खूबसूरती का आनंद लेना हैं तो चले आइये शिलांग, मनमोहक नजारा पेश करती हैं ये जगहें

भारत में देखने लायक बहुत से प्रसिद्ध और दर्शनीय पर्यटन स्थल मौजूद हैं जो अपनी सुंदरता और आकर्षण से पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं। देश का हर शहर अपनी विविधता के लिए जाना जाता हैं। ऐसे में आज हम बात करने जा रहे हैं मेघालय की राजधानी शिलांग की। शिलांग में मौजूद पर्यटन स्थल मेघालय के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करते हैं। जिन लोगों को प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ पानी, झील, फूलों की घाटियों का आनंद लेना हैं वे शिलांग घूमने आ सकते हैं। शिलांग को 'झीलो के शहर' और 'बादलों के निवास' के नाम से भी जाना जाता है। आज हम आपको शिलांग की बेहतरीन जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो खूबसूरती का मनमोहक नजारा पेश करती हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...

# उमियम झील

उमियम झील, एक मानव निर्मित जलाशय, शिलांग के उत्तर में 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह एक जलाशय है जिसे 1960 के दशक में उमियाम नदी पर बनाया गया था और तब से यह पर्यटकों के बीच पसंदीदा जगह बनकर उभरी है। विशाल झील का नीला पानी और उसमें दिखती प्रकृति की सुंदरता लैंडस्केप फोटोग्राफरों के लिए एक परफेक्ट स्थान बनाती है। यहां आप कई तरह के वॉटर स्पोर्ट्स का मजा ले सकते हैं जैसे कयाकिंग, बोटिंग आदि। ये जलाशय घने शंकुधारी जंगलों से घिरा हुआ है और लगभग 222 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।

# एलीफेंट फॉल्स

एलिफेंट फॉल्स शिलांग शहर में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले झरने में से एक है। यह मेघालय राज्य का एक बेहतरीन पर्यटन स्थल है। एलिफेंट फॉल्स शिलांग शहर में मौजूद दो स्तरीय जलप्रपात है। झरने के पास हाथी के आकार की एक चट्टान मौजूद थी जिसके कारण इस झरने को अंग्रेजों द्वारा एलीफेंट फॉल्स नाम दिया गया। परंतु अभी के समय में भूकंप के कारण वह चट्टान नष्ट हो चुकी है। एलीफेंट फॉल्स को स्थानीय लोगों द्वारा ‘तीन चरणों वाला झरना’ भी कहा जाता है। एलिफेंट फॉल्स के आसपास का वातावरण भी काफी ज्यादा मनमोहक है।

# सेमी सर्कुलर शिलांग पीक

समुद्र तल से 6449 फीट की ऊंचाई पर बना ये पीक शिलांग की सबसे ऊंची चोटी है। यहां से पूरा शहर नजर आता है। यहां से शहर के साथ हिमालय दिखते हैं तो वॉटर फॉल के साथ दूसरे देश बांग्लादेश के नजारे भी दिखते हैं। इस सेमी सर्कुलर शिलांग पीक पर लोग ट्रेकिंग का रोमांच भी महसूस करते हैं। यहां पर टूरिस्ट के लिए टेलीस्कोप भी लगाया गया है। जिसमें से बेहतरीन और हैरान करने वाला नजारा दिखता है। लेकिन इसके लिए थोड़ी फीस देनी होती है। इसकी चोटी पर देवी भी विराजमान हैं जिसकी बहुत मान्यता है। शहर से यहां पहुंचने में तकरीबन 20 मिनट का समय लगता है क्योंकि शहर से ये जगह सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है।

# डेविड स्कॉट ट्रेल

यदि आप शिलांग घूमने के शौकीन हैं, तो 16 किलोमीटर का यह ट्रेकिंग ट्रेल एक ऐसा रोमांच है जिसे आप जीवनभर याद रखेंगे। यह पुराना ट्रेक शिलांग या उसके आसपास उपलब्ध सबसे लोकप्रिय साहसिक गतिविधियों में से एक है। दिखती पगडंडी हॉर्स-कार्ट ट्रैक का एक हिस्सा है जिसे डेविड स्कॉट नाम के एक ब्रिटिश प्रशासक ने बनाया था। इस सुंदर पगडंडी पर ट्रैकिंग करते हुए, आप कई झरने, क्रिस्टल साफ पानी की तेज धारा, सुरम्य घाटियों और घने जंगल के पेड़ों के शानदार दृश्य देख सकते हैं। यकीनन प्रकृति प्रेमी और फोटोग्राफी के शौकीन लोगों को इस जगह से प्रेम होने वाला है।

# डॉन बोस्को म्यूजियम

डॉन बोस्को म्यूजियम मावली फुदामुरी में स्थित है। डॉन बोस्को म्यूजियम को उत्तर पूर्वी भारत के सबसे सुंदर संस्कृति और परंपराओं के घर के रूप में जाना जाता है। इस म्यूजियम के अंतर्गत एशिया के स्वदेशी संस्कृतियों का भी समावेश है। इसी कारण से यह म्यूजियम एशिया के स्वदेशी संस्कृतियों के सबसे बड़े संग्रहालय के रूप में प्रसिद्ध है। डॉन बोस्को म्यूजियम अपने स्वयं के अनुसंधान विंग, प्रकाशन, समाचार पत्र और सांस्कृतिक कैलेंडर के साथ एक संस्थान का रूप है। इस म्यूजियम के अंतर्गत प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है, जिसमें देश भर के संगीतकार, लेखक, गीतकार, विद्वान, इत्यादि शामिल होते हैं।

# लेडी हैदरी पार्क

शिलांग के लाबन क्षेत्र में स्थित लोकप्रिय लेडी हैदरी पार्क है, जिसका नाम राज्य की पहली महिला और असम के राज्यपाल की पत्नी लेडी हैदरी के नाम पर रखा गया है। जब आप इस पार्क में जाएंगे तो सबसे पहली चीज जो आपकी नजर आएगी, वो है यहां के बगीचे को जापानी शैली में बनाना। यहाँ एक छोटी सी झील भी है जहाँ बत्तख और रंगीन मछलियाँ देखने को मिल जाएंगी। यहां हर उम्र के पर्यटक घूमने के लिए आते हैं, जहां वो टहलते हुए ऑर्किड और रोडोडेंड्रोन के आकर्षक संग्रह के साथ खूबसूरती से सजे हुए लॉन को देख सकते हैं। लेडी हैदरी पार्क घूमने के अलावा फोटोग्राफी के साथ-साथ बोटिंग जैसी मजेदार गतिविधि में शामिल होने के भी कई अवसर प्रदान करता है।

# वार्डस झील

वार्डस झील शिलांग में मौजूद एक कृत्रिम झील है। जिसे स्थानीय रूप से पोलक झील या नॉन पोलक झील के नाम से भी जाना जाता है। यह झील चारों तरफ से वनस्पतिक उद्यानो से घिरा हुआ है। इस झील पर लकड़ी का एक ब्रिज है, और यहां पर नौका विहार की भी सुविधा उपलब्ध है। वार्डस झील का नाम असाम के मुख्य आयुक्त सर विलियम वार्ड के नाम पर रखा गया है। झील के चारों और पूरे शहर की योजना बनाई गई है।

# देवकी नदी

देवकी ऐसी नदी है जिसके पानी के नीचे की धरती भी बाहर से ही नजर आ जाती है। इस नदी की तस्वीर आपने कहीं न कहीं जरूर देखी होगी। ये दुनिया की सबसे साफ नदियों में से एक यूंहीं नहीं है। इस साफ नदी में बोटिंग कर सकते हैं और नाव में बैठे हुए ही पानी के नीचे की दुनिया को भी देखा जा सकता है। जब देवकी नदी के पानी में सूरज की किरणें पड़ती हैं तो इसकी चमक देखने वाली होती है। बोटिंग के बाद देवकी मार्केट से शॉपिंग जरूर कीजिए। ये जगह शिलांग से सिर्फ 2 घंटे की दूरी पर है।