धीरे-धीरे लोकप्रिय हॉलिडे डेस्टिनेशन बनता जा रहा है छत्तीसगढ़, प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं

छत्तीसगढ़ भारत का 10 वां सबसे बड़ा राज्य है। सांस्कृतिक और प्राकृतिक विविधता के कारण यह राज्य अब धीरे-धीरे लोकप्रिय हॉलिडे डेस्टिनेशन भी बनता जा रहा है। इस राज्य में ऐसी कई अद्भुत जगहें मौजूद हैं जहां घूमने के लिए हर महीने लाखों सैलानी पहुंचते हैं। छत्तीसगढ़ अपनी खूबसूरती और प्राकृतिक विविधता के चलते सैलानियों की पहली पसंद बन रहा है। आपको हरियाली, झरने और जंगल देखना पसंद हैं, तो छत्तीसगढ़ आपके टूर के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकता है। बारिश का मौसम शुरू हो चुका है और इसका लुत्फ उठाने के लिए बड़ी संख्या में लोग अलग-अलग जगहों पर घूमने के लिए पहुंच रहे हैं। आज हम अपने पाठकों को छत्तीसगढ़ की कुछ ऐसी जगहों के बारे में बता रहे हैं, जहां आपको प्रकृति का खजाना देखने को मिल जाएगा। प्रकृति प्रेमियों के लिए ये जगहें ‘स्वर्ग’ से कम नहीं हैं।

घटारानी वॉटरफॉल

छत्तीसगढ़ में स्थित भिलाई ऐसा शहर है जो पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। यहाँ पर्यटकों को बहुत सी आकर्षक जगहें देखने को मिल जाती हैं। इन्हीं में शामिल है घटारानी वॉटरफॉल। मुख्य शहर से लगभग 25 किमी की दूरी पर मौजूद यह वॉटरफॉल किसी जन्नत से कम नहीं लगता है। छोटे-बड़े पहाड़ों के बीच में मौजूद घटारानी वॉटरफॉल एक साथ कई अद्भुत दृश्यों को प्रस्तुत करता है। इस वॉटरफॉल के आसपास हर समय हरियाली ही हरियाली रहती है। मानसून में इस जगह की खूबसूरती चरम पर होती है। मानसून में हर दिन यहां हजारों की तादाद में पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं।

मैत्री बाग

भिलाई छत्तीसगढ़ का एक ऐसा शहर है जो लगभग हर तरफ से जंगल से घिरा हुआ है। इस खूबसूरत शहर में मौजूद मैत्री बाग भी चार चांद लगाने का काम करता है। मैत्री बाग एक चिड़िया घर है जो घने जंगलों से घिरा हुआ है।

मैत्री बाग भिलाई का सबसे बड़ा और सबसे बेहतरीन पार्क है। इस खूबसूरत बाग में हजारों विलुप्त पेड़-पौधों को देखा जाता है। इस बाग में आसपास के लोग पिकनिक मनाने के लिए पहुंचते रहते हैं। आपको बता दें कि मैत्री बाग को साल 1972 में यूएसएसआर और भारत के बीच दोस्ती के प्रतीक के रूप में स्थापित किया गया था।

तांदुला बांध

भिलाई की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम तांदुला भी बखूबी तरीके से करता है। तांदुला एक बांध है। इस खूबसूरत बांध को मानव हाथों का चमत्कार माना जाता है। यह बांध तांदुला नदी पर निर्मित है इसलिए इसे तांदुला बांध के नाम से जाना जाता है। मानसून में इस बांध के आसपास हर दिन हजारों लोग घूमने के लिए पहुंचते हैं। खासकर वीकेंड में यहां पिकनिक मनाने के लिए कई लोग परिवार के साथ भी पहुंचते हैं।

सियादेवी झरना

सियादेवी एक बेहद ही खूबसूरत और चर्चित स्थान है। मानसून के समय इस जगह की खूबसूरती चरम पर होती है, इसलिए जुलाई में यहां सैलानी भी अधिक संख्या में घूमने के लिए पहुंचते हैं। सियादेवी झरना सिया मैया मंदिर के लिये भी प्रसिद्ध है। मान्यता के अनुसार राम, लक्ष्मण और माता सीता वनवास के समय इसी स्थान पर ठहरे थे। इसके अलावा भिलाई में आप बम्बलेश्वरी मंदिर भी घूमने के लिए जा सकते हैं।

