अक्टूबर में घूमने के लिए बेस्ट हैं ये 12 जगहें, तुरंत बना ले प्लान

अक्टूबर महीने की शुरुआत से ही हल्की-हल्की सर्दियां दस्तक देना शुरू कर देती है। ऐसे में यह समय भारत के पर्यटक स्थलों की यात्रा के लिए सबसे उत्तम माना गया है। इस मौसम में न तो ज्यादा गर्मी होती है और न ही ज्यादा सर्दी। इसके साथ साथ मानसून के समाप्ति के कारण भारत के पर्यटक स्थलों की सुन्दरता भी अपने चरम पर होती है जो पर्यटकों को बाहर निकलकर यात्रा करने पर मजबूर कर देती हैं। ऐसे में अगर आप अक्टूबर के महीने में अपने परिवार या दोस्तों के साथ घूमने का प्लान बना रहे है तो हमारा ये लेख आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। हम अपने इस लेख में आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे है जहां आप अक्टूबर के महीने में घूमने जा सकते है...

जीरो, अरुणाचल प्रदेश

जीरो, अरुणाचल प्रदेश का एक खूबसूरत पहाड़ी पर्यटन स्थल है जो अक्टूबर महीने में सुखद जलवायु के साथ अपने सबसे सुंदर रूप में होता है। जीरो अरुणाचल प्रदेश में एक विचित्र पुराना शहर है, जो अपा तानी जनजाति का घर है, और अपनी देवदार की पहाड़ियों और चावल के खेतों के लिए प्रसिद्ध है। अक्टूबर में घूमने के लिए भारत की सबसे अच्छी जगहों में से एक है, जो अपनी अद्भुद और मनमोहनीय सुन्दरता के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

स्पीति घाटी, हिमाचल प्रदेश

स्पीति घाटी (Spiti Valley) एक शीत मरुभूमि पर्वतीय घाटी है, जो हिमालय की ऊँचाईयों में भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के पूर्वोत्तरी भाग में स्थित है। स्पीति हिमाचल प्रदेश का प्रमुख पर्यटन आकर्षण है। स्पीति का शाब्दिक अर्थ है ‘मध्य भूमि’, जो भारत और चीन के तिब्बत क्षेत्र की सीमा से सटे हुए हिमाचल प्रदेश की पूर्वी सीमा में स्थित है। यह जगह ट्रेकर्स और हाइकर्स के लिए स्वर्ग के सामान है। यह क्षेत्र काफी ऊँचा और कठिन है। लाहौल और स्पीति दोनों जिले में घाटियाँ शामिल हैं जिन्हें कुंजुम दर्रे द्वारा अलग किया गया है। इसमें स्पीति नदी (Spiti River) बहती है। स्पीति घाटी का प्रशासनिक मुख्यालय काज़ा है, जो स्पीति नदी के किनारे (3,800 मीटर (12,500 फुट) की ऊँचाई पर बसा हुआ है। 13,054 फुट (3,979 मीटर) ऊँचा रोहतांग दर्रा स्पीति घाटी को कुल्लू घाटी से और 15,059 फुट (4,590 मीटर) ऊँचा कुंज़म दर्रा इसे लाहौल क्षेत्र से अलग करता है। स्पीति घाटी उन पर्यटकों के लिए परफेक्ट जगहें है जो अक्टूबर में घूमने के लिए भारत की सबसे अच्छी जगहों की तलाश कर रहे है। स्पीति घाटी के मुख्य आकर्षण है चंद्रताल झील, पिन वैली नेशनल पार्क, काई मठ, कुंजुम दर्रा और सूरज ताल है।

शिमला

शिमला उत्तर भारत के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशन में से एक है जो हिमाचल प्रदेश की राजधानी है। 2200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, शिमला देश के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। शिमला अपनी प्राकृतिक सुंदरता और वातावरण की वजह से किसी भी पर्यटक को दोबारा यहां आने पर मजबूर कर देगा। कालका से शिमला के लिए चलने वाली टॉय ट्रेन यहां की कई खूबसूरत पहाड़ियों और घाटियों से होकर गुजरती है, जिसमें यात्रा करना आपके लिए बेहद यादगार साबित हो सकता है। इस रेल मार्ग को दुनिया के सबसे खूबसूरत ट्रेन मार्गों में से एक कहा जाता है। अगर आप भारत के ज्यादा गर्मी वाली जगह पर रहते हैं तो गर्मियों से बचने के लिए आप शिमला की यात्रा कर सकते हैं। अक्टूबर के महीने में शिमला का मौसम काफी सुहावना होता है जो बर्फबारी का अनुभव करने और बर्फ से ढके रहने के लिए फेमस है।

