खूबसूरती का खजाना हैं प्रकृति की गोद में बसा केरल, घूमने का मजा देंगे ये पर्यटन स्थल

जब भी कभी प्राकृतिक सुंदरता की बात आती हैं तो प्रकृति की गोद में बसे केरल की याद आ जाती हैं। खासतौर से मानसून के इन दिनों में तो इस जगह की हरियाली और सुंदरता का नजारा बेहद ही मनमोहक होता हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। बड़ी-बड़ी पहाड़ियां और घाटियां, चाय के बागान, नारियल पेड़, हरियाली आदि इस जगह को पर्यटन की दृष्टि से बेहतर बनाने का काम करते हैं। अपनी छुट्टियां खूबसूरत हिल स्टेशन में बितानी हो या शादी शुदा जोड़े के लिए बेहतरीन हनीमून प्लेस की तलाश हो केरल एक बेहतरीन जगह हैं। अगर आप भी केरल घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको यहां के प्रसिद्द पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां की सैर करना अपनेआप में अद्भुद अहसास हैं। आइये जानते हैं केरल के इन प्रसिद्द पर्यटन स्थलों के बारे में...


तिरुवनंतपुरम

केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम को त्रिवेन्द्रम के नाम से भी जाना जाता है। तिरुवनंतपुरम का मतलब होता है अनन्त भगवान का शहर। यहाँ का पद्मनाभस्वामी मंदिर भारत के सबसे आमिर मदिरों में से एक है जो केरल वासियों के लिए प्रमुख आस्था का केंद्र है जिसके दर्शंन के लिए मन में श्रद्धा लिए देश के अलग-अलग जगहों से श्रद्धालु यहाँ आते हैं। तिरुवनंतपुरम में वेळी नामक खुबसूरत टूरिस्ट विलेज है जहाँ आप जरूर विजिट करें। तिरुवनंतपुरम में अविश्वसनीय बनावट में बनी खुबसूरत संग्राहलय और महल देखने को मिलेंगे जो यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।

मुन्नार

यह एक हिल स्टेशन है जो की हनीमून मनाने वालों के लिए अच्छी जगह है। यह जगह केरल के प्रमुख हिल में बहुत फेमस है। यहाँ पर बहुत ऊँची ऊँची पहाड़ी है जहाँ से आप बादलों को छु सकते हो। शादी शुदा जोड़ों के लिए यह बहुत ही खूबसूरत जगह है। ये पहाड़ का डिजाईन मुख्यतः चाय के उत्पादन के लिए है। मुन्नार पर आमतौर पर ठण्ड होती है जो गर्मियों में आपको आराम और सकून का अनुभव कराएगी। यहाँ पर आप हरी चाय के खेतों को करीब से देख सकते हैं। अगर आप केरल की खूबसूरती को महसूस करना चाहते हैं तो मुन्नार जरूर जाएं।

अल्लेप्पी

यह केरल के टॉप पर्यटन स्थल में से एक है। पूर्व का वैनिस कहा जाने वाला ये स्थान केरल की सबसे आकर्षक जगह है। इसकी असीम सुंदरता, बैकवॉटर यात्रा हर साल यात्रियों को भारी मात्रा में आकर्षित करती है। नारियल के पेडो़ से होकर गुज़रती नौकाऐं आपको आनंद प्रदान करेंगी। यहाँ का सादगी से भरा जीवन आपको अपना बनाने की कोशिश करेगा। हाउस बोट में रहना आपको एक नया अनुभव देगा। आप यहाँ आकर केरल के पारंपरिक भोजन का स्वाद भी चख सकते हैं। यहाँ की बोट रेस भी यात्रियों के बीच बेहद लोकप्रिय है।

कोच्चि

क़्वीन ऑफ़ अरेबियन सी के नाम से जाना जाने वाला कोच्चि शहर अपने विशाल और व्यापारिक बंदरगाह के लिए प्रसिद्ध है जो प्राचीन काल लगभग 600 साल से आज तक कार्यशील है और यह जगह अपने शुरुआती दौर से ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है यहाँ आप बेहतरीन बीच, पहाड़ीयों और हरे-भरे जंगल का आनंद ले सकते हैं। कोच्चि इसलिए भी प्रचलित है क्योंकि यहाँ आपको भारत का पहला यूरोपियन चर्च देखने को मिलेगा साथ ही साथ सबसे प्राचीन पुर्तगाली घर देखने को मिलेंगे जो अपने आप में ही बेहतर अनुभव साबित होगा।