जगदलपुर

जगदलपुर छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में एक सुंदर और प्राकृतिक रूप से समृद्ध शहर है। यह राज्य के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह शहर स्मारकों और महलों के साथ-साथ झीलों, झरनों और जंगलों जैसे प्राकृतिक अजूबों के लिए सबसे प्रसिद्ध है। खास बात यह है कि यहां आपको ज्यादा भीड़ भी नहीं मिलेगी। शांतिप्रिय लोगों के लिए यह एक बेहतरीन जगह है। यदि आप छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और इतिहास को जानना चाहते हैं, तो जगदलपुर आपके लिए एकदम सही जगह है। यह राज्य की राजधानी रायपुर और अन्य शहरों से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

चर्रे मर्रे झरना

बारिश के मौसम में घूमने के लिए चर्रे मर्रे झरना बेहतरीन जगह है। 16 मीटर ऊंचा यह झरना और ऊंचाई से गिरता हुआ साफ पानी देखने लायक होता है। यहां पानी पहाड़ियों और हरे-भरे पेड़ों से होकर बहता है, जिसे देखना सुकून भरा होता है। झरने के तल पर बने जलाशय में आप नहा सकते हैं। यहां का ठंडा पानी आपकी आत्मा और शरीर को जीवंत कर देगा। इस जगह की सुरम्य सुंदरता का आनंद लेते हुए शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। यह झरना छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में स्थित है।

मडकू द्वीप

मडकू द्वीप छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में नदी शिवनाथ के पास स्थित एक खूबसूरत द्वीप है। यह द्वीप एक मेंढक के आकार का है, इसलिए इसे मडकू कहा जाता है। इस द्वीप की सुंदरता मंत्रमुग्ध करने वाली है। सुरम्य मडकू द्वीप का क्षेत्रफल लगभग 24 हेक्टेयर है और यह हरियाली से भरपूर है। यह द्वीप अपने प्राचीन मंदिरों और उनके ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है। पुरातत्वविदों ने इस द्वीप पर प्रागैतिहासिक पत्थर के औजार, पुरालेख और सिक्कों की खोज की है। मडकू द्वीप को केदार तीर्थ और हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप के नाम से जाना जाता है।

सिरपुर

सिरपुर महानदी के तट पर स्थित छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित एक छोटा सा गांव है। यह महासमुंद जिले से 35 किमी और राजधानी रायपुर से लगभग 78 किमी दूर है। सिरपुर गांव एक पुरातात्विक आश्चर्य है। कई वास्तुकारों के लिए प्रेरणा यह गांव अपनी मंदिर संस्कृति में समृद्ध है। इसका बौद्ध धर्म की दुनिया से गहरा संबंध है। ऐसे कई मंदिर हैं जहां कोई भी जा सकता है। ऐतिहासिक कलाकृतियों और मंदिरों की दीवारों पर गहरी नक्काशी ने दुनिया भर के कई वास्तुकारों को यहां आने के लिए प्रेरित किया है। सिरपुर अजूबों से भरा एक शांतिपूर्ण गांव है।

इंद्रावती नेशनल पार्क

छत्तीसगढ़ में एकमात्र टाइगर रिजर्व इंद्रावती नेशनल पार्क घूमने के लिहाज से शानदार है। आपको यहां कई वन्य जीव देखने को मिल जाएंगे। यहां बड़ी संख्या में लोग वाइल्ड एनिमल देखने के लिए आते हैं। घने वनस्पतियों वाला यह पार्क बेहद खूबसूरत है। यहां आप नीलगाय, ब्लैक बक, सांभर, गौर, बाघ, तेंदुआ, चीतल, सुस्त भालू और अनगिनत अन्य प्रजातियों के साथ पार्क में दुर्लभ और लुप्तप्राय जंगली एशियाई भैंस मिल सकती है।