लाचेन

लाचेन सिक्किम का एक छोटा-सा खूबसूरत कस्बा है। इसके नाम का अर्थ है बड़ा दर्रा और हाल ही में सिक्किम सरकार द्वारा पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने के कारण यह काफी लोकप्रिय पर्यटन गन्तव्य बनता जा रहा है। लाचेन की सैर आपको पूरी तरह से रोमांचित कर देगी। लाचेन एक शानदार जगह है, जो चारों तरफ से बर्फीली पहाड़ी घाटियों से घिरा हुआ है। गंगटोक से लगभग 129 किमी दूरी पर लाचेन 2750 मी की ऊँचाई पर स्थित है। यह गुरूडोंगमार झील और चोपटा घाटी के लिये आधार के रूप में कार्य करता है। लाचेन की जनसंख्या बहुत कम है। सब को मिलाकर यह 1000 के आसपास पहुँचती है। अक्टूबर में लाचेन बहुत सारे लोग आते हैं लेकिन अभी भी बहुत लोगों को इस जगह के बारे में नहीं पता है। अक्टूबर में कुछ नया अनुभव करने के लिए ये जगह सही रहेगी। यहाँ आने का प्लान आप अपने दोस्तों या परिवार के साथ बना सकते हैं। यहाँ की प्राकृतिक खूबसूरती टूरिस्टों को आकर्षित करती है। यहाँ जब आप सैर करेंगे तब आप अनुभव कर पाएँगे कि ये जगह कितनी खूबसूरत और शांति से भरी हुई है। आप लाचेन में थांगु घाटी, चोपता घाटी, लाचेन मठ और गुरुडोंगमर लेक को जरूर देखें।

डूवर्स

पश्चिम बंगाल का डूवर्स अक्टूबर में घूमने के लिए बेस्ट है। डूवर्स, एक खूबसूरत और अनछुई जगह है जिसे पूर्वोत्तर भारत का प्रवेशद्वार भी कहा जाता है। ये जगह अपनी समृद्ध बायोडायवर्सिटी और जंगलों के लिए भी फेमस है। आपको दूर-दूर तक जंगल ही जंगल नज़र आएंगे। इसी वजह से यहाँ हरियाली काफी ज्यादा है। यहाँ आप अपने वीकेंड को आराम से गुज़ार सकते हैं। ये जगह प्रकृति प्रेमियों से लेकर एडवेंचर से कम नहीं है। गोरुमारा नेशनल पार्क, बक्सा टाइगर रिज़र्व, जलदापाड़ा वाइल्ड लाइफ यहाँ के खास टूरिस्ट आकर्षणों में गिने जाते हैं।

लोनावाला

लोनावला दो प्रमुख शहरों पुणे और मुंबई के बीच स्थित है। लोनवाला पुणे शहर से लगभग 67 किलोमीटर और मुंबई सिटी से लगभग 95 किलोमीटर की दूरी पर हैं। मुंबई वाले तो अपना वीकेंड मनाने वहीं जाते हैं। अक्टूबर के महिने में यहाँ के पहाड़ हरे-भरे लगने लगते हैं। टूरिस्ट इस नजारे का भरपूर आनंद लेते है। यहाँ के मनमोहक वातावरण, पहाड़ों के नज़ारे और हरियाली के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। ड्यूक्स नोज पहाड़ की चोटी से खंडाला और भोर घाट के सुन्दर नज़ारों का आनन्द लिया जा सकता है। आप यहाँ ट्रेकिंग और कैंपिंग जैसे एडवेंचर का भी मज़ा ले सकते हैं। लोनावाला हिल स्टेशन 38 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ हैं।

कुन्नूर

कुन्नूर एक ऐसा हिल स्टोशन है जो यहाँ आने वाले पर्यटकों के मानस पटल पर अमिट छाप छोड़ जाता है। कुन्नूर, तमिलनाडु के सबसे हरे-भरे पहाड़ों के लिए फेमस है। कुन्नूर के प्रवास के दौरान आपको कभी भी यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या थमती नहीं दिखाई देगी। यहाँ की हरियाली और मनमोहक जगह हर किसी को बरबस ही खींच लाते है, आपके कुन्नूर आने के समय के अनुरूप यात्रियों की संख्या कम या ज्यादा हो सकती है। कुन्नूर इतनी शांत जगह है कि यात्रियों की चहल-पहल और शोलगुल के बावजूद इस स्थान की शान्ति भंग नहीं होती इसीलिये इसे कभी न सोने वाली घाटी के नाम से नवाज़ा गया है। कुन्नूर की कोई भी यात्रा नीलगिरि की पहाड़ी रेल रास्ते पर सवारी किये बिना अधूरी है। रेलगाड़ी मेट्टूपलयम से शुरू होकर कुन्नूर की पहाड़ी पर चढ़ाई करती है और फिर ऊटी चली जाती है। रास्ते में पड़ने वाले शानदार प्राकृतिक दृश्य यात्रियों को मन्त्रमुग्ध कर देते हैं। पर्यटकों को सिम्स पार्क, डॉल्फिन नोज़, दुर्ग फोर्ट, लेैम्ब्स रॉक, हिडेन वैली, कटारी फाल्स और सेन्ट जॉर्ज चर्च स्थानों को देखना नहीं भीलना चाहिये क्योंकि यही कुन्नूर के सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल हैं।

शिलांग

समुद्र तल से 1,491 मीटर की उचाई पर स्थित शिलांग मेघालय की राजधानी और एक फेमस हिल्स स्टेशन स्टेशन है। यह देश का ऐसा पहला ऐसा हिल स्टेशन हैं जहां चारों तरफ से जा सकते हैं। शिलांग अक्टूबर में जाने के लिए बहुत अच्छी जगह है। शिलांग का नाम एक शक्तिशाली देवता U-Shyllong के नाम पर रखा गया हैं। शिलांग हिल स्टेशन को बादलो का निवास और अपनी रमणीय पहाड़ियों के कारण इसे “पूर्व का स्कॉटलेंड” भी कहां जाता हैं। इसका सबसे उच्तम बिंदु 6,449 फीट उंचा हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार शिलांग भारत में सबसे अधिक आबादी वाला 330 वां शहर था। शिलांग वो जगह है जहाँ रोड़ ट्रिप की जानी चाहिए। चारों तरफ पहाड़ ही पहाड़ हैं। शिलांग ऐसी जगह है जहाँ ज्यादा पैदल नहीं चलना होता। शिलांग की बेहतरीन सुविधाएँ, मनोरम दृश्य, खुशहाल लोग, चारों तरफ तैरते बादल और लंबे पाइन के पेड़, घाटियाँ सब कुछ इस जगह को शानदार बनाता है। इस जगह पर आने के बाद आप हर जगह को भूल जाएँगे। अगर आप अक्टूबर का प्लान बना रहे हैं तो शिलांग का ही बना लीजिए।

नैनीताल

नैनीताल (Nainital) भारत के उत्तराखण्ड राज्य के नैनीताल ज़िले में स्थित एक नगर और महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। अक्टूबर में नैनीताल अपनी फिज़ाओं में होता है, रूहानी इसकी आबोहवा में आ जाती है। नैनीताल हिमालय की कुमाऊँ पहाडि़यों की तलहटी में स्थित है। समुद्र तल से नैनीताल की कुल ऊंचाई लगभग 1938 मीटर (6358 फुट) है। नैनीताल को भारत का लेक डिस्ट्रिक्ट कहा जाता है क्योंकि ये पूरी जगह झीलों से घिरी हुई है। ‘नैनी’ शब्द का अर्थ है, आँखें और ‘ताल’ का अर्थ है झील। झीलों का शहर नैनीताल उत्तराखंड के सबसे फेमस जगहों में से एक है। टूरिस्ट यहाँ गर्मियों में खूब आते हैं लेकिन अक्टूबर का महिना यहाँ घूमने का बेस्ट समय है।

बिनसर

बिनसर उत्तरांचल में अल्मोड़ा से लगभग 25 किलोमीटर दूर है। यह समुद्र तल से लगभग 2512 मीटर की उंचाई पर बसा है। बिनसर झांडी ढार नाम की पहाडी पर है। यहां की पहाड़ियां झांदी धार के रूप में जानी जाती हैं। बिनसर गढ़वाली बोली का एक शब्द है -जिसका अर्थ नव प्रभात है। बिनसर आराम करने और अपने थके हुए शरीर को आराम देने के लिए अच्छी जगह है। यह दिल्ली से 300 किमी दूर स्थित है। यहां आप वाइल्ड लाइफ सफारी का लुफ्त उठा सकते हैं। बिनसर जाने का सबसे सस्ता तरीका बस है। हालांकि यहां जाने के लिए कोई सीधी बस नहीं है। आपको नैनीताल और अल्मोड़ा से बदलनी होगी। बिनसर से हिमालय की केदारनाथ, चौखंबा, त्रिशूल, नंदा देवी, नंदाकोट और पंचोली चोटियों की 300 किलोमीटर लंबी शृंखला दिखाई देती है, जो अपने आप में अद्भुत है और ये बिनसर का सबसे बड़ा आकर्षण भी हैं।

दमन और दीव

गुजरात और महाराष्ट्र के समीप अरब सागर में स्थित द्वीप समूह है दमन और दीव। ये भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है। यहां आप सुहावने मौसम को एंजॉय कर सकते हैं और खूबसूरत नजारों को एंजॉय कर सकते हैं। यहां जाने के लिए सबसे सस्ता तरीका बस है।

हम्पी

हम्पी लंबे समय से दुनिया भर के यात्रियों की पसंदीदा जगह है। तुंगभद्रा नदी के दो किनारों पर स्थित, हम्पी में एक ऐसा आकर्षण है जो आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। आपको बता दें, हम्पी विजनगर साम्राज्य की राजधानी थी और उस समय इसका नाम किष्किन्धा था। बैंगलोर से हम्पी केवल 350 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां सैलानियों के लिए 500 से भी अधिक देखने लायक जगह हैं।