थेक्कड़ी

यह पर्वतीय स्थल इडुक्की जिले में स्थित है। यह स्थान पेरियर वन्यजीव अभ्यारण के लिए लोगों के बीच ज्यादा लोकप्रिय है। यह बहुत-से विलुप्त जानवरों और 200 से भी अधिक पक्षियों का निवास स्थान है।मुख्यतः यह हाथियों का स्थल है पर अन्य जीव भी आपको यहाँ देखने मिलेंगे जैसे-बाघ, जंगली बिल्ली, सांभर, नीलगिरी लंगूर, गौर आदि। यदि आप घने जंगल के बीच से होती हुई नदी से गुज़रना चाहते है तो आप अपनी ये इच्छा पूर्ण कर सकते हैं क्योंकि यहाँ नौकाओं की भी व्यवस्था है।यह सबसे मशहूर केरल के दर्शनीय स्थल में से है।

वायनाड

अगर आप रूटीन के कामकाज से कुछ वक्त निकालकर आराम और सुकून की छुट्टियां बिताना चाहते हैं, तो वायनाड काफी अच्छी जगह है। यहां घने जंगल, वनस्पतियों और खूबसूरत पहाड़ियों को देख सकते हैं। आयुर्वेदिक मालिश या स्पा के लिए भी ये जगह बेस्ट है। अगर आप ट्रैकिंग और कैंपिंग करना पसंद करते हैं तो वायनाड एक ऐसी शांत जगह है जहाँ आप अपनी छुट्टियां बिताना काफी ज्यादा पसंद करेंगे। वायनाड के हिल स्टेशन में ऐसे बेहतरीन रिसोर्ट है जहाँ आप अपने आपको प्रकृति की गोद में पाएंगे।

कुमारकोम

वेम्बानाड झील के शांत किनारे पर बसा कुमारकोम केरल का एक छोटा और खूबसूरत नगर है। छोटे-छोटे द्वीपों का एक समूह है। अब यह स्थान पक्षी अभयारण्य के रूप में विकसित हो चुका है। कुमारकोम पक्षी पर अनुसंधान करने वाले लोगों के लिए भी आदर्श जगह है। अल्लेप्पी से कुमारकोम तक नौकायन करते हुए क्रूज या हाउसबोट का आनंद ले सकते हैं। आप एक हाउसबोट पर पूरी शाम और रात बिता सकते हैं। कुछ मछली पकड़ने और कैनोइंग विकल्प कुमारकोम की यात्रा को यादगार बना देंगे। यहाँ पर अगस्त और सितंबर में ओणम के दौरान स्नेक-बोट रेस होती है जो की रोमांचक खेल है। इसके अलावा आप यहाँ पर सेट और बैकवाटर के खूबसूरत दृश्य, कुमारकोम पक्षी अभयारण्य और इग्रेट्स, डार्टर्स, बगुले, चैती, जलपक्षी, कोयल, जंगली बतख और साइबेरियाई सारस जैसे प्रवासी पक्षी को देख सकते हो।

कोवलम

अरब सागर के तटीय इलाकों पर बसा यह गाँव इसके पास मौजूदा तीन बीचों के लिए प्रख्यात है। ये तीन बीच हैं- लाईटहाऊस बीच, समुद्र बीच व हवाह बीच जो इसके सौंदर्य को चौगुना करते हैं। ये पूरा इलाक़ा लंबे-लंबे नारियल के पेड़ों से घिरा हुआ है इसलिए आपको यहाँ ताज़ा नारियल चखने को मिलेंगे। योगा, ध्यान लगाना यहाँ के माहौल को और अधिक शांतिपूर्ण हबनाता है। यह विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की खरीदारी का गंतव्य स्थान भी है जैसै- पारंपरिक मसालें, लकड़ी की मूर्तियां, हस्तशिल्प।