिलाती हैं। आइये जानते है इन जगहों के बारे में...

पंचपुला

पंचपुला हरे देवदार के पेड़ों के आवरण से घिरा एक खूबसूरत झरना है, जो डलहौजी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। पंचपुला वो जगह है, जहां आप पांच धाराओं को एक साथ देख सकते हैं। आपको बता दें, ये जगह अपने खूबसूरत नजारों की वजह से जानी जाती है। पंचपुला के पास एक महान क्रांतिकारी सरदार अजीत सिंह की याद में एक समाधि बनाई गई है, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली थी। मानसून के मौसम में ये जगह और भी खूसबूरत लगने लगती है।

चमेरा झील

चंबा जिले में स्थित चमेरा झील, डलहौजी में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में गिना जाता है क्योंकि यहां आप जमकर बोटिंग कर सकते हैं। झील में बोटिंग करते हुए अपने जीवनसाथी के साथ कुछ रोमांटिक समय बिताएं और इस पल को हमेशा के लिए फोन के कैमरे में कैद जरूर करें। अगर आप मार्च से जून के बीच किसी भी महीने में डलहौजी घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, ये जगह बोटिंग करने के लिए सबसे रोमांटिक जगहों में से एक बन जाती है।

खाज्जिअर

डलहौजी हिल स्टेशन की यात्रा बगैर खाज्जिअर देखे अधूरी ही लगती है। यह स्थल डलहौजी से 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दरअसल, खाज्जिअर उस मनमोहक झील के लिए प्रसिद्ध है जिस का आकार तश्तरीनुमा है। यह स्थल देवदार के लंबे और घने जंगलों के बीच स्थित है। चंबा का दिल कहे जाने वाले हरियाले चैगान के एक छोर पर बने हरिराय मंदिर में अद्वितीय कलाकौशल की झलक देखने को मिलती है। यहीं पर भूरी सिंह संग्रहालय है, जहां ऐतिहासिक दस्तावेज, पेंटिंग्स, पनघट शिलाएं, अस्त्रशस्त्र और सिक्के संग्रहीत हैं। व्यास, रावी और चिनाब नदियों का अद्भुत संगम यहां से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित डायनकुंड में देखा जा सकता है। यह डलहौजी का सब से ऊंचा स्थल है।

सतधारा झरना

यहां से कुछ दूरी पर एक अन्य रमणीय स्थल सतधारा झरना स्थित है। किसी समय तक यहां 7 जलधाराएं बहती थीं। लेकिन अब केवल एक ही धारा बची है। बावजूद इस के, इस झरने का सौंदर्य बरकरार है। माना जाता है कि सतधारा का जल प्राकृतिक औषधीय गुणों से भरपूर और अनेक रोगों का निवारण करने की क्षमता रखता है। चंबा घाटी में स्थित सतधारा झरना ताज़े देवदार के पेड़ों के शानदार दृश्यों से घिरा हुआ और बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरा हुआ हैं। यहां आकर आप शांति का अनुभव कर सकते है। सात खूबसूरत झरनों के जल के एक साथ मिलने के कारण इस झरने का नाम सतधारा रखा गया।

जीपीओ इलाका

डलहौजी का जीपीओ इलाका भी काफी चहलपहल भरा माना जाता है। जीपीओ से करीब 2 किलोमीटर दूर सुभाष बावली है। कहा जाता है कि इस जगह पर सुभाष चंद्र बोस करीब 5 महीने रुके थे। इस दौरान वे इसी बावली का पानी पीते थे। यहां से बर्फ से ढके ऊंचे पर्वतों का विहंगम नजारा देखते ही बनता है। सुभाष बावली से लगभग आधा किलोमीटर दूर स्थित जंध्री घाट में मनोहर पैलेस ऊंचे-ऊंचे चीड़ के पेड़ों के बीच स्थित है। यह जगह चंबा के पूर्व शासक के पैलेस के लिए भी प्रसिद्ध है।

माल रोड

डलहौजी में माल रोड घूमने का अपना अलग ही मजा है। आप अपने पार्टनर के साथ विशेष रूप से शाम के समय माल रोड घूमने की प्लानिंग कर सकते हैं। शाम के समय माल रोड बाजारों से बेहद जगमगाता है। साथ ही दोपहर में सेंट जॉन्स चर्च और सेंट फ्रांसिस चर्च जा सकते हैं। माल रोड जाने के बाद आप ढाबे पर खाना खाने के लिए रुक सकते हैं।

कालाटोप वन्यजीव अभयारण्य

हिमाचल प्रदेश के चंबल जिले में स्थित कलातोप खजियार अभयारण्य डलहौजी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। पर्यटकों को इसकी प्राकृतिक सुंदरता अपनी ओर आकर्षित करती है। आप इस अभ्यारण तक ट्रैकिंग करते हुए पहुंच सकते हैं। इस जगह की अपनी अलग ही पहचान और ये जगह लोगों के बीच काफी लोकप्रिय भी है। अगर आप वन्य जीव प्रेमी हैं, तो आप यहां काले भालू, तीतर, तेंदुआ और हिमालयन ब्लैक मार्टन जैसे जानवरों को देख सकते हैं।

डैनकुंड पीक

डैनकुंड पीक को सिंगिंग हिल के नाम से भी जाना जाता है, जो डलहौजी में समुद्र तल से 2755 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। आपको बता दें, डलहौजी में सबसे ऊंचा स्थान होने की वजह से यहां से आप घाटियों और पहाड़ों के अद्भुत दृश्य देख सकते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए ये जगह स्वर्ग की तरह है। डैनकुंड अपनी खूबसूरत बर्फ से ढकी चोटियों और हरे-भरे वातावरण के लिए जाना जाता